लोन मिलने की कछुआ चाल, लोग नहीं करा पा रहे रजिस्ट्री | Turtle trick to get bank loan, people are unable to registry | Patrika News
योजना के तहत कमजोर और निम्न आय वर्ग के लोगों के लिए फ्लैट्स का निर्माण किया गया है। कनाडिय़ा रोड स्थित गुलमर्ग परिसर, ओमेक्स सिटी के आगे पलाश परिसर, सनावदिया में नीलगिरि परिसर, भूरी टेकरी पर अरावली परिसर, बड़ा बांगड़दा क्षेत्र में गिरनार परिसर, देवगुराडिय़ा के आगे शिवालिक परिसर, पितृ पर्वत के पीछे बांगड़दा में नर्मदा परिसर, बुढ़ानिया में गिरनार परिसर और लिंबोदी के आगे अमलतास परिसर में वन और टू बीएचके के फ्लैट्स बहुमंजिला इकाई में बनाए गए हैं। वैसे इनकी संख्या 10 हजार से ज्यादा है, लेकिन पहले चरण में चार हजार फ्लैट्स का पजेशन दिया जा रहा है, ये तैयार हो गए हैं। यहां रहने वाले लोगों के लिए लाइट, सीवर, पानी, बगीचे और रोड का काम निगम ने प्रधानमंत्री योजना के तहत किया है। इसके साथ ही योजना के तहत बनाए आवास परिसर में बच्चों के लिए पार्क, सामुदायिक भवन, भव्य प्रवेश द्वार व बाउंड्रीवॉल सहित हर परिसर को सुरक्षित किया गया है। यहां 24 घंटे पानी की सुविधा, प्रत्येक ब्लॉक में पॉवर बैकअप सहित दो लिफ्ट और सिटी बस से शहर के हर क्षेत्र में कनेक्टिविटी भी है।
रजिस्ट्री शुल्क व स्टाम्प ड्यूटी नहीं निगम गरीब और मध्यम वर्गीय परिवारों के अपने घर का सपना पूरा कर रहा है। निम्न आय वर्ग के लोगों को न तो रजिस्ट्रेशन शुल्क लगता है और न ही स्टाम्प ड्यूटी देनी पड़ती है। सरकार की तरफ से इन्हें छूट है। बाजार में वन बीएचके फ्लैट की कीमत 15 से 20 लाख रुपए के आसपास है, वहीं निगम 7 से 8 लाख रुपए में प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत फ्लैट्स बेच रहा है, लेकिन झुग्गी-झोपड़ी वालों को फ्लैट निर्माण लागत 25 प्रतिशत यानी 2 लाख रुपए में ही फ्लैट दिया जा रहा है। इस तरह उनको बाजार से 75 प्रतिशत कम में फ्लैट मिल रहा है।
कहां-कितनी हुई रजिस्ट्री
-भूरी टेकरी : 832 फ्लैट्स हैं और रजिस्ट्री 242 यूनिट्स के आसपास हुई।
-पलाश परिसर, ओमेक्स सिटी के आगे : फ्लैट्स की संख्या 1 हजार के आसपास है और रजिस्ट्री 600 की हुई।
-गुलमर्ग परिसर, कनाडिय़ा रोड : फ्लैट्स की संख्या 1600 है। यहां रजिस्ट्री 400 यूनिट्स की हो गई और पजेशन भी लोगों को मिल गया है।
-शिवालिक परिसर, देवगुराडिय़ा : कमजोर आय वर्ग के लोगों के 384 फ्लैट्स और निम्न आय वर्ग के लोगों के 154 फ्लैट्स हैं। इनकी सबकी रजिस्ट्री होने के साथ पजेशन हो गया। लोग आराम से रह रहे हैं।
-पितृ-पर्वत के पीछे नर्मदा परिसर : कमजोर आय वर्ग के लिए 254 फ्लैट्स बनाए। सभी की रजिस्ट्री हो गई और पजेशन भी लोगों को मिल गया।
