120 दुकानें खाक, 500 करोड़ का नुकसान, कोरोना के बाद उबरे कारोबार को आग ने फिर उजाड़ दिया

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120 दुकानें खाक, 500 करोड़ का नुकसान, कोरोना के बाद उबरे कारोबार को आग ने फिर उजाड़ दिया

120 दुकानें खाक, 500 करोड़ का नुकसान, कोरोना के बाद उबरे कारोबार को आग ने फिर उजाड़ दिया

नई दिल्ली : कोरोना काल की मंदी झेलने के बाद भागीरथ पैलेस के इलेक्ट्रॉनिक व्यापारियों के चेहरे पर मुस्कान आई ही थी कि आग की एक चिंगारी ने उनके कारोबार को फिर उजाड़ दिया। गुरुवार रात करीब 9 बजे भागीरथ पैलेस के ग्राउंड फ्लोर स्थित एक दुकान में शॉर्ट-सर्किट हुआ। जिसकी चिंगारी से एसी में तेज धमाका होने के साथ ही आग की लपटें पूरी बिल्डिंग में फैल गईं। फायर ब्रिगेड की टीम आग बुझाने में रात-दिन जुटी रहीं। हालांकि, 20 घंटे बीत गए, फिर भी इमारत से धुएं का गुबार निकल रहा है, जिससे लोगों को सांस लेना मुश्किल हो गया है।

आग और पानी दोनों बने मुसीबत
भागीरथ पैलेस में बिजली से जुड़े सारे उपकरणों की बिक्री होती है। दिल्ली के अलावा एनसीआर, लखनऊ, बनारस, समेत कई बड़े शहरों में यहां से उपकरणों की सप्लाई होती है। गुरुवार रात करीब 9 बजे आग लगने से बाजार में अफरा-तफरी मच गई। व्यापारी-ग्राहक सब भागने लगे। धीरे-धीरे कर आग की लपटें चौथी मंजिल तक पहुंच गई, जिसकी चपेट में आने से कई उपकरण खाक हो गए।

चांदनी चौक के भागीरथ पैलेस में लगी आग पर अब तक काबू नहीं, दुकानदारों ने बताया- भारी नुकसान हो गया
स्थानीय लोगों के मुताबिक, करीब आधे घंटे के अंदर फायर विभाग की टीम मौके पर पहुंची, लेकिन आग पर काबू पाने में नाकाम रही। एक कारोबारी ने बताया कि ज्यादातर उपकरण आग की चपेट में आने से राख हो गए, तो कुछ पानी में भीगने से भी बेकार हो गए। दिल्ली इलेट्रिक्ल ट्रेडर्स असोसिएशन के प्रधान अजय शर्मा ने बताया कि आग लगने से 120 दुकानें खाक हो गईं। करीब 500 करोड़ का नुकसान हुआ है। सरकार से हमारी मांग है कि जिन व्यापारियों का नुकसान हुआ है, उन्हें मुआवजा दिया जाए। उधर, कॉन्फेडरेशन ऑफ ऑल इंडिया ट्रेडर्स के दिल्ली प्रदेश अध्यक्ष विपिन आहूजा ने कहा कि पीड़ित व्यापारियों के साथ दिल्ली के सभी व्यापारी खड़े हैं। उनकी हर संभव मदद की जाएगी।

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तार का मकड़जाल भी बना जंजाल
भागीरथ पैलेस करीब पांच बड़ी बिल्डिंगों से घिरा हुआ है, जहां गली से लेकर बिल्डिंग के अंदर सभी दुकानों में तारों का मकड़जाल है। कई तारें नंगी ही लटक रही हैं, जिससे कभी भी कोई हादसा हो सकता है, लेकिन जिम्मेदारों को इसकी फ्रिक नहीं है। अजय शर्मा ने बताया कि तारों के इस मकड़जाल से निजात पाने के लिए दिल्ली सरकार से लेकर बिजली विभाग, एलजी को पत्र लिखा गया है। लेकिन किसी ने भी इसे गंभीरता से नहीं लिया, जिसका खामियाजा व्यापारियों को भुगतना पड़ा।


पीड़ितों के छलके आंसू

इलेक्ट्रॉनिक उपकरण के कारोबारी उमेश की दुकान आग की लपटों में राख हो गई। आग लगने की दास्तान सुनते ही उमेश की आंखें भर गईं। उमेश बताते हैं कि करीब 20 मिनट में सब कुछ जल गया। एक अन्य इलेक्ट्रॉनिक कारोबारी मनोज अपने भाई के साथ मिलकर भागीरथ पैलेस में कई साल से अपनी दुकान चला रहे थे। मनोज का कहना है कि जिस दुकान में आग लगी उससे उनकी दुकान की दूरी करीब 20 मीटर है। करीब 9 बजे इतना तेज धमाका हुआ जैसे बम फूट रहे हों। एसी और बिजली के तार से आग तेजी से धधकने लगीं, जिससे सब कुछ खाक हो गया।

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