लखनऊ में पकड़े गए आतंकियों का मिला कानपुर कनेक्शन, ATS ने 4 संदिग्धों को उठाया, साथियों की तलाश जारी

367

लखनऊ में पकड़े गए आतंकियों का मिला कानपुर कनेक्शन, ATS ने 4 संदिग्धों को उठाया, साथियों की तलाश जारी

कानपुर
उत्तर प्रदेश के लखनऊ में एटीएस ने अलकायदा समर्थित अंसार गजवातुल हिंद संगठन के दो आतंकवादियों को लखनऊ से गिरफ्तार किया है। एटीएस की इस कार्रवाई ने एक बड़ी साजिश को नाकाम किया है। पकड़े गए आतंकी मसीरूद्दीन और मिनहाज के कई साथी अभी फरार हैं, जिनका कानपुर कनेक्शन मिल रहा है। एटीएस की कई टीमों ने शहर के चमनगंज, जाजमऊ, नई सड़क, मछरिया जैसे इलाकों में डेरा डाल दिया है। सूत्रों के मुताबिक बीती देररात एटीएस ने दबिश देकर चार से पांच संदिग्धों को हिरासत में लिया है।

लखनऊ से पकड़े गए मसीरूद्दीन और मिनहाज अलकायदा समर्थित अंसार गजवातुल हिंद संगठन के सक्रिय सदस्य हैं। इनका हैंडलर उमर हलमंदी पाकिस्तान में बैठा है। सूत्रों के मुताबिक मसीरूद्दीन और मिनहाज कानपुर समेत यूपी के प्रमुख शहरों के युवाओं को आतंकी संगठन में जोड़ने का काम कर रहे थे। मसीरूद्दीन और मिनहाज के कई साथी कानपुर में छिपे हैं, जो इनके लिए काम करते हैं।

कानपुर से जुड़े तार

जानकारी के मुताबिक मसीरुद्दीन और मिनहाज के पास से एटीएस को कानपुर के रक्षा संस्थानों के नक्शे मिले हैं। इसके साथ ही दोनों कानपुर भी आए थे। शहर के विभिन्न स्थानो का निरीक्षण किया था। एटीएस की पूछताछ में पता चला है कि इनके साथी कानपुर में है, जो मसीरूद्दीन और मिनहाज के लिए काम करते हैं। कानपुर से जुड़ी जानकारियों को आतंकियों तक पहुंचाते हैं। दोनों ही आतंकी अपने सहयोगियों की मदद से किसी बड़ी घटना को अंजाम देने की फिराक में थे।

बस और रेलवे स्टेशन पर की गई चेकिं

लखनऊ से दो आतंकियों के पकड़े जाने के बाद कानपुर पुलिस हाई अलर्ट पर है। रविवार रात कानपुर सेंट्रल स्टेशन, बस अड्डे समेत शहर के प्रमुख स्थानों पर सघन चेकिंग अभियान चलाया गया है। संदिग्ध वाहनों की भी चेक किया जा रहा है। इसके साथ ही शहर के भीतर प्रवेश करने वाहनों पर भी नजर रखी जा रही है।

कानपुर की आतंकी घटनाएं
21 साल पहले 14 अगस्त 2000 में आर्यनगर में पहला कुकर बम धमाका हुआ था। सचेंडी से 11 सितंबर 2009 को आईएसआई एजेंट इम्तियाज की गिरफ्तारी हुई थी, इसके साथ ही दूसरे आईएसआई एजेंट वकास की गिरफ्तारी बिठूर से 27 सितंबर 2009 को हुई थी। 18 सितंबर को 2011 को एटीएस ने रेल बाजार से रहमान उर्फ गड्डू को अरेस्ट किया था। रहमान आईएसआई एजेंट था, पाकिस्तान को सूचनाएं भेजता था। पटना विस्फोट करने वाले एक संदिग्ध को एटीएस ने 14 अप्रैल को पनकी स्टेशन से अरेस्ट किया था।

2017 में आईएसआईएस के आतंकियों के खुरासान मॉडयूल का खुलासा हुआ था। एटीएस ने हिजबुल मुजाहिदीन के करूज्जमा उर्फ कमरूद्दीन को 14 सितंबर 2018 को जाजमऊ से अरेस्ट किया था।

उत्तर प्रदेश की और खबर देखने के लिए यहाँ क्लिक करे – Uttar Pradesh News