Agneepath Recruitment Scheme: 90 दिनों में शुरू हो जाएगी सेना की भर्ती,बनेंगे अग्निवीर-लेफ्टिनेंट जनरल अमरदीप सिंह भिंडर | Army recruitment will start in 90 days, will become Agniveer | Patrika News

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Agneepath Recruitment Scheme: 90 दिनों में शुरू हो जाएगी सेना की भर्ती,बनेंगे अग्निवीर-लेफ्टिनेंट जनरल अमरदीप सिंह भिंडर | Army recruitment will start in 90 days, will become Agniveer | Patrika News

जनरल अमरदीप सिंह भिंडर ने कहा कि इससे राजस्थान के युवाओं को और भी ज्यादा अवसर मिलेंगे। अग्निवीर जब सेना को छोड़ जाएंगे उससे पहले इन जवानों में बहुत ही बेहतर तरीके से बौद्धिक, प्रशासनिक, अनुशासनात्मक और वित्तीय रूप से सशक्त रहेंगे। ऐसे में 25 साल के युवा को एक बेहतर विकल्प चुनने की कोई कमी नहीं होगी। एक बेहतर फंड और बेहतर स्किल होगी जो आगे का मार्ग प्रशस्त करेगी।

उन्होंने कहा कि वहीं भारतीय सेना को युवा सेना मिलेगी। अभी भारतीय सेना की औसत आयु 32 से 36 साल के आसपास है। वहीं इस प्रकिया के माध्यम से अब भारतीय सेनाओं की औसत आयु 26 साल हो जाएगी। इसका असर यह होगा कि भारतीय सेना दुश्मनों का मुंहतोड़ जवाब देने में और भी सशक्त और सक्षम होगी।

नौकरी के बाद सेना देगी डिग्री या डिप्लोमा
अग्निवीरों की चार साल सैन्य सेवा के बाद भारतीय सेना डिग्री या फिर डिप्लोमा भी जारी करेगी। जो युवा दसवीं की परीक्षा पास करके आएगा उसे बारहवीं का सर्टिफिकेट और जो बारहवीं पास करके आएगा उसे डिग्री या फिर डिप्लोमा का सर्टिफिकेट उपलब्ध कराया जाएगा।

ओपन लर्निंग की छूट
भारतीय सेना में अग्निवीर सेवा के तहत आने वाले जवानों को पहले की तरह ही ओपन लर्निंग माध्यम से पढ़ाई करने की छूट रहेगी। बशर्तें वह सुरक्षा सेवा को निर्धारित मानदंड के अनुसार करते रहें।

महिलाएं भी बनेगी अग्निवीर
इस स्कीम के तहत तीनों सेनाओं में ही केवल पुरुषों जवानों की ही नहीं महिलाओं की भी भर्ती की जाएगी। महिलाएं जहां भी अब तक काम कर रही हैं। उन पदों के लिए इसके माध्यम से भी भर्ती की जाएगी।

नहीं मिलेगी भूतपूर्व सैनिक की सेवा
अग्निवीरों को भूतपूर्व सैनिक की कोई सुविधा उपलब्ध नहीं होगी। सैन्य नियमों के अनुसार सुविधा के लिए कम से कम पांच साल सेवा अवधि की जरूरत होती है। यह सेवा ही प्रशिक्षण समेत चार साल की है।

बजट सेना के आधुनिकीकरण में होगा उपयोग
इस परिवर्तन के कारण सैन्य बजट में काफी पैसा बचेगा। ऐसे में सेना का बजट कम नहीं होगा बल्कि इस धनराशि का उपयोग आधुनिकीकरण में किया जाएगा। अभी बजट का 70 फीसदी पेंशन और वेतन में चला जाता है।

टेरीटोरियल आर्मी का भी बदलेगा स्वरूप
अग्निवीर के बाद अब रक्षा मंत्रालय टेरीटोरियल आर्मी का स्वरूप भी बदलने की तैयारी कर रहा है। इसमें तमाम चीजों को फिर रिस्ट्रक्चर किया जाएगा। फिर चाहे वह कैडर की बात हो या फिर इसके तहत की जाने वाली सेवा की।

शहादत पर करीब एक करोड़ धनराशि
सैन्य कार्रवाई के दौरान शहीद होने पर करीब एक करोड़ की राशि अग्निवीरों के आश्रित परिवार को प्रदान की जाएगी। इसमें 44 लाख बीमा, 44 एक्स ग्रेसिया और करीब 12 लाख की सेवा निधि शामिल रहेगी।

सरकारी और निजी क्षेत्र में अवसर
अग्निवीर जिस समय सेना का छोड़ेंगे उसके बाद उन्हें केंद्रीय गृह मंत्रालय तमाम पुलिस बलों में प्राथमिकता दी जाएगी। असम राइफल्स ने इसकी घोषणा भी कर दी है। इसके अलावा राज्यों की पुलिस बल में भी तवज्जो मिलने की संभावना है। निजी क्षेत्र में सेवा के तमाम अवसर भी खुलेंगे चाहे फिर वह प्रशासनिक काम हो या अस्पताल में सेवा का। फाइनेंस का काम हो या फिर सुरक्षा का।

25 फीसदी का ऐसे होगा चयन
भारतीय सशस्त्र बल 25 फीसदी अग्निवीरों को लंबी सेवा के लिए भारतीय सेना में शामिल करेगा। इनके चयन के लिए केंद्रीय नीति तैयार हो रही है। इसके तहत पूरी चार साल की सर्विस ही एक परीक्षा होगी। इसमें बेहतरीन प्रदर्शन करने वाले ही इसमें चयनित होंगे। इसके तमाम मानसिक व शारीरिक मापदंड होंगे।

अलग होगा ड्रेस और रैंक
अग्निवीरों का ड्रेस और रैंक अलग रखा जाएगा। इसकी भी पूरी तैयारी की गई है। 90 दिनों में पहली भर्ती प्रकिया शुरू हो जाएगी। करीब 40 हजार जवानों की भर्ती की जाएगी। इनकी ट्रेनिंग का समय कम रहेगा।



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