सपा के वरिष्ठ नेता आजम खां ने सीएम योगी को सवालों के कठघरें में खड़ा करने के साथ ही सीएम पर तीखे वार भी किये। आजम खां का कहना है कि प्रदेश का टेंडर योगी और देश का मोदी के नाम है। साथ ही उन्होंने यह भी कि हम उनसे जवाब चाहते हैं कि विधानसभा में पाउडर कैसे आया? जबकि जवाब देने वाले हमसे ही सवाल कर रहे हैं। दरअसल मामला बीते दिनों का है, जब यूपी के विधानसभा परिसर में विस्पोटक पदार्थ मिला था, जिससे यूपी समेत पूरे देश में हड़कंप मच गया था। आजम खां की छवि भड़काऊ भाषण के साथ-साथ सपा के वरिष्ठ नेता के रूप में है।
आजम खां ने सीएम योगी पर वार करते हुए कहा कि सीएम योगी का सदन में किया गया व्यवहार अमानवीय होने के साथ-साथ निंदनीय भी है। आजम खां यही नहीं रूके उन्होंने कहा कि यूपी सबसे बड़ा प्रदेश है, यहां के सांसदों के कारण ही केंद्र में भाजपा की सरकार बनी है, लिहाजा सीएम योगी की भाषा पर पीएम मोदी को खेद जताना चाहिए।
आजम खां सीएम पर व्यंग्य कसते हुए कहा कि सरकार काम करने के लिए बनती है, उसे यह सोचना चाहिए कि वो कैसे बेहतर कर सकते हैं। नेता को सदन में बड़ी लकीर खींचनी चाहिए। साथ ही उन्होने कहा कि सपा सरकार में रिवर फ्रंट बना है, किसी ने गलती की है तो सजा दीजिए। इसके साथ ही आजम ने सीएम को काम करने की सलाह भी दे डाली और कहा कि वाराणसी, अयोध्या, मथुरा और अन्य स्थानों पर इससे बेहतर काम करिए, लंदन की तर्ज पर विकास कीजिए।
आजम खां ने सीएम को कहा कि अगर बोलने की हिम्मत रखते हो तो सुनने की भी हिम्मत रखनी चाहिए। आजम खां के बिगड़े बोल से प्रदेश और देश की जनता दोनों ही भलीभांति परिचित है। हालांकि आपको बतो दे कि आजम खां ने सीएम को सुनने की सलाह इसलिए दी क्योकि सदन में सीएम योगी ने बोलने के बाद माइक बंद कर दिया था। आजम खां सीएम पर आरोप लगाते हुए बोले कि घटिया शोहरत के लिए जांच और सीबीआई की बात बार-बार करना ठीक नहीं है। साथ ही उन्होंने सरकार को नसीहत देते हुए एक शायरी भी पढ़ दिया, ‘शोहरत की बुलंदी भी पल भर का तमाशा है, जिस शाख पे बैठे हो वो टूट भी सकती है।’
आजम खां सिर्फ सीएम योगी पर ही व्यंग्य नहीं कसे बल्कि उन्होंने सीएम द्वारा किये दावों पर भी व्यंग्य कसे। उन्होने कहा कि प्रदेश में 24 घंटे बिजली है, कोई अपराध नहीं, सड़के गड्ढामुक्त हो गईं। साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि छोटे मन वाले लोगों से छोटी उम्मीद ही करनी चाहिए। आजम खां के बयान से यह साफ जाहिर होता है कि उन्होंने अपने बेलगाम बोल में सीएम योगी के साथ-साथ उनके कामों पर भी निशाना साधा।
ऐसा पहली बार नहीं हुआ है, जब नेताओं के बिगड़े और बेलगाम बोल सामने आए है। ऐसे कई नेतागण है, जो अपनी बोली पर काबू नहीं रख पाते है और बेकाबू हो जाते है। बेलगाम बोल वाले नेताओं में दिल्ली के सीएम केजरीवाल समेत कई अन्य बड़े नेता भी शामिल है।