स्मार्ट बन गया बिहार, दूसरे राज्य फॉलो करेंगे; अमित शाह और नीतीश की मीटिंग में इस स्कीम की तारीफ हुई

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स्मार्ट बन गया बिहार, दूसरे राज्य फॉलो करेंगे; अमित शाह और नीतीश की मीटिंग में इस स्कीम की तारीफ हुई

स्मार्ट बन गया बिहार, दूसरे राज्य फॉलो करेंगे; अमित शाह और नीतीश की मीटिंग में इस स्कीम की तारीफ हुई

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बिहार की चर्चा देश के पिछड़े राज्यों में होती है। पिछले दिनों नीतीश कुमार के विरोधी आरसीपी सिंह ने बिहार को बीमारू राज्य बता दिया। लेकिन, कुछ ऐसे भी मामले हैं जिनमें हमारा राज्य रोल मॉ़डल बनकर उभरा है। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह की अध्यक्षता में आयोजित पूर्वी क्षेत्रीय परिषद (EZC) की बैठक में बिहार के स्मार्ट प्रीपेड बिजली मीटर की सफलता की कहानी दिखाई गई।  बिहार देश का इकलौता राज्य है जो सभी तरह के उपभोक्ताओं के यहां स्मार्ट मीटर लगा रहा है। स्मार्ट मीटर को लेकर दिखाए गए प्रेजेंटेशन की बैठक में सराहना मिली और अन्य राज्यों ने भी अपने यहां इसे लगाने की बात कही।

बैठक में बिहार सरकार की ओर से एक मात्र पावर प्वाइंट प्रेजेंटेशन स्मार्ट प्रीपेड बिजली मीटर पर हुआ। बिजली कंपनी के सीएमडी संजीव हंस की मौजूदगी में साउथ बिहार पावर डिस्ट्रीब्यूशन कंपनी के प्रबंध निदेशक महेन्द्र कुमार ने स्मार्ट मीटर से हो रहे सामाजिक व वित्तीय असर के बारे में  बताया। 

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पीपीटी के माध्यम से बताया गया कि राज्य में अभी एक करोड़ 89 लाख 56 हजार बिजली उपभोक्ता हैं। इसमें से एक करोड़ 67 लाख यानी 88 फीसदी उपभोक्ता घरेलू श्रेणी के हैं। गैर घरेलू श्रेणी के उपभोक्ताओं की संख्या 14 लाख यानी सात फीसदी, कृषि कनेक्शन पांच लाख यानी तीन फीसदी, औद्योगिक कनेक्शन दो लाख यानी डेढ़ फीसदी और अन्य श्रेणी के एक लाख यानी 0.5 फीसदी उपभोक्ता हैं। कंपनी ने बताया कि अक्टूबर 2018 में हर घर बिजली कनेक्शन का लक्ष्य पूरा करने के बाद सबको बिजली की सुविधा उपलब्ध कराना चुनौती थी। बिलिंग में शिकायतें अधिक आ रही थी। मीटर रीडिंग में परेशानी हो रही थी। इसे देखते हुए ही बिहार ने शत-प्रतिशत उपभोक्ताओं को स्मार्ट प्रीपेड मीटर लगाने का निर्णय लिया। 

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पहले चरण में 23.5 लाख शहरी उपभोक्ताओं के यहां स्मार्ट मीटर लगाने का निर्णय लिया गया। इसमें से अब तक साढ़े 15 लाख मीटर लग चुके हैं। दूसरे चरण में नौ जिले में 36 लाख मीटर लगाने का लक्ष्य तय किया गया है जिसमें से अब तक पांच लाख मीटर लग चुके हैं। ढाई साल में बाकी घरों में मीटर लगा लिए जाएंगे। तीसरे चरण में राज्य के अन्य 29 जिले में एक करोड़ 12 लाख मीटर लगाने का लक्ष्य तय किया गया है। 27 महीने में इस लक्ष्य को पूरा कर लिया जाएगा। देश में अब तक लगे स्मार्ट मीटर में से केवल बिहार में ही 80 फीसदी स्मार्ट मीटर लगे हैं।

 

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