Delhi Lockdown Update : क्या दिल्ली में लॉकडाउन लग जाएगा? सोच कर ही परेशान हो रहे कारोबारी

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Delhi Lockdown Update : क्या दिल्ली में लॉकडाउन लग जाएगा? सोच कर ही परेशान हो रहे कारोबारी

हाइलाइट्स

  • दिल्ली में लॉकडाउन लगने का चांस फिलहाल नहीं हो, लेकिन आसार खत्म नहीं हुए हैं
  • मुख्यमंत्री ने कहा है कि लोग मास्क नहीं लगाएंगे तो सरकार को कड़े कदम उठाने होंगे
  • कारोबारियों को भी डर सता रहा है कि राष्ट्रीय राजधानी में लॉकडाउन लग सकता है

नई दिल्ली
दिल्ली में बढ़ते कोविड के मामलों के साथ कारोबारियों के हाथ-पांव फूलने लगे हैं। पहले ही वीकेंड कर्फ्यू (Delhi Weekend Curfew) और ऑड-ईवन नियम (Odd Even Rule in Delhi) की वजह से दुकानदारों को काफी दिक्कत हो रही है। ऐसे में उन्हें यह डर सताने लगा है कि जिस तरह से आंकड़े बढ़ रहे हैं, कहीं सरकार लॉकडाउन (Delhi Lockdown) ना लगा दे। उत्तम नगर के एक दुकानदार का कहना है कि जिस तरह बढ़ते मामले के साथ सरकार की तरफ से सख्त निर्णय लिया गया, उससे यही लगता है कि मामले इसी तरह बढ़ते गए तो लॉकडाउन लगने की आशंका है।

मुख्यमंत्री का आश्वासन

मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने रविवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा था कि सरकार लॉकडाउन नहीं लगाना चाहती है, लेकिन अगर लोगों ने सावधानियां नहीं बरतीं तो उसे मजबूरन यही करना होगा। केजरीवाल ने कहा, ‘हमारा प्रयास न्यूनतम पाबंदियां लगाने का है ताकि आजीविका प्रभावित न हो।’ उन्होंने लोगों से मास्क पहनने की अपील की।

बिगड़ती जा रहे हैं दिल्ली के हालात

इधर, राष्ट्रीय राजधानी में कोरोना वायरस के नए वेरियेंट ओमीक्रोन (Delhi Omicron) की तेज रफ्तार के चलते नए कोविड मरीजों की संख्या में बेतहाशा वृद्धि हो रही है। रविवार को जारी हेल्थ बुलेटिन में बताया गया था कि पिछले 24 घंटों में 17 लोगों की मौत हो गई है। दिल्ली में कोविड मरीजों की मौतों की इतनी बड़ी संख्या 234 दिनों बाद सामने आई है।

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कारोबारियों में लॉकडाउन का खौफ
यही वजह है कि कारोबारियों को लॉकडाउन का डर सताने लगा है। उत्तम नगर हनुमान मंदिर के प्रधान डॉ. भूषण चौहान का कहना है कि पिछले दो साल से कारोबारियों के साथ अत्याचार हो रहा है। भीड़ का बहाना देकर दुकान बंद करने के कह दिया जाता है ताकि कोविड ना फैले लेकिन सभी जनते हैं कि शादी और फेस्टिवल सीजन के बाद मार्केट में भीड़ नहीं होती है। फिर भी कुछ मार्केट की भीड़ को दिखाकर सभी मार्केट पर पाबंदी लगा दी जाती है जबकि कॉलोनी और अन्य छोटी मार्केट में भीड़ ना के बराबर होती है। अगर भीड़ होती है, तो सड़क पर लगने वाले एनक्रोचमेंट की वजह से होती है।

दूसरी वजह है कि कई कॉलोनियों में मार्केट की सड़क ही कॉलोनियों को जोड़ती है। ऐसे में शाम के समय ऑफिस टाइम पर घर जाने वाले लोग वाहन लेकर जाते हैं। इसके अलावा मार्केट में भीड़ नहीं होती। शनिवार को चुनाव आयोग ने पांच राज्यों में चुनाव की घोषणा कर दी है। इससे पहले सभी राजनीतिक पार्टी कोविड नियमों को ताक पर रखकर रैलियां कर रहे थे। तब दिक्कत नहीं हुई, बस आम आदमी और कारोबारी के लिए सभी नियम हैं।

