वीरेंद्र सहवाग का खुलासा, पहली बार कब की थी तेंदुलकर की नकल

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वीरेंद्र सहवाग का खुलासा, पहली बार कब की थी तेंदुलकर की नकल

वीरेंद्र सहवाग ने बताया कि कब उन्होंने क्रिकेट खेलना शुरू किया था और क्यों। तेंदुलकर को देखकर करते थे उनकी नकल।

 

.नई दिल्ली। टीम इंडिया के पूर्व विस्फोटक बल्लेबाज वीरेंद्र सहवाग (Virender Sehwag) ने क्रिकगुुरु ऐप की लॉन्चिंग पर अपने आदर्श और जोड़ीदार मास्टर ब्लास्टर सचिन तेंदुलकर (Sachin Tendulkar) को लेकर खुलकर बातचीत की। उन्होंने 1992 वर्ल्ड कप के दौर को याद करते हुए बताया कि वह टीवी पर सचिन की बैटिंग देखकर उनकी नकल करने का प्रयास किया करते थे। सहवाग ने बताया कि सचिन को पहली बार उन्होंने 1992 वर्ल्ड कप के दौरान बल्लेबाजी करते हुए देखा था।

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.सचिन की बल्लेबाजी की करता था नकल
सहवाग ने कहा, ‘क्रिकेट मैदान पर खेला जाता है, लेकिन देखकर भी काफी कुछ सीखा जा सकता है। यदि मैं अपना उदाहरण दूं तो मैंने 1992 वर्ल्ड के दौरान सचिन को खेलेते देख क्रिकेट खेलना शुरू किया था। मैं टीवी पर उनकी बल्लेबाजी देखकर नकल करने का प्रयास करता था।’

.पहले इतनी सुविधा नहीं थी
सहवाग ने बताया कि मैंने टीवी पर सचिन को खेलते देख काफी कुछ सीखा। मैं यह देखता था कि वह कैसे स्ट्रेट ड्राइव लगाते है या बैकफुट पंच मारते हैं। क्रिकगुुरु ऐप लॉचिंग के मौके पर सहवाग के साथ संजय बागड़ थे। बागड़ ने कहा, ‘आजकल के समय में आपके पास अपने पंसदीदा क्रिकेटर्स के वीडियो हैं। मसलन एबी डिविलियर्स, ब्रायन लारा, क्रिस गेल या वीरेंद्र सहवाग या कोई और। हमारे समय में वीडियो उपलब्ध नहीं थे।’

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.क्रिकेट की तकनीक पर भी होगी बात
सहवाग ने कहा, ‘हमारे समय में ऐसी सुविधाएं नहीं थी कि किसी से ऑनलाइन बात करके या वीडियो सबस्क्राइब करके सीखा जा सके। अगर ऐसा होता तो मैं जरूर करता और बेहतर सीख पाता। खेल में मानसिक और तकनीकी दोनों पहलुओं पर जोर देते हुए सहवाग ने कहा कि मानसिक पहलु अहम होता है और हमने उसी को ध्यान में रखकर यह ऐप लॉन्च किया है। इसके बाद हम क्रिकेट की तकनीक पर भी बात करेंगे।












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