-अमलतास परिसर, लिंबोदी : फ्लैट्स की संख्या 384 है, लेकिन रजिस्ट्री 175 के आसपास की हुई है।
-नीलगिरि परिसर, सनावदिया : यहां पर 1200 फ्लैट्स बनाए गए हैं। इनमें अभी आरई-2 में बाधित बस्ती को हटाकर 47 परिवार शिफ्ट किए गए हैं। रजिस्ट्री आठ ही हुई हैं। बाकी फ्लैट्स का पजेशन बाकी है।
-गिरनार परिसर, बुढ़ानिया : फ्लैट्स की संख्या 696 है। यहां पर कुलकर्णी भट्ठा रोड निर्माण में बाधित बस्ती को हटाकर 200 परिवारों को शिफ्ट किया गया है। रजिस्ट्री मात्र 15 ही हुई हैं। बैंक से लोन मिलने की प्रक्रिया में देरी होने की वजह से रजिस्ट्री नहीं हो रही है, क्योंकि निगम को जब तक फ्लैट की पूरी कीमत नहीं मिलती, तब तक रजिस्ट्री नहीं हो सकती है।
जल्द से जल्द दिलवाएंगे लोन
आवंटन के आधार पर पजेशन देना शुरू कर दिया है। उन लोगों की रजिस्ट्री करवा रहे हैं, जिन्होंने फ्लैट की पूरी कीमत 2 लाख रुपए जमा करवा दी है। इसमें 20 हजार रुपए अंशदान राशि के रूप में लोगों ने और बाकी 1 लाख 80 हजार बैंक से लोन लेकर दिए हैं। लोन मिलने की चाल धीमी होने से लोग रजिस्ट्री नहीं करवा पा रहे हैं। ऐसे में मंजूर लोन प्रक्रिया को आगे बढ़ाकर राशि दिलवाने का काम किया जाएगा, ताकि राशि मिलते ही लोग रजिस्ट्री करवाएं।
– महेश शर्मा, अधीक्षण यंत्री, प्रधानमंत्री आवास योजना
योजना के तहत कमजोर और निम्न आय वर्ग के लोगों के लिए फ्लैट्स का निर्माण किया गया है। कनाडिय़ा रोड स्थित गुलमर्ग परिसर, ओमेक्स सिटी के आगे पलाश परिसर, सनावदिया में नीलगिरि परिसर, भूरी टेकरी पर अरावली परिसर, बड़ा बांगड़दा क्षेत्र में गिरनार परिसर, देवगुराडिय़ा के आगे शिवालिक परिसर, पितृ पर्वत के पीछे बांगड़दा में नर्मदा परिसर, बुढ़ानिया में गिरनार परिसर और लिंबोदी के आगे अमलतास परिसर में वन और टू बीएचके के फ्लैट्स बहुमंजिला इकाई में बनाए गए हैं। वैसे इनकी संख्या 10 हजार से ज्यादा है, लेकिन पहले चरण में चार हजार फ्लैट्स का पजेशन दिया जा रहा है, ये तैयार हो गए हैं। यहां रहने वाले लोगों के लिए लाइट, सीवर, पानी, बगीचे और रोड का काम निगम ने प्रधानमंत्री योजना के तहत किया है। इसके साथ ही योजना के तहत बनाए आवास परिसर में बच्चों के लिए पार्क, सामुदायिक भवन, भव्य प्रवेश द्वार व बाउंड्रीवॉल सहित हर परिसर को सुरक्षित किया गया है। यहां 24 घंटे पानी की सुविधा, प्रत्येक ब्लॉक में पॉवर बैकअप सहित दो लिफ्ट और सिटी बस से शहर के हर क्षेत्र में कनेक्टिविटी भी है।
