झगड़े ने खेला मौत का खेल, पापा ने देखा तो कर ली…

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केन्द्रीय विद्यालय में 12वीं कक्षा में पढ़ने वाला एक नाबालिग छात्रा ने मौत को गले लगा लिया। उसने फांसी पर चढ़कर खुदकुशी कर ली। मगर जब पिता ने बेटी की लाश देखी तो सन्न रह गए।

घटना दिल्ली के साकेत इलाके की है। जहां 17 वर्ष की नेहा बिष्ट ने स्कूल में हुए झगड़े के बाद अपने घर में खुद को मौत की सजा दे दी। छात्रा के पिता ऑफिस से घर पहुंचे तो इस दर्दनाक घटना की जानकारी परिवार को हुई और इसके स्थानीय पुलिस को खबर की जानकारी दी गई। वहीं, घटनास्थल पर मौके पर पहुंची पुलिस ने मृतका छात्रा के शव को सुरक्षित रखवा दिया है और मामले की तहकीकात शुरू कर दी है। फिलहाल, पुलिस  स्कूल प्रशासन और जिस लड़की के साथ मृतका का झगड़ा हुआ था, उनसे पूछताछ कर रही है।

नेहा के भाई अखिल ने बताया है कि 30 जुलाई को जब 11वीं कक्षा की छात्रा के परिजन स्कूल पहुंचे तो नेहा स्कूल के लैब में थी। अखिल ने बताया, उन्होंने लैब में जाकर नेहा का गिरेबान पकड़कर  उसे लैब से बाहर निकाला और घसीटते हुए कॉरिडोर में ले आए। यहां उसके परिजनों ने नेहा के साथ बदसलूकी की। अखिल के मुताबिक, 11वीं कक्षा की छात्रा के परिजन नेहा को स्कूल से बाहर ले जाकर पीटना चाहते थे, लेकिन स्कूल के टीचरों ने मामले में बीच-बचाव किया। टीचरों के बीच आने के कारण वे नेहा को कॉरिडोर पर छोड़कर चले गए।

वहीं, पुलिस उपायुक्त विजय कुमार ने बताया कि नेहा बिष्ट परिवार के साथ पुष्प विहार सेक्टर- 3 में रहती थी और पुष्प विहार स्थित केन्द्रीय विद्यालय की कक्षा 12वीं में पढ़ती थी। नेहा के पिता चंदन सिंह बिष्ट बीएसएफ में कॉन्टेबल हैं। पुलिस ने बताया कि पूछताछ में स्कूल प्रशासन    ने जानकारी दी है कि 30 जुलाई को 11वीं में पढ़ने वाली छात्रा के परिजन स्कूल पहुंचे और नेहा की शिकायत स्कूल  प्रशासन से की।

उन्होंने अपनी शिकायत में बताया कि 29 जुलाई को स्कूल से छुट्टी होने के बाद दो बाहरी लड़को के साथ मिलकर नेहा ने अपने ही स्कूल की कक्षा 11 में पढ़ने वाली एक छात्रा को पीटा था। 11वीं कक्षा में पढ़ने वाली छात्रा के परिजनों की शिकायत के बाद शिक्षकों ने नेहा से अपने परिजनों को स्कूल बुलाने की बात कही थी।

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