राजौरी गार्डन मार्केट ट्रेडर्स एसोसिएशन के सह सचिव अजय शर्मा का कहना है कि दिल्ली की रीढ़ की हड्डी कारोबारी हैं। इसके बाद भी इनके बारे में सोचा नहीं जा रहा है। पिछले दो साल से देखा जा रहा है, जैसे ही कारोबार रफ्तार पकड़ने वाला होता है, तभी कोविड का नया वैरिएंट आ जाता है और फिर सबसे पहली मार कारोबारियों पर पड़ती है।

पहली लहर और दूसरी लहर में समझ भी आया कि मार्केट बंद करना जरूरी था, मगर अब जब मृत्यु दर बहुत कम है। ऐसे में वीकेंड और ऑड-ईवन नियम लगाने का मतलब क्या बनता है? जबकि, राजौरी गार्डन के अंदर ज्यादातर शोरूम 100 से 500 गज में हैं और एक बार में दुकान में सिर्फ 4 से 5 खरीदार होते हैं। हकीकत में दुकानों के अंदर सोशल डिस्टेंस और मॉस्क का नियम का फॉलो होता है। मगर सड़क पर नहीं होता। इसमें कारोबारियों की गलती नहीं है, व्यवस्था की गलती है।

राम चौक के शॉपकीपर दीपक वसान का कहना है कि मार्केट में दुकानों के अंदर भीड़ नहीं होती। जबकि हॉकर के पास खरीदार झुंड बनाकर खड़े हो जाते है। जब से ऑड-ईवन का नियम लागू हुआ। तब बंद हुई दुकान के सामने हॉकर रेहड़ी लगा लेते हैं। ऐसे में सोशल डिस्टेंस का नियम पालन करने में दिक्कत होती है। जरूरी है कि मार्केट के अंदर होने वाले एनक्रोचमेंट पर कार्रवाई की जाए।

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मौतों ने तोड़ा 234 दिनों का रेकॉर्ड

ध्यान रहे कि रविवार को जारी हेल्थ बुलेटिन के मुताबिक पिछले 24 घंटों में 17 लोगों की मौत हो गईं जो बीते 234 दिनों का रेकॉर्ड है। वहीं, संक्रमण के 22,751 नए मामले सामने आए। बड़ी बात यह है कि दिल्ली में दैनिक संक्रमण दर 23.53 प्रतिशत पर पहुंच गई है। इससे पहले, शनिवार को कोविड-19 के 20,181 नए मामले सामने आए और सात रोगियों की मौत हुई जबकि संक्रमण दर 19.60 प्रतिशत रही थी।

सीएम केजरीवाल ने दी चेतावनी

मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने रविवार को कहा कि लॉकडाउन लागू करने की फिलहाल कोई योजना नहीं है और यदि लोग मास्क पहनने के नियम का पालन करते हैं, तो लॉकडाउन नहीं लगाया जाएगा। केजरीवाल ने डिजिटल प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा, ‘कोविड-19 मामलों का बढ़ना चिंता की बात है, लेकिन घबराने की कोई जरूरत नहीं है। बहुत कम लोग अस्पताल में भर्ती हो रहे हैं। मास्क पहनना बहुत महत्वपूर्ण है। यदि आप मास्क पहनना जारी रखेंगे, तो लॉकडाउन नहीं लगेगा। फिलहाल लॉकडाउन लागू करने की कोई योजना नहीं है।’ मुख्यमंत्री ने कहा कि वह उपराज्यपाल अनिल बैजल और केंद्र के साथ मिलकर कोविड की स्थिति पर नजर रख रहे हैं।

Delhi Curfew

दिल्ली में लॉकडाउन का आशंका खत्म नहीं। (सांकेतिक तस्वीर)

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