सिविल डिफेंस की कमान DM Tina Dabi के हाथ, आखिर क्यों एक फायर ब्रिगेड के भरोसे राजस्थान का सबसे बड़ा जिला ?
सुदूर क्षेत्र में फैले जैसलमेर में नहरी इलाके हो या भारत-पाक सरहद पर मौजूद कोई गांव यह अग्निशमन वाहन ही पूरे जिले का एकमात्र सहारा है। नगर परिषद क्षेत्र से बाहर छोटी-बड़ी कोई भी आगजनी की घटना हो। फिर जिला मुख्यालय से 200 किलोमीटर दूर नोख ग्राम पंचायत हो या भारत-पाक सरहद पर स्थित शाहगढ़ गांव। हर जगह यह अग्निशमन ही आग पर काबू पाने के लिए यही फायर बिग्रेड एकमात्र सहारा है। दूरी के कारण जब तक यह वाहन वहां पहुंचता है तब तक आग अपना विकराल रूप ले लेती है और काफी नुकसान पहुंचा देती है। हालांकि नगर परिषद जैसलमेर और नगर पालिका पोकरण के पास फायर ब्रिगेड की व्यवस्था है लेकिन वे नगरीय क्षेत्र तक ही सीमित है।
DM टीना डाबी के हाथ है सिविल डिफेंस की कमान
नागरिक सुरक्षा डिपार्टमेंट जिला कलेक्टर के अधीन आता है। इन दिनों जिले की कमान जिला कलेक्टर टीना डाबी के हाथ में है। वही जिले में आगजनी पर नियंत्रण के लिए नगर परिषद क्षेत्र से बाहर यदि बात कि जाए तो एक मात्र यही वाहन है जिससे आगजनी पर काबू पाई जा सकती है।
12 फायरमैन में से मात्र तीन ही कार्यरत
राज्य सरकार के निर्देशन में सिविल डिफेंस जैसलमेर के लिए में 12 फायरमैन को प्रशिक्षण दिया गया है। इसमें से मात्र तीन ही कार्यरत है वहीं अन्य 9 कार्यमुक्त है। अन्य फायर ब्रिगेड वाहन ना होने से इन 9 फायरमैन के पास कोई काम नहीं है। फायरमैन प्रशिक्षण तो ले चुके हैं लेकिन उन्हें अभी तक अग्निशमन यंत्र नहीं मिल पाया है।
उठी फायर ब्रिगेड बढ़ाने की मांग
जैसलमेर जिले में बीते लंबे समय से आगजनी की घटनाओं पर काबू पाने के लिए फायर ब्रिगेड की व्यवस्था की मांग उठ रही थी जिस पर जिला प्रमुख प्रताप सिंह सोलंकी ने जानकारी देते हुए बताया है कि जिले में आगजनी की घटनाएं ज्यादा बढ़ रही है। सुदूर नोख,नाचना,मोहनगढ़, रामगढ़,शाहगढ, म्याजलार, झिनझिनयाली जैसे क्षेत्रों में भी आगजनी पर काबू पाने के लिए काफी परेशानियों का सामना करना पड़ता है।।
इसके लिए जिला परिषद की आगामी बैठक में प्रस्ताव लाएंगे और पंचायत समिति स्तर पर अग्निशमन वाहन की व्यवस्था की जाएगी। इससे कि आगजनी पर शीघ्रता शीघ्र काबू पाया जा सके। बतादे कि 22 मार्च को जिलापरिषद की बैठक आयोजित की जाएगी।
जिले में आग लगने की बड़ी घटनाएं, जानिए कब हुई
1.18 मार्च 2013 अवाय और चिन्नू छेत्र में नहर किनारे 12 घण्टे तक भभकती रही भीषण आग
2 .6 अप्रैल 2013 सुथारवाला मंडी के पास चारे में लगी आग हजारों क्विंटल चारा जला
3. 17 अप्रैल 2013 नाचना फांटा पोकरण मार्ग में वन विभाग के क्षेत्र में लगी भीषण आग
4. भादरिया क्षेत्र में नहर किनारे लगी आग में सैकड़ो पेड़ हुए स्वाहा
5. 4 मई 2013 को नाचना में भीषण आग से वन कई पेड़ हुए राख।
6. 22 मई 2014 वन विभाग की नर्सरी में लगी आग से बड्डा गांव में जले झोपे।
7. 14 मई 2015 रामगढ़ नहरी क्षेत्र में भीषण आग ने मचाई तबाही
8. 21 मई 2016 नाचना क्षेत्र में वन विभाग के पेड़ों में आग लगने से भीषण तबाही
9. 23 मई 2016 को 1251 rd पुलिया से पहले लगी आग से कई पेड़ जल के राख
10. 14 अप्रैल 2017 नोख में आग लगने से कई पेड़ जल के राख
11. 29 मार्च 2018 नाचना छेत्र में तीन किलोमीटर में लगी आग में नष्ट हुई अपार वन संपदा
12. 22 मार्च 2019 रामगढ़ छेत्र में 254rd क्षेत्र में भभकी भयंकर आग
13. 29 फरवरी 20 नहरी बेल्ट के 1118 rd वनीय क्षेत्र में भयंकर आग
14. 28 अप्रैल 20 नहरी क्षेत्र में 1117 rd में आग लगने से वन्य सम्पदा जल के राख।
15. 19 मई 20 नहरी क्षेत्र के 1170 rd में भड़का भयंकर आग
16. 15 मार्च 2022 नहरी क्षेत्र के 1357 rd के पास की वन पट्टी में भड़के दावानल से कई किलोमीटर वन संपदा नष्ट
17. 2022 में पिछले मई-जून की गर्मियों में रामगढ़-मोहनगढ़ नाचना नहरी क्षेत्रो में कई जगह लगी भीषण आग।
80 साल के इस ‘जवान’ के अचूक निशाने की सोशल मीडिया पर हो रही वाह वाही!