रजिस्ट्री शुल्क व स्टाम्प ड्यूटी नहीं निगम गरीब और मध्यम वर्गीय परिवारों के अपने घर का सपना पूरा कर रहा है। निम्न आय वर्ग के लोगों को न तो रजिस्ट्रेशन शुल्क लगता है और न ही स्टाम्प ड्यूटी देनी पड़ती है। सरकार की तरफ से इन्हें छूट है। बाजार में वन बीएचके फ्लैट की कीमत 15 से 20 लाख रुपए के आसपास है, वहीं निगम 7 से 8 लाख रुपए में प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत फ्लैट्स बेच रहा है, लेकिन झुग्गी-झोपड़ी वालों को फ्लैट निर्माण लागत 25 प्रतिशत यानी 2 लाख रुपए में ही फ्लैट दिया जा रहा है। इस तरह उनको बाजार से 75 प्रतिशत कम में फ्लैट मिल रहा है।
कहां-कितनी हुई रजिस्ट्री
-भूरी टेकरी : 832 फ्लैट्स हैं और रजिस्ट्री 242 यूनिट्स के आसपास हुई।
-पलाश परिसर, ओमेक्स सिटी के आगे : फ्लैट्स की संख्या 1 हजार के आसपास है और रजिस्ट्री 600 की हुई।
-गुलमर्ग परिसर, कनाडिय़ा रोड : फ्लैट्स की संख्या 1600 है। यहां रजिस्ट्री 400 यूनिट्स की हो गई और पजेशन भी लोगों को मिल गया है।
-शिवालिक परिसर, देवगुराडिय़ा : कमजोर आय वर्ग के लोगों के 384 फ्लैट्स और निम्न आय वर्ग के लोगों के 154 फ्लैट्स हैं। इनकी सबकी रजिस्ट्री होने के साथ पजेशन हो गया। लोग आराम से रह रहे हैं।
-पितृ-पर्वत के पीछे नर्मदा परिसर : कमजोर आय वर्ग के लिए 254 फ्लैट्स बनाए। सभी की रजिस्ट्री हो गई और पजेशन भी लोगों को मिल गया।
-अमलतास परिसर, लिंबोदी : फ्लैट्स की संख्या 384 है, लेकिन रजिस्ट्री 175 के आसपास की हुई है।
-नीलगिरि परिसर, सनावदिया : यहां पर 1200 फ्लैट्स बनाए गए हैं। इनमें अभी आरई-2 में बाधित बस्ती को हटाकर 47 परिवार शिफ्ट किए गए हैं। रजिस्ट्री आठ ही हुई हैं। बाकी फ्लैट्स का पजेशन बाकी है।
-गिरनार परिसर, बुढ़ानिया : फ्लैट्स की संख्या 696 है। यहां पर कुलकर्णी भट्ठा रोड निर्माण में बाधित बस्ती को हटाकर 200 परिवारों को शिफ्ट किया गया है। रजिस्ट्री मात्र 15 ही हुई हैं। बैंक से लोन मिलने की प्रक्रिया में देरी होने की वजह से रजिस्ट्री नहीं हो रही है, क्योंकि निगम को जब तक फ्लैट की पूरी कीमत नहीं मिलती, तब तक रजिस्ट्री नहीं हो सकती है।
जल्द से जल्द दिलवाएंगे लोन
आवंटन के आधार पर पजेशन देना शुरू कर दिया है। उन लोगों की रजिस्ट्री करवा रहे हैं, जिन्होंने फ्लैट की पूरी कीमत 2 लाख रुपए जमा करवा दी है। इसमें 20 हजार रुपए अंशदान राशि के रूप में लोगों ने और बाकी 1 लाख 80 हजार बैंक से लोन लेकर दिए हैं। लोन मिलने की चाल धीमी होने से लोग रजिस्ट्री नहीं करवा पा रहे हैं। ऐसे में मंजूर लोन प्रक्रिया को आगे बढ़ाकर राशि दिलवाने का काम किया जाएगा, ताकि राशि मिलते ही लोग रजिस्ट्री करवाएं।
– महेश शर्मा, अधीक्षण यंत्री, प्रधानमंत्री आवास योजना