राजस्थान में कोरोना को लेकर पाबंदियां, 10-12 दिनों में आया ये बदलाव | impact of covid related restrictions in jaipur | Patrika News
बढ़ते कोरोना संक्रमण और सरकारी पाबंदियों की वजह से रात तक गुलजार रहने वाले रेस्टोरेंट अब पहले की तरह गुलजार नहीं हैं। लोगों ने रेस्टोरेंट पर आकर खाना बेहद कम कर दिया है।
जयपुर
Published: January 13, 2022 11:04:21 am
NEWS 4 SOCIAL
बढ़ते कोरोना संक्रमण और सरकारी पाबंदियों की वजह से रात तक गुलजार रहने वाले रेस्टोरेंट अब पहले की तरह गुलजार नहीं हैं। लोगों ने रेस्टोरेंट पर आकर खाना बेहद कम कर दिया है। ऑनलाइन डिलीवरी से ही सुबह के नाश्ते से लेकर रात का खाना भी मंगवा रहे हैं। राजधानी भर के रेस्टोरेंट संचालक आने वाले दिनों में ऑनलाइन फूड डिलीवरी में उछाल की उम्मीद लगाए बैठे हैं। बुकिंग में कुछ नया प्रयोग करने के लिए देश के बड़े शहरों मेें अब ड्रोन से खाना घर पहुंचाने की तैयारी की जा रही है। रेस्टोरेंट संचालकों का मानना है कि ऐसा प्रयोग जयपुर में भी किया जा सकता है।
10-12 दिनों में आया बदलाव
राजधानी की बात करें तो पिछले 10-12 दिन से कोरोना के केस बढ़े तो लोगों ने रेस्टोरेंट में परिवार के साथ आना बंद कर दिया। घर पर ही खाना मंगवा रहे हैं। मौजूदा स्थिति की बात करें तो राजधानी के रेस्टोरेंट में 50 फीसदी क्षमता के साथ खाना खिलाने की अनुमति है। रात दस बजे तक रेस्टोरेंट खोले जा सकते हैं। राहत की बात यह है कि शाम 7 बजे तक के बाद से ऑनलाइन बुकिंग में इजाफा होता है और दिन में तुलना में दो से तीन गुना तक की वृद्धि तीन से चार घंटे में हो जाती है।
दिन में सामान्य से कम ग्राहकी
चित्रकूट स्थित एक रेस्टोरेंट के संचालक विकास यादव की मानें तो कोरोना की वजह से शाम की ग्राहकी 15 से 20 फीसदी ही रह गई है। क्योंकि एक तो सरकार ने 50 फीसदी क्षमता निर्धारित कर दी और दूसरी ओर बाजार आठ बजे बंद हो जाते हैं। ऐसे में ऑनलाइन पर भी शाम का व्यापार रह गया है। दिन में सामान्य से कम ग्राहक आ रहे हैं।
परिवार के साथ नहीं आ रहे लोग
सीकर रोड स्थित एक रेस्टोरेंट के संचालक मदन सिंह राजपुरा की मानें तो अभी रेस्टोरेंट के लिए समय अनुकूल नहीं है। पूरी तरह से ऑनलाइन बुकिंग पर ही निर्भर होकर रह गए हैं। फैमिली पिछले एक सप्ताह से रेस्टोरेंट पर नहीं आ रही हैं। यह शहर के अधिकतर रेस्टोरेंट की स्थिति है।
ऑनलाइन से ही उम्मीद
कोरोना की वजह से रेस्टोरेंट व्यवसाय पर बुरा असर पड़ा है। शाम को लोग घरों से नहीं निकलते हैं। रेस्टोरेंट की रौनक गायब है। अब ऑनलाइन बुकिंग से ही उम्मीद है। हालांकि, उससे भी नुकसान भी भरपाई संभव नहीं है।
-कुलदीप चंदेला, अध्यक्ष, होटल एंड रेस्टोरेंट एसोसिएशन ऑफ राजस्थान
बड़े शहरों में ड्रोन से होम डिलीवरी की तैयारी
बंगलूरु, हैदराबाद, पुणे, मुंबई और दिल्ली जैसे शहरों में ड्रोन से डिलीवरी की शुरुआत जल्द होगी। यह डिलेवरी पासवर्ड आधारित होगी। ऑर्डर करने वाले को मोबाइल पर एक पासवर्ड मिलेगा। यह पासवर्ड डालने पर ही ड्रोन का स्मार्ट लॉकर खुलेगा। सीधे घर पर खाना पहुंचाएगा। पांच किलो तक सामान ले जाने की क्षमता होगी।
खास-खास
-रेस्टोरेंट संचालकों का नियमित रूप से आने वलो ग्राहकों से खास लगाव हो जाता है, उसकी कमी खल रही है।
-पूरे समय रेस्टोरेंट नहीं खुलेंगे तो किराया व कर्मचारियों को वेतन कैसे देंगे।
देश भर की ये स्थिति
-पिछले 2 वर्षों में 35% रेस्टोरेंट बंद हो गए।
-पहली दो कोविड लहरों के दौरान खाद्य व्यवसाय में 2.4 मिलियन नौकरियां चली गईं
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बढ़ते कोरोना संक्रमण और सरकारी पाबंदियों की वजह से रात तक गुलजार रहने वाले रेस्टोरेंट अब पहले की तरह गुलजार नहीं हैं। लोगों ने रेस्टोरेंट पर आकर खाना बेहद कम कर दिया है।
जयपुर
Published: January 13, 2022 11:04:21 am
NEWS 4 SOCIAL
बढ़ते कोरोना संक्रमण और सरकारी पाबंदियों की वजह से रात तक गुलजार रहने वाले रेस्टोरेंट अब पहले की तरह गुलजार नहीं हैं। लोगों ने रेस्टोरेंट पर आकर खाना बेहद कम कर दिया है। ऑनलाइन डिलीवरी से ही सुबह के नाश्ते से लेकर रात का खाना भी मंगवा रहे हैं। राजधानी भर के रेस्टोरेंट संचालक आने वाले दिनों में ऑनलाइन फूड डिलीवरी में उछाल की उम्मीद लगाए बैठे हैं। बुकिंग में कुछ नया प्रयोग करने के लिए देश के बड़े शहरों मेें अब ड्रोन से खाना घर पहुंचाने की तैयारी की जा रही है। रेस्टोरेंट संचालकों का मानना है कि ऐसा प्रयोग जयपुर में भी किया जा सकता है।
10-12 दिनों में आया बदलाव
राजधानी की बात करें तो पिछले 10-12 दिन से कोरोना के केस बढ़े तो लोगों ने रेस्टोरेंट में परिवार के साथ आना बंद कर दिया। घर पर ही खाना मंगवा रहे हैं। मौजूदा स्थिति की बात करें तो राजधानी के रेस्टोरेंट में 50 फीसदी क्षमता के साथ खाना खिलाने की अनुमति है। रात दस बजे तक रेस्टोरेंट खोले जा सकते हैं। राहत की बात यