Akayla: अमिताभ की आंखें खुली ‘सीता और गीता’ देख कर, फिर धूम 3 में भी हुई वही बात h3>
Amitabh Bachchan flop films: रीयल लाइफ में ही लोगों को फिल्मों से आइडिये नहीं मिलते. कई बार फिल्म में चल रही कहानी में भी हीरो किसी दूसरी फिल्म को देखकर आइडिया लेता है और काम पूरा करता है. ऐसा ही कुछ हुआ था 1991 में आई अमिताभ बच्चन की फिल्म अकेला में. फिर यही आइडिया 2013 में भी आमिर खान स्टारर धूम में दर्शकों को नजर आया था.
पहला और आखिरी
अकेला अमिताभ बच्चन के उस दौर की फिल्म है, जब वह अपने लड़खड़ाते स्टारडम को संभालने की कोशिश में थे. बावजूद इसके उनके स्टारडम का असर यह था कि दूसरे निर्माता उनके सामने फिल्म लाने से पहले सोचते थे. अकेला में अमिताभ के साथ डायरेक्टर रमेश सिप्पी थे. शोले, शान और शक्ति के बाद यह उनकी साथ-साथ चौथी फिल्म थी. सलीम खान ने फिल्म लिखी थी. इसके बाद उन्होंने रमेश सिप्पी और अमिताभ के लिए कोई फिल्म नहीं लिखी. शशि कपूर के साथ अमिताभ की यह आखिरी और जैकी श्रॉफ के साथ पहली फिल्म थी.
डबल गेम
अकेला की कहानी में हेमा मालिन की सुपर हिट फिल्म सीता और गीता (1972) एक टर्निंग पॉइंट की तरह आती है. इंस्पेक्टर विजय वर्मा बने अमिताभ फिल्म में एक अपराधी जोजो ब्रिगेंजा को पकड़ते हैं. लेकिन जोजो का वकील अदालत में एक वीडियो दिखा कर अपने क्लाइंट को छुड़वा लेता है कि जिस अपराध के लिए उसे इंस्पेक्टर विजय पकड़ कर कोर्ट में लाया, उस वक्त जोजो कहीं और था. इसके बाद विजय और जोजो का कुछ जगहों पर आमना-सामना होता लेकिन जोजा हर बार इसी तरह बच जाता है कि वह मौका-ए-वारदात पर नहीं था. इसी मोड़ पर अमिताभ को एक सीन में रमेश सिप्पी की सीता और गीता देखते दिखाया गया है. यह फिल्म देखते हुए विजय को लगता है कि कहीं ऐसा तो नहीं कि जोजो का कोई जुड़वां भाई है और वह उसकी आड़ में बच निकलता है. सचमुच यही होता है और जोजो ब्रिगेंजा इंस्पेक्टर विजय के हाथों से फिर बच नहीं पाता.
आइडिया आगे भी
अगर आपने धूम-3 देखी हो तो पाएंगे कि वहां भी लुटेरे साहिर बने आमिर खान ‘बैंक वालों तुम्हारी ऐसी की तैसी’ लिख कर सर्कस की कलाबाजियां करते भाग जाते हैं. साहिर को पुलिस एक जगह देखती है, लेकिन पता चलता है कि वह उसी समय दूसरी जगह पर था. फिल्म के अंत में राज खुलता है कि साहिर का जुड़वां भाई है. इसलिए वह दो जगहों पर एक साथ दिखता है. अकेला अमिताभ की कम चर्चित फिल्मों में है और बॉक्स ऑफिस पर इसने औसत परफॉरमेंस किया था. फिल्म में कीथ स्टीवेंसन नाम के विदेशी को मुख्य विलेन लिया गया था. सलीम खान के कहने पर रमेश सिप्पी ने कीथ को साइन किया था. सलीम को भरोसा था कि फिल्म चली तो कीथ अमजद खान जैसे विलेन की जगह ले सकता है. लेकिन फिल्म नहीं चली और बहुत से लोगों ने कहा कि अकेला की सबसे कमजोर कड़ी इसका विलेन ही है.
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पहला और आखिरी
अकेला अमिताभ बच्चन के उस दौर की फिल्म है, जब वह अपने लड़खड़ाते स्टारडम को संभालने की कोशिश में थे. बावजूद इसके उनके स्टारडम का असर यह था कि दूसरे निर्माता उनके सामने फिल्म लाने से पहले सोचते थे. अकेला में अमिताभ के साथ डायरेक्टर रमेश सिप्पी थे. शोले, शान और शक्ति के बाद यह उनकी साथ-साथ चौथी फिल्म थी. सलीम खान ने फिल्म लिखी थी. इसके बाद उन्होंने रमेश सिप्पी और अमिताभ के लिए कोई फिल्म नहीं लिखी. शशि कपूर के साथ अमिताभ की यह आखिरी और जैकी श्रॉफ के साथ पहली फिल्म थी.
डबल गेम
अकेला की कहानी में हेमा मालिन की सुपर हिट फिल्म सीता और गीता (1972) एक टर्निंग पॉइंट की तरह आती है. इंस्पेक्टर विजय वर्मा बने अमिताभ फिल्म में एक अपराधी जोजो ब्रिगेंजा को पकड़ते हैं. लेकिन जोजो का वकील अदालत में एक वीडियो दिखा कर अपने क्लाइंट को छुड़वा लेता है कि जिस अपराध के लिए उसे इंस्पेक्टर विजय पकड़ कर कोर्ट में लाया, उस वक्त जोजो कहीं और था. इसके बाद विजय और जोजो का कुछ जगहों पर आमना-सामना होता लेकिन जोजा हर बार इसी तरह बच जाता है कि वह मौका-ए-वारदात पर नहीं था. इसी मोड़ पर अमिताभ को एक सीन में रमेश सिप्पी की सीता और गीता देखते दिखाया गया है. यह फिल्म देखते हुए विजय को लगता है कि कहीं ऐसा तो नहीं कि जोजो का कोई जुड़वां भाई है और वह उसकी आड़ में बच निकलता है. सचमुच यही होता है और जोजो ब्रिगेंजा इंस्पेक्टर विजय के हाथों से फिर बच नहीं पाता.
आइडिया आगे भी
अगर आपने धूम-3 देखी हो तो पाएंगे कि वहां भी लुटेरे साहिर बने आमिर खान ‘बैंक वालों तुम्हारी ऐसी की तैसी’ लिख कर सर्कस की कलाबाजियां करते भाग जाते हैं. साहिर को पुलिस एक जगह देखती है, लेकिन पता चलता है कि वह उसी समय दूसरी जगह पर था. फिल्म के अंत में राज खुलता है कि साहिर का जुड़वां भाई है. इसलिए वह दो जगहों पर एक साथ दिखता है. अकेला अमिताभ की कम चर्चित फिल्मों में है और बॉक्स ऑफिस पर इसने औसत परफॉरमेंस किया था. फिल्म में कीथ स्टीवेंसन नाम के विदेशी को मुख्य विलेन लिया गया था. सलीम खान के कहने पर रमेश सिप्पी ने कीथ को साइन किया था. सलीम को भरोसा था कि फिल्म चली तो कीथ अमजद खान जैसे विलेन की जगह ले सकता है. लेकिन फिल्म नहीं चली और बहुत से लोगों ने कहा कि अकेला की सबसे कमजोर कड़ी इसका विलेन ही है.
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