रेल बजट 2022-23: राजस्थान को नहीं मिली कोई नई सौगात, पुराने काम निपटाने पर फोकस, दौड़ेंगी वंदे भारत ट्रेन | jaipur | Patrika News

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रेल बजट 2022-23: राजस्थान को नहीं मिली कोई नई सौगात, पुराने काम निपटाने पर फोकस, दौड़ेंगी वंदे भारत ट्रेन | jaipur | Patrika News

खातीपुरा सैटेलाइट स्टेशन को मिले 33 करोड़ रुपए, अजमेर- चित्तौडगढ़़ व जयपुर-सवाईमाधोपुर लाइन के दोहरीकरण को मिले एक-एक करोड़ रुपए, पुष्कर-मेड़ता, डूंगरपुर-बांसवाड़ा रेल लाइनें फिर दरकिरनार, उम्मीद टूटी, फुलेरा- राइका बाग लाइन के दोहरीकरण पर जोर

जयपुर

Published: February 03, 2022 09:22:13 am

देवेंद्र सिंह राठौड़ / जयपुर. आम बजट के साथ पेश हुए रेल बजट में राजस्थान को इस बार 7565 करोड़ रुपए आवंटित हुए है। खासबात है कि यह राशि पिछले बजट की तुलना में 2579 करोड़ रुपए अधिक है। इसके बावजूद भी कई सालों से केंद्र व राज्य सरकार के बीच विवाद के कारण अटकी पुष्कर-मेड़ता, डूंगरपुर-बांसवाड़ा नई रेललाइन परियोजनाओं को इस बार भी दरकिरनार किया गया है। इस बार नई सौगात की बजाय पुराने काम निपटाने पर ज्यादा फोकस किया गया है।

रेल बजट 2022-23: राजस्थान को नहीं मिली कोई नई सौगात, पुराने काम निपटाने पर फोकस, दौड़ेंगी वंदे भारत ट्रेन

दरअसल, लोकसभा में एक फरवरी को पेश किए गए आम बजट में यात्री सुविधाओं और रेल की सुरक्षा एवं संरक्षा पर ज्यादा जोर दिया गया है। रेल अधिकारियों की मुताबिक सबसे ज्यादा राशि रेलवे लाइन के दोहरीकरण के लिए 603 करोड़ रुपए आवंटित की गई है। इसके अलावा 495 करोड़ रुपए ट्रेक नवीनीकरण के अनुरक्षण के लिए आवंटित किए गए है। 440 करोड़ रुपए यात्री सुविधाओं के लिए आवंटित किए गए है। 340 करोड़ रुपए आरओबी व आरयूबी के लिए आवंटित किए हैं तो,सिगनल कार्यों के लिए 117 करोड़ रुपए, नई रेल लाइनों के लिए 170 करोड़ रुपए व आमान परिवर्तन 103 करोड़ बजट आवंटित किया गया है। ठठाना मीठड़ी में बन रहे हाइ स्पीड ट्रायल ट्रेक के लिए भी 50 करोड़ रुपए बजट आवंटित किया गया है। इसके दूसरे फेज के लिए भी 466 करोड़ रुपए दिए जाएंगे। इनके अलावा रेलवे स्टेशनों पर दूरसंचार, दिव्यांगजन की सुविधा सूचना प्रणाली व अन्य यात्री सुविधाओं के विस्तार समेत कई अन्य कार्यों के लिए भी बजट दिया गया है।

इस बार इन परियोजनाओं पर फोकस – सामने आया कि इस बजट में भी खातीपुरा सैटेलाइट स्टेशन पर ध्यान दिया गया है। इसके लिए इस बार भी 33 करोड़ रुपए बजट आवंटित किया गया है। इसका काम अंतिम चरण पर है। इसके अलावा दौसा-गंगापुर रेल लाइन के लिए 114 करोड़ आवंटित किए गए। जबकि जयपुर-सवाईमाधोपुर व अजमेर-चितौडगढ़़ रेल लाइन के दोहरीकरण के लिए बजट में महज 1-1 करोड़ रुपए मिले है। यह ऊंट के मुंह में जीरा साबित होगी। हालांकि फुलेरा डेगाना के दोहरीकरण के लिए 278 करोड़ व डेगाना-राइका बाग के लिए 294 करोड़ बजट आवंटित हुआ है। आमान मावली बडी सादड़ी के लिए भी 85 करोड़ रुपए बजट दिया गया है। इनके अलावा कई अन्य लाइनों के दोहरीकरण इत्यादि के लिए भी बजट आवंटित किया गया है।

इन नई लाइनों को मिला एक-एक हजार रुपए बजट

अजमेर-कोटा वाया नसीराबाद, पुष्कर-मेड़ता, अजमेर-नसीराबाद, सवाईमाधोपुर-वाया चौथ का बरवाड़ा, थियात हमीरा- सानू, रतलाम-डूूंगरपुर, तरंगा हिल-आबू रोड नई रेल लाइनों को इस बार भी महज एक एक हजार रुपए बजट मिला है। यह करीबन सात हजार करोड़ रुपए की परियोजनाएं कई सालों से लंबित है। राज्य व केंद्र के विवाद के चलते यह अधूरी पड़ी है। इस बार उम्मीद थी। सांसद इस बार भी नहीं सुलझा पाए न इसके लिए बजट जुटा पाए।

वंदे भारत ट्रेन की राह आसान, एक स्टेशन एक उत्पाद पर जोर इस बजट में 400 वंदे भारत हाई स्पीड ट्रेनें देशभर में शुरू होगी। रेल अधिकारियों के अनुसार अभी इसको लेकर स्थिति साफ नहीं हो सकी है लेकिन तय है कि पांच से दस के बीच ट्रेनों की सौगात मिलना तय है। क्योंकि पर्यटन की दृष्टि से राजस्थान का विशेष योगदान है। इतना ही नहीं, एक स्टेशन एक उत्पाद सौगात पर भी यहां जोर दिया जाएगा। इससे उद्योग को नई दिशा मिलेगी।

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