तुलसी के फायदे और नुकसान
सर्दियों में तुलसी के पत्तों का काढ़ा या चाय बनाकर पीने से कई बीमारियों के संक्रमण और जैसी समस्याएं दूर होती है पर तुलसी के कुछ नुकसान भी है .
लखनऊ. हर घर के आँगन में पाया जाने वाला तुलसी का पौधा सेहत के लिए बहुत ही लाभदायक है। तुलसी में बहुत से औषधीय गुण पाये जाते है तुलसी के सेवन करना सेहत के लिए फायदेमंद है। तुलसी स्किन इंफेक्शनदूर करता है। तुलसी त्वचा के दाग-धब्बों और मुंहासों को दूर करने में मदद करती है। सर्दियों में तुलसी के पत्तों का काढ़ा या चाय बनाकर पीने से कई बीमारियों के संक्रमण और जैसी समस्याएं दूर होती है पर तुलसी के कुछ नुकसान भी है ये है तुलसी के फायदे और नुकसान
तुलसी के फायदे
1 – इम्युनिटी बूस्टर
जिंक और विटामिन से भरपूर तुलसी इम्यून सिस्टम को मजबूत करता है शरीर को संक्रमण से बचाता है। एंटी-बैक्टीरियल, एंटी-वायरल और एंटी-फंगल गुण से मौजूद तुलसी हमारे शरीर में प्रतिरक्षा तंत्र तो मजबूत करके शरीर में बिमारियों से बचाव करती है। तुलसी के पत्तों की चाय पीने से जुकाम खासी गायब हो जाता है।
2 – बालों को सुन्दर बनाये –
इसमे मौजूद एंटीऑक्सिडेंट गुण है जो समय से पहले बूढ़ा होने से बचाता है यह हमारी त्वचा में चमक और ऊर्जा का संचार करता है। तुलसी हमारे बालों की जड़ों को भी मजबूत करती है, जिससे बालों का झड़ना रुक जाता है। तुलसी में पाए जाने वाले एंटीफंगल गुण फंगस और डैंड्रफ को रोकते हैं।
3 – तनाव कम करने में सहायक –
तनाव को कम करने के लिए भी तुलसी का उपोयग किया जाता है तुलसी के अंदर औषधीय गुण हमे एकाग्र रखने में सहायक होता है।जिससे तनाव की स्थिति लम्बे समय के लिए काम हो जाती है अगर अधिक समय तक अध्ययन के दौरान तुलसी का पेय पी लिया जाये तो वह भी छात्रों के लिए एकाग्रता बढ़ाने में सहायक है।
तुलसी के नुकसान –
1- पेट में जलन – तुलसी का प्रयोग अक्सर हम सर्दी से बचने के लिए भी करते है क्योंकि तुलसी की तासीर गर्म होती है तासीर गर्म होने के कारण ज्यादा तुलसी खाना भी स्वस्थ्य के लिए नुकसानदायक हो सकता है। ज्यादा तुलसी खाने से पेट में जलन पैदा हो सकती है। तुलसी हमेशा सीमित मात्रा में ही कहानी चाहिए।
2- गर्भवती महिलाओं के लिए हानिकारक –
तुलसी में पाया जाने वाला तत्त्व यूजेनॉल महिलाओं के पीरियड शुरू होने का कारण बन सकता है। प्रेग्नेंसी के दौरान ज्यादा तुलसी खाने से डायरिया भी हो सकता है इसीलिए डॉक्टर भी गर्भवती महिलाओं को तुलसी का सेवन करने की सलाह नहीं देते हैं।
3- प्रजनन क्षमता पर प्रभाव -.
इसके ज्यादा सेवन से प्रजनन शक्ति कमज़ोर हो सकती है। इसके ज्यादा इस्तेमाल से पुरुषों में प्रजनन क्षमता की कमी हो सकती है पर यह एक अस्थायी प्रभाव है जिससे पुरुषों में शुक्राणु की संख्या कम हो जाती है। इसीलिए पुरुषों को ज्यादा तुलसी खाने से बचना चाहिए।
सर्दियों में तुलसी के पत्तों का काढ़ा या चाय बनाकर पीने से कई बीमारियों के संक्रमण और जैसी समस्याएं दूर होती है पर तुलसी के कुछ नुकसान भी है .
