बर्थडे पर आरसीपी सिंह की विदाई, नरेंद्र मोदी कैबिनेट से इस्तीफा, दोपहर में पीएम ने दी थी जन्मदिन की शुभकामना h3>
नरेंद्र मोदी सरकार में स्टील मंत्री और जेडीयू के पूर्व अध्यक्ष आरसीपी सिंह की केंद्रीय कैबिनेट से जन्मदिन 6 जुलाई को ही विदाई हो गई। आरसीपी सिंह के नाम से मशहूर जेडीयू नेता रामचंद्र प्रसाद सिंह का राज्यसभा कार्यकाल 7 जुलाई को खत्म हो रहा है और इससे पहले बुधवार को उन्होंने मोदी मंत्रिमंडल से इस्तीफा दे दिया। आरसीपी का जन्मदिन 6 जुलाई, 1958 को हुआ था और बुधवार को उनका जन्मदिन भी था।
आरसीपी सिंह को उनके जन्मदिन पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बुधवार की दोपहर 1.27 बजे ट्वीटर पर एक पोस्ट के जरिए लंबी उम्र और स्वस्थ जीवन की शुभकामनाएं दी थीं। जवाब में आरसीपी सिंह ने दोपहर 2.07 बजे पीएम मोदी का आभार जताते हुए लिखा कि वो प्रधानमंत्री की शुभकामनाओं के साथ राष्ट्रधर्म का पालन करते हुए राष्ट्र सेवा सतत जारी रखेंगे। आरसीपी सिंह के जवाब से उनकी भविष्य की राजनीति का संकेत भी मिल रहा है जिसका रास्ता भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) की तरफ जाता दिख रहा है।
आरसीपी सिंह का साथ नहीं छोड़ रहा 7 नंबर का साया, सांसद – मंत्री बनने से बंगला गंवाने तक
आरसीपी सिंह अब ना मंत्री रहेंगे और गुरुवार से सांसद भी नहीं रहेंगे। ऐसा इसलिए हुआ है क्योंकि उनकी नीतीश कुमार से उनके संबंध बिगड़ चुके हैं और ऐसे हालात में जेडीयू में उनका बने रहना या ना रहना कोई मतलब नहीं रखता है। एक जमाने में जेडीयू और बिहार सरकार में नीतीश का दाहिना हाथ समझे जाने वाले और कुछ समय पार्टी अध्यक्ष रह चुके आरसीपी सिंह के राजनीतिक समीकरण पार्टी और पार्टी के नेताओं से पूरी तरह खराब हो चुके हैं।
इस सब की वजह उनका मोदी सरकार में अकेले मंत्री बन जाना है जब पार्टी ने और खास तौर पर नीतीश कुमार ने उनको सरकार में जेडीयू के मंत्रियों के लिए बेहतर डील करने के लिए अधिकृत किया था। उस वक्त मंत्री बनने से चूक गए राजीव रंजन सिंह उर्फ ललन सिंह इस समय पार्टी के अध्यक्ष हैं।
JDU अध्यक्ष ललन सिंह का भाव बढ़ा, द्रौपदी मुर्मू के नामांकन में PM नरेंद्र मोदी ने बुलाकर पहली लाइन में बिठाया
राष्ट्रपति चुनाव के लिए एनडीए कैंडिडेट द्रौपदी मुर्मू के नामांकन के दौरान पीएम नोदी ने नाम लेकर ललन सिंह को आगे बुलाया था और पहली लाइन में अपने पास बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा के बगल में बिठाया था। तब से ये चर्चा तेज हो गई है कि आरसीपी सिंह की विदाई के बाद जेडीयू अगर मोदी मंत्रिमंडल में शामिल होती है तो ललन सिंह का कैबिनेट मंत्री बनना तय है।
आरसीपी सिंह के इस्तीफे के बाद नीतीश कुमार की पार्टी जेडीयू बगैर सरकार में शामिल हुए मोदी सरकार को बाहर से समर्थन देगी या फिर से सरकार में शामिल होकर मंत्री पद लेगी, ये समय के गर्भ में है।
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इस सब की वजह उनका मोदी सरकार में अकेले मंत्री बन जाना है जब पार्टी ने और खास तौर पर नीतीश कुमार ने उनको सरकार में जेडीयू के मंत्रियों के लिए बेहतर डील करने के लिए अधिकृत किया था। उस वक्त मंत्री बनने से चूक गए राजीव रंजन सिंह उर्फ ललन सिंह इस समय पार्टी के अध्यक्ष हैं।
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आरसीपी सिंह के इस्तीफे के बाद नीतीश कुमार की पार्टी जेडीयू बगैर सरकार में शामिल हुए मोदी सरकार को बाहर से समर्थन देगी या फिर से सरकार में शामिल होकर मंत्री पद लेगी, ये समय के गर्भ में है।