वर्ष 2030 तक एड्स रोग मुक्त होगा भारत: सीएस

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वर्ष 2030 तक एड्स रोग मुक्त होगा भारत: सीएस


बेगूसराय। निज प्रतिनिधि

वर्ष 2030 तक भारत से एड्स का उन्मूलन करने का लक्ष्य केंद्र सरकार का है। इसके लिए व्वास्थ्य विभाग तैयार है। यह तभी संभव है जब एड्स के प्रति शत प्रतिशत लोग जागरूक बने। इसके लिए सबसे जरूरी यह है कि प्रत्येक गर्भवती महिलाओं की एचआईवी जांच सभी पीएचसी में अनिवार्य हो। ये बातें सिविल सर्जन डॉ. प्रमोद सिंह ने बुधवार को सदर अस्पताल में कहीं। वे स्वास्थ्य विभाग की ओर से सदर अस्तपाल में विश्व एड्स दिवस पर आयोजित एक दिवसीय कार्यशाला में बोल रहे थे। कार्यक्रम का सीएस के अलावा एनएसडीपीओ डॉ. संजय सिंह, सीडीओ डॉ. पुरूषोत्तम कुमार, डीएस डॉ. विनोद शर्मा, डीआईओ डॉ. गोपाल मिश्रा, एसएमओ डॉ. मृत्युंजय कुमार व जिला प्रभारी सुपरवाईजर संतोष कुमार संत ने संयुक्त रूप से दीप प्रज्ज्वल कर उद्घाटन किया।

सीएस डॉ. प्रमोद सिंह ने एचआईवी एड्स के वैश्विक स्थिति के बारे में जानकारी देते हुए इससे बचाव के लिए हर हालत में लोगों को जागरूक होने के आह्वान किया। उन्होंने कहा कि इस साल विश्व एड्स दिवस की थीम असमानताओं को खत्म् करें, एड्स खत्म करें है। उन्होंने कहा कि एचआईवी व टीबी जो दोनों संक्रमित रोग है उनमें से हर तीन मरीज में से एक टीबी मरीज की मौत हो रही है। उन्होंने चिकित्सकों को हिदायत देते हुए कहा कि जिनको टीबी है उसका हर हाल में एचआईवी और सुगर की जांच करना है। यदि जांच में कोताही बरती गयी व किसी भी स्तर पर शिकायत मिली तो संबंधित चिकित्सक व कर्मी पर सीधी कार्रवाई के लिए तैयार रहने को कहा गया है। कार्यशाला में चिकित्सक से लेकर स्वास्थ्यकर्मियों व एड्स के लिए काम कर रहे वर्करों को एड्स से बचाव के लिए अत्याधुनिक तकनीक की जानकारी दी गयी।

मौके पर सभी पीएचसी के प्रभारी, सदर अस्पताल के चिकित्सक व स्वास्यकर्मी, एचआईवी पर काम करने वालों में विहान सीएससी के सुजीत कुमार और सन्नी कुमार, एलडब्ल्यू एस के सुनील कुमार और सुजीत कुमार, अहाना के जैनेन्द्र कुमार और अवनीश कुमार व अन्य।

जिले में एड्स मरीजों की वर्तमान स्थिति

एड्स नियंत्रण बेगूसराय के जिला प्रभारी सुपरवाइजर संतोष कुमार संत ने कार्यशाला में जानकारी दी कि जिले में वर्तमान में 5357 एचआईवी संक्रमित मरीज निबंधित हैं। इनमें से जिले के 4816 व जिले के निकटतम जिले के मरीजों की संख्या 541 है।

एड्स मरीजों को मिलेगा प्रधानमंत्री आवास योजना का लाभ

सुपरवाइजर श्रीसंत ने कार्यशाला के माध्यम से जानकारी दी कि एचआईवी एड्स मरीजों को मदद के लिए सरकार की ओर से कई कल्याणकारी योजनाएं चलायी जा रही है। बिहार शताब्दी एड्स पेंशन योजना के तहत दवा खा रहे मरीजों को 1500 रुपये व परवरिश योजना के तहत मरीज के 18 वर्ष से कम उम्र के बच्चों को 1000 रुपये प्रतिमाह सरकार की ओर से दिये जा रहे हैं। एड्स पीड़ितों को प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत पक्का मकान देने की प्राथमिकता है।

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