लखनऊ. हर घर के आँगन में पाया जाने वाला तुलसी का पौधा सेहत के लिए बहुत ही लाभदायक है। तुलसी में बहुत से औषधीय गुण पाये जाते है तुलसी के सेवन करना सेहत के लिए फायदेमंद है। तुलसी स्किन इंफेक्शनदूर करता है। तुलसी त्वचा के दाग-धब्बों और मुंहासों को दूर करने में मदद करती है। सर्दियों में तुलसी के पत्तों का काढ़ा या चाय बनाकर पीने से कई बीमारियों के संक्रमण और जैसी समस्याएं दूर होती है पर तुलसी के कुछ नुकसान भी है ये है तुलसी के फायदे और नुकसान
तुलसी के फायदे
1 – इम्युनिटी बूस्टर
जिंक और विटामिन से भरपूर तुलसी इम्यून सिस्टम को मजबूत करता है शरीर को संक्रमण से बचाता है। एंटी-बैक्टीरियल, एंटी-वायरल और एंटी-फंगल गुण से मौजूद तुलसी हमारे शरीर में प्रतिरक्षा तंत्र तो मजबूत करके शरीर में बिमारियों से बचाव करती है। तुलसी के पत्तों की चाय पीने से जुकाम खासी गायब हो जाता है।
2 – बालों को सुन्दर बनाये –
इसमे मौजूद एंटीऑक्सिडेंट गुण है जो समय से पहले बूढ़ा होने से बचाता है यह हमारी त्वचा में चमक और ऊर्जा का संचार करता है। तुलसी हमारे बालों की जड़ों को भी मजबूत करती है, जिससे बालों का झड़ना रुक जाता है। तुलसी में पाए जाने वाले एंटीफंगल गुण फंगस और डैंड्रफ को रोकते हैं।
3 – तनाव कम करने में सहायक –
तनाव को कम करने के लिए भी तुलसी का उपोयग किया जाता है तुलसी के अंदर औषधीय गुण हमे एकाग्र रखने में सहायक होता है।जिससे तनाव की स्थिति लम्बे समय के लिए काम हो जाती है अगर अधिक समय तक अध्ययन के दौरान तुलसी का पेय पी लिया जाये तो वह भी छात्रों के लिए एकाग्रता बढ़ाने में सहायक है।
तुलसी के नुकसान –
1- पेट में जलन – तुलसी का प्रयोग अक्सर हम सर्दी से बचने के लिए भी करते है क्योंकि तुलसी की तासीर गर्म होती है तासीर गर्म होने के कारण ज्यादा तुलसी खाना भी स्वस्थ्य के लिए नुकसानदायक हो सकता है। ज्यादा तुलसी खाने से पेट में जलन पैदा हो सकती है। तुलसी हमेशा सीमित मात्रा में ही कहानी चाहिए।
2- गर्भवती महिलाओं के लिए हानिकारक –
तुलसी में पाया जाने वाला तत्त्व यूजेनॉल महिलाओं के पीरियड शुरू होने का कारण बन सकता है। प्रेग्नेंसी के दौरान ज्यादा तुलसी खाने से डायरिया भी हो सकता है इसीलिए डॉक्टर भी गर्भवती महिलाओं को तुलसी का सेवन करने की सलाह नहीं देते हैं।
3- प्रजनन क्षमता पर प्रभाव -.
इसके ज्यादा सेवन से प्रजनन शक्ति कमज़ोर हो सकती है। इसके ज्यादा इस्तेमाल से पुरुषों में प्रजनन क्षमता की कमी हो सकती है पर यह एक अस्थायी प्रभाव है जिससे पुरुषों में शुक्राणु की संख्या कम हो जाती है। इसीलिए पुरुषों को ज्यादा तुलसी खाने से बचना चाहिए।