ग्रहमंत्री राजनाथ सिंह नें कहा है की भारत पाकिस्तान के साथ बातचीत करने के लिए तैयार है लेकिन बातचीत शर्त की बुनियाद पर होगी। आतंकवाद बम धमाको के बीच दोनों देशों के बीच बातचीत संभव नहीं है। पाकिस्तान को समझना होगा की आतंक का खात्म किए बिना वह भारत के साथ बातचीन नहीं कर सकता है।
आतंक और बातचीत एक साथ नहीं चल सकती है
ग्रहमंत्री राजनाथ सिंह नें कहा की आतंक और बातचीत कभी भी एक साथ नहीं चल सकती है। बातचीत के लिए पाकिस्तान को सबसे पहले आतंकवाद को खत्म करना होगा। बिना आतंक का खात्मा किए बिना भारत और पाकिस्तान के बीच बातचीत संभव नहीं हो पाएगी। पाकिस्तान अभी भी आतंक को पाल रहा है। ऐसे में भारत पाकिस्तान के साथ कैसे बातचीत कर सकता है। पाकिस्तान की तरफ़ से भारत को आश्वासन आना चाहिए की पाकिस्तान की ज़मीन से भारत के ख़िलाफ़ आतंकवाद को बढ़ावा नहीं देगा।
लोकतांत्रिक तरीके से कश्मीर की हर समस्या हल होगी
उन्होंने प्रदेश में स्थानीय निकाय चुनाव सफलतापूर्वक कराने के लिए राज्य को बधाई दी और कहा कि प्रदेश में स्थानीय निकाय और पंचायत चुनाव कराना ऐतिहासिक कदम है. सिंह ने यहां संवाददाताओं से कहा, ‘‘बड़ी से बड़ी समस्याओं का सामना किया जा सकता है और मसलों को लोकतांत्रिक तरीकों से हल किया जा सकता है. जम्मू कश्मीर की अनेक समस्याओं को भी लोकतंत्र के जरिए हल किया जा सकता है. मैं प्रदेश की जनता से लोकतंत्र के इस पर्व में हिस्सा लेने की अपील करता हूं.” उन्होंने कहा कि जो लोकतंत्र में यकीन नहीं रखते वे लोगों के हिमायती कभी नहीं हो सकते. नेशनल कान्फ्रेंस और पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी ने हाल ही में प्रदेश में हुए शहरी निकाय चुनावों का बहिष्कार किया था. उन्होंने संवाददाताओं से कहा कि जहां तक वार्ता की बात है तो सरकार को किसी से भी बातचीत करने में समस्या नहीं है।