सिरफिरे रिश्तेदार ने चेहरे पर फेंक दिया था एसिड, 20 साल बाद रुकैया ने खोला राज तो दंग रह गए ADG
मामला आगरा के थाना एत्माद्दौला पीलाखार स्थित अग्रसेनपुरम का है। यहां की रहने वाली 34 साल की रुकैया ने 20 साल बाद एसिड अटैक के आरोपी के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया है। एसिड अटैक सर्वाइवर रुकैया ने बताया कि उसकी बड़ी बहन का देवर आरिफ उस पर मोहित हो गया था और उससे शादी करना चाहता था। रुकैया ने उसके इस प्रस्ताव को ठुकरा दिया क्योंकि उसकी उम्र भी कम थी और आरिफ रिक्शा चलाता था।
सिरफिरे आशिक आरिफ को यह बात अच्छी नहीं लगी और एक दिन उसने रुकैया के ऊपर तेजाब फेंक दिया। इससे उसका चेहरा और शरीर बुरी तरह झुलस गया। रुकैया की जान तो बच गई लेकिन चेहरा खराब हो गया। उस समय बड़ी बहन का घर बिगड़ने के डर से रुकैया के घरवाले शांत हो गए और कोई केस दर्ज नहीं कराया।
एडीजी राजीव कृष्ण ने की मुलाकात
रूकैया ने बताया कि 2016 से वह आगरा के फतेहाबाद रोड स्थित शीरोज हैंगआउट कैफे पर काम कर रही है। 6 दिसंबर 2022 को कैफे पर एडीजी राजीव कृष्ण आए थे। उन्होंने सभी एसिड सर्वाइवरों से बात की थी। तब उसने अपनी कहानी उन्हें बताई। एडीजी के आश्वासन के बाद मामला पुलिस कमिश्नर डॉ. प्रीतिंदर सिंह के संज्ञान में आया और उन्होंने कार्रवाई के आदेश दिए। इस पर आरोपी के खिलाफ मुकदमा पंजीकृत किया गया है।
सिरफिरे ने उजाड़ दिए सपने
रुकैया ने बताया कि उसकी बहन इसरत जहां का ससुराल अलीगढ़ के मसानी का नगला, तुर्कमान गेट कोतवाली, अलीगढ़ में है। 7 सितंबर 2002 की रात जब वह टॉयलेट जाने के लिए दरवाजे के बाहर खड़ी थी। तभी सिरफिरे आरिफ ने उसके ऊपर एसिड से हमला कर दिया। उसने कभी एसिड का नाम भी नहीं सुना था। जब उस पर हमला हुआ तब उसे पता चला कि एसिड कितना खतरनाक होता है। तेजाब से उसका शरीर और चेहरा झुलस गया था। उसकी शादी के लिए कोई अच्छा रिश्ता नहीं मिला। 2010 में उसकी शादी एक ऐसे व्यक्ति से कर दी गई, जो कोई काम नहीं करता था। वह भी उसे 2016 में छोड़कर चला गया। तब से वह अपने 11 साल के बेटे मोहम्मद उमर के साथ रहती है।
दिल्ली में रहता है आरिफ
रुकैया ने बताया कि आरिफ की शादी हो चुकी है। वह अपने दो बच्चे और पत्नी के साथ दिल्ली में रहता है। वह कपड़े बेचने का काम करता है। वह आरिफ को सजा दिलाना चाहती है। रुकैया कहती है कि मैं उन लड़कियों के लिए भी कहना चाहती हूं जो ऐसे मामलों में शांत हो जाती हैं। उन्हें भी आगे आना चाहिए और आरोपियों को सबक सिखाना चाहिए।
रिपोर्टः सुनील साकेत