सतना : अटल लैब स्थापित नहीं करने पर केन्द्र ने ब्याज सहित वापस मांगी राशि | Satna: Atal Tinkering Lab not built, amount returned | Patrika News
सतनाPublished: Jul 11, 2023 10:34:11 am
सरकारी स्कूल के बच्चे धूल लगी परखनली और पीपेट से बाहर निकल कर एक ऐसी लैब में काम करें जहां उनके इनोवेशन, क्रिएटीविटी और वैज्ञानिक पहलुओं को बढ़ावा मिले और यहां युवा वैज्ञानिक तैयार हों। इसके लिए मोदी सरकार ने अटल एनोवेशन मिशन के तहत अटल टिकरिंग लैब की शुरुआत की। यह लैब देश के चुनिंदा 10 हजार स्कूलों में बनाई जानी थी। इसमें से एक लैब मैहर के उत्कृष्ट उमावि में भी बननी थी। केन्द्र सरकार ने इसके लिए 12 लाख रुपये की पहली किस्त भी दे दी। लेकिन मैहर के प्राचार्य को ये सब रास नहीं आया और…
सतना : अटल लैब स्थापित नहीं करने पर केन्द्र ने ब्याज सहित वापस मांगी राशि
सतना। मैहर के एक्सीलेंस विद्यालय प्रबंधन ने शैक्षणिक व्यवस्था के मामले में विद्यालय को पूरे देश के सामने शर्मिंदा कर दिया है। भारत सरकार के नीति आयोग ने लैब निर्माण के लिए दी गई 12 लाख की राशि लैब निर्माण में असफल रहने पर 11.50 फीसदी ब्याज के साथ वापस मांग ली है। इसको लेकर हड़कम्प मच गया है। क्योंकि यह राशि देशभर के चुनिंदा 10 हजार विद्यालयों को दी गई थी। इसका उद्देश्य छात्रों के मन में जिज्ञासा, रचनात्मकता और कल्पना को बढ़ावा देने सहित डिजाइन मानसिकता, कम्प्यूटेशनल सोच, अनुकूली शिक्षा, भौतिक कंप्यूटिंग जैसे कौशल विकसित करना था। इस असफलता को लेकर डीईओ ने अब आनन फानन में दो सदस्यीय जांच कमेटी गठित की है।
सतनाPublished: Jul 11, 2023 10:34:11 am
सरकारी स्कूल के बच्चे धूल लगी परखनली और पीपेट से बाहर निकल कर एक ऐसी लैब में काम करें जहां उनके इनोवेशन, क्रिएटीविटी और वैज्ञानिक पहलुओं को बढ़ावा मिले और यहां युवा वैज्ञानिक तैयार हों। इसके लिए मोदी सरकार ने अटल एनोवेशन मिशन के तहत अटल टिकरिंग लैब की शुरुआत की। यह लैब देश के चुनिंदा 10 हजार स्कूलों में बनाई जानी थी। इसमें से एक लैब मैहर के उत्कृष्ट उमावि में भी बननी थी। केन्द्र सरकार ने इसके लिए 12 लाख रुपये की पहली किस्त भी दे दी। लेकिन मैहर के प्राचार्य को ये सब रास नहीं आया और…
सतना : अटल लैब स्थापित नहीं करने पर केन्द्र ने ब्याज सहित वापस मांगी राशि
सतना। मैहर के एक्सीलेंस विद्यालय प्रबंधन ने शैक्षणिक व्यवस्था के मामले में विद्यालय को पूरे देश के सामने शर्मिंदा कर दिया है। भारत सरकार के नीति आयोग ने लैब निर्माण के लिए दी गई 12 लाख की राशि लैब निर्माण में असफल रहने पर 11.50 फीसदी ब्याज के साथ वापस मांग ली है। इसको लेकर हड़कम्प मच गया है। क्योंकि यह राशि देशभर के चुनिंदा 10 हजार विद्यालयों को दी गई थी। इसका उद्देश्य छात्रों के मन में जिज्ञासा, रचनात्मकता और कल्पना को बढ़ावा देने सहित डिजाइन मानसिकता, कम्प्यूटेशनल सोच, अनुकूली शिक्षा, भौतिक कंप्यूटिंग जैसे कौशल विकसित करना था। इस असफलता को लेकर डीईओ ने अब आनन फानन में दो सदस्यीय जांच कमेटी गठित की है।