ललितपुर में स्वास्थ्य विभाग के दावो की खुली पोल, एंबुलेंस के इंतजार में गई जान, ठेले पर लेकर गए हॉस्पिटल | Health department Lalitpur Corruption patient waiting for ambulance death | Patrika News

110
ललितपुर में स्वास्थ्य विभाग के दावो की खुली पोल, एंबुलेंस के इंतजार में गई जान, ठेले पर लेकर गए हॉस्पिटल | Health department Lalitpur Corruption patient waiting for ambulance  death | Patrika News


ललितपुर में स्वास्थ्य विभाग के दावो की खुली पोल, एंबुलेंस के इंतजार में गई जान, ठेले पर लेकर गए हॉस्पिटल | Health department Lalitpur Corruption patient waiting for ambulance death | Patrika News

ललितपुर के सदर बिगत देर रात्रि जिला चिकित्सालय में सदर कोतवाली क्षेत्र के अंतर्गत शहरी मोहल्ला घुसियाना निवासी कुछ लोग एक हाथ ठेला पर अपने बृद्ध मरीज को लेकर शहर की सड़कों से होते हुए जिला चिकित्सालय पहुंचे। जहां इमरजेंसी वार्ड में तैनात डॉक्टरों ने परीक्षण के बाद वृद्ध मरीज को मृत घोषित कर दिया । मरीज की मौत होने से उसके परिवार में कोहराम की स्थिति उत्पन्न हो गई । जानकारी करने पर पता चला कि जो मरीज हाथ ठेले पर जिला चिकित्सालय आया था, वह मोहल्ला घुसियाना मोती मन्दिर के पास रहने बाला 85 बर्षीय हरिराम पंडा था।

मृतक के परिजनों द्वारा बताया गया कि उसके पिता की अचानक तबीयत खराब हो गई थी। जिसके बाद उन्होंने उसकी गंभीर हालत को देखते हुए 108 एंबुलेंस को फोन किया था । फोन पर उसे एंबुलेंस सिर्फ 20 मिनट में उपलब्ध कराने की बात की गई थी । लेकिन अपने ही घर में वह एंबुलेंस का इंतजार करीब 2 घंटे तक करता रहा, लेकिन जब एंबुलेंस आती नहीं दिखी और मरीज की तबीयत और बिगड़ने लगी, तो उन्होंने मोहल्ले से ही एक हाथ ठेला किराए पर लिया और अपने मरीज को हाथ ठेले पर लिटाकर जिला चिकित्सालय ले जाए। लेकिन जब तक वह जिला चिकित्सालय लेकर आते उनके मरीज की मौत हो चुकी थी । जिला चिकित्सालय में तैनात डॉक्टरों ने परीक्षण के बाद उसे मृत घोषित कर दिया ।

यदि कॉल सेंटर से वह एंबुलेंस घर तक पहुंचाने का समय घंटों में बताते, तो हम अपने मरीज को अपने साधन से अस्पताल तक ले आते और उसका इलाज कराते, शायद उसकी जान बच जाती । हमारे मरीज की मौत का जिम्मेदार स्वास्थ्य विभाग का खराब सिस्टम है।
यह भी पढ़ें

यूपी में 66 लाख महिलाओं को रोजगार से जोड़ेगी सरकार, महिलाओं को व्यापार करने में आर्थिक सहायता और ट्रेनिंग





Source link