हरियाणा मुख्यमंत्री खट्टर ने माना, फरीदाबाद नगर निगम लूट का अड्डा… जानें क्या बोले

12
हरियाणा मुख्यमंत्री खट्टर ने माना, फरीदाबाद नगर निगम लूट का अड्डा… जानें क्या बोले

हरियाणा मुख्यमंत्री खट्टर ने माना, फरीदाबाद नगर निगम लूट का अड्डा… जानें क्या बोले

फरीदाबाद: आए दिन भ्रष्टाचार के लिए चर्चा में रहने वाले फरीदाबाद नगर निगम पर मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने भी सख्ती दिखाई है। फरीदाबाद पहुंचे मुख्यमंत्री ने माना कि नगर निगम लूट का अड्डा बन चुका है। शहर की बिगड़ी इंजीनियरिंग के चलते लोगों को जलभराव, टूटी सड़कों और जाम से जूझना पड़ता है। इसे देखते हुए मुख्यमंत्री ने ग्रीवांस कमिटी की बैठक के दौरान पूरे फरीदाबाद शहरी क्षेत्र को मास्टर प्लान के तहत विकसित करने की घोषणा की है। सीएम ने आईआईटी रुड़की या दिल्ली के इंजिनियरों के साथ मिलकर FMDA को प्लान बनाने को कहा है। इसके साथ ही नगर निगम के चीफ इंजिनियर को ग्रीवांस की बैठक में एक मामले की सुनवाई के दौरान फटकार भी लगाई है। NHAI के अधिकारियों को कड़े शब्दों में शहर के अन्य अथॉरिटी के साथ कोआर्डिनेशन में काम करने को कहा। ऐसा न करने पर दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेसवे के लिंक रोड का काम बंद कराने की चेतावनी भी दी। बैठक में मुख्यमंत्री के सामने 14 परिवाद रखे गए, जिनमें से 12 का निपटारा मौके पर किया गया। सीएम ने घोषणा की कि गुड़गांव से ज्यादा फरीदाबाद का विकास किया जाएगा। मुख्यमंत्री ने श्रीहरिकोटा से आदित्य-एल-1 की सफल लॉन्चिंग पर वैज्ञानिकों को शुभकामनाएं भी दीं।

वॉट्सऐप पर लड़कियों की डीपी लगाकर लुभाता, फिर सेक्स विडियो रेकॉर्ड कर ब्लैकमेल करता ब्लैकमेल, युवक अरेस्ट

FMDA, IIT इंजिनियरों संग मास्टर प्लान बनाने के आदेश

मुख्यमंत्री ने कहा कि आईआईटी टीम के सहयोग से नगर निगम क्षेत्र में स्ट्रक्चर व लेवलिंग की जांच की जाएगी और जहां सुधार होना है या विकास योजनाओं के तहत नया स्वरूप दिया जाना है, इस दिशा में ठोस कदम उठाए जाएंगे। सड़क निर्माण, जल निकासी सहित अन्य व्यवस्थापूर्ण प्रबंध मास्टर प्लान के तहत होंगे। उन्होंने कहा कि सीवरेज सिस्टम, सड़क तंत्र सहित पेयजल व्यवस्था के अनुरूप डिजाइन फाइनल करते हुए मास्टर प्लान तैयार किया जाएगा। बैठक में जल प्रबंधन पर पूरा फोकस रखने के निर्देश भी दिए गए। उन्होंने कहा कि जल संरक्षण पर ध्यान देना समय की जरूरत है। इस मौके पर केंद्रीय राज्यमंत्री कृष्णपाल, हरियाणा के परिवहन मंत्री मूलचंद शर्मा, विधायक सीमा त्रिखा, नरेंद्र गुप्ता, राजेश नागर, नयनपाल रावत, DC विक्रम सिंह, पुलिस कमिश्नर राकेश आर्य सहित अन्य विभागाध्यक्ष व परिवेदना समिति के सरकारी, गैर सरकारी सदस्य मौजूद रहे।
navbharat times -हरियाणा में खिलाड़ियों को एक साल में होने वाली भर्ती में मिलेगा 3% आरक्षण, HSSC के नियमों में बदलाव

NHAI को दी प्रॉजेक्ट रोकने की चेतावनी

तिलपत से पहुंचे बृजलाल ने कहा कि तिलपत रोड को 9.70 करोड़ की लागत से तैयार किया गया था। यहां फुटपाथ, नालियां, स्ट्रीट लाइट और सड़क का निर्माण हुआ, फिर भी नालियों का पानी लेवल बिगड़ा होने के चलते तिलपत सड़क पर भर जाता है। सीएम ने कहा कि नगर निगम ने सबसे ज्यादा लूट मचा रखी है। सबके धंधे पकड़े गए हैं। अधिकारी व कर्मचारियों की ओर से गड़बड़ सहन नहीं की जाएगी। कोरोनाकाल में किए काम का का भुगतान न होने को लेकर ठेकेदार की शिकायत पर सीएम ने कारण पूछा तो चीफ इंजिनियर बीके कर्दम ने जवाब दिया कि इसका भुगतान पंचायत करेगी। सीएम नाराज हुए और बोले कि गांव निगम के दायरे में आ गया तो देनदारी भी निगम की है। दोबारा ऐसा कहा कि पंचायत भुगतान देगी तो कार्रवाई की जाएगी। 15 दिन में ठेकेदार की पेमेंट ब्याज के साथ हो जानी चाहिए।

शिकायत आई कि फरीदाबाद सेक्टर-62, 63, 64, 65 में दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेसवे लिंक रोड बनने के कारण सेक्टरों की सीवर डैमेज हो गई है। इसका पानी सेक्टर-3 के डिस्पोजल में नहीं जा पा रहा है। सेक्टरों में सीवर का पानी भरा है। पिछली मीटिंग में भी मुद्दा उठा था। शनिवार को अधिकारियों ने जानकारी दी कि NHAI कोआर्डिनेशन नहीं कर रहा है। सीएम ने NHAI अधिकारियों को चेतावनी दी कि कोआर्डिनेट नहीं किया तो तुम्हारा प्रॉजेक्ट मैं रोक दूंगा। सीएम ने दूसरी सीवर लाइन डालने और तब तक मोटर की संख्या बढ़ाकर सीवर का पानी निकालने के आदेश दिए हैं। साथ ही अगली बैठक में इस मुद्दे को दोबारा से उठाने को कहा है।

navbharat times -हरियाणा में 1800 और कॉलोनियां होंगी वैध, गुरुग्राम, फरीदाबाद और पलवल समेत अब तक 685 कॉलोनियों को मिला फायदा

इन मुद्दों को भी किया हल

लोन के दौरान दिए मकान के कागजात वापस नहीं करने के मामले में सीएम ने तत्काल एक सहकारी समिति के खिलाफ एफआईआर करवाने के आदेश दिए। ऊंचागांव में टूटी सड़क व सीवर की समस्या को दो महीने में दूर करने के आदेश दिए। पलवली के एक युवक की हत्या के मामले में निष्पक्ष जांच के लिए सीएम ने एसआईटी गठित कर सभी आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई को कहा। सीएम ने एक मामले में सुनवाई करते हुए एचएसवीपी को अवैध रूप से बन रहे निर्माण को तत्काल प्रभाव से सोमवार तक तोड़ने के आदेश दिए हैं। वहीं पानी की आपूर्ति को दूर करने के लिए सीएम ने सिंचाई विभाग को नाहर से सिल्ट निकालकर लेवेलिंग करके दो महीने में ठीक करने के आदेश दिए हैं।

पंजाब की और खबर देखने के लिए यहाँ क्लिक करे – Punjab News