क्या है ‘के-पॉप’? जिसे किम जोंग उन ने बताया कैंसर, कहा- सुनते पकड़े गए तो लेबर कैंप में काटने होंगे 15 साल
उत्तर कोरिया के तानाशाह किम जोंग उन ने के-पॉप के दीवानों को खुलेआम धमकी दी है। उन्होंने कहा कि यह एक कैंसर की तरह है। उत्तर कोरिया में अगर कोई इसे सुनते हुए पकड़ा गया या साउथ कोरिया के ड्रामा को देखा तो उसे लेबर कैंप में 15 साल की कैद होगी। दक्षिण कोरिया के कोरियन पॉप को आम बोलचाल की भाषा में के-पॉप के नाम से जाना जाता है। मुख्य रूप से वेस्टर्न म्यूजिक पर बेस्ड के-पॉप में अब कई सारे डांस मूव्स और म्यूजिक स्टाइल आ मिले हैं। इस कारण दक्षिण कोरिया के इस पॉप म्यूजिक के पूरी दुनिया में दीवाने मिलेंगे।
पूरी दुनिया में हैं के-पॉप के दीवाने
दक्षिण कोरियाई म्यूजिक, टीवी शो और फिल्में पूरी दुनिया में लोकप्रिय हैं। इसमें तानाशाही के बोझ तले दबा उत्तर कोरिया भी शामिल हैं। भाषा-खानपान-संस्कृति आदि में समानता होने के कारण उत्तर कोरियाई लोग के-पॉप को खूब पसंद भी करते हैं। उत्तर कोरिया में लोगों का सांस्कृतिक जीवन सरकार तय करती है। यही बात है कि उत्तर कोरिया में दक्षिण कोरियाई संस्कृति को बढ़ता देख किम जोंग उन ने यह धमकी भरा आदेश जारी किया है।
दक्षिण कोरियाई एंटरटेनमेंट आखिर उत्तर कोरिया कैसे पहुंचता है
उत्तर कोरिया में मनोरंजन के साधन सीमित हैं। मीडिया और इंटरनेट की सेंसरशिप ने लोगों को मनोरंजन के लिए दक्षिण कोरिया से तस्करी करने के लिए प्रेरित किया। यही कारण है कि पिछले कई दशकों से दक्षिण कोरिया से वीसीआर, सीडी, डीवीडी जैसे स्टोरेज डिवाइस के जरिए सीमा पार तस्करी की जाती है। सीमा पर सख्ती होने के बाद मनोरंजन के इन साधनों की तस्करी का रूट भी बदल गया। अब ये सभी सामान चीन से लगी सीमा से पेनड्राइव्स के जरिए सप्लाई की जाती हैं।
उत्तर कोरियाई मीडिया ने भी उगला जहर
न्यूयॉर्क टाइम्स की रिपोर्ट के अनुसार, उत्तर कोरिया की सरकारी मीडिया ने हाल के महीने में लगभग रोज इस मुद्दे पर तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त की है। दक्षिण कोरियाई फिल्मों, ड्रामा और के-पॉप म्यूजिक के जरिए उत्तर कोरिया में बढ़ते समाजवाद विरोधी लहर को लेकर यहां की मीडिया रोज कुछ न कुछ लिख और बोल रही हैं। यही कारण है कि किम जोंग ने सांस्कृतिक आक्रमण रोकने के लिए आदेश जारी किया है।
किम जोंग उन ने किया सजा का ऐलान
किम जोंग उन के आदेश में कहा गया है कि दक्षिण कोरिया की म्यूजिक और टीवी सीरियल्स हमारे देश की पोशाक, हेयर स्टाइल, भाषा और व्यवहार को भ्रष्ट बना रही है। दिसंबर में ही इससे संबंधित एक कानून लाया गया था जिसमें दक्षिण कोरिया के किसी भी एंटरटेनमेंट को देखने पर लेबर कैंप में 15 साल की कैद की सजा हो सकती है। पहले यह अधिकतम सजा केवल 5 साल की थी। इतना ही नहीं, इन पेन ड्राइव्स की तस्करी में शामिल लोगों को पकड़े जाने पर मौत की सजा देने का प्रावधान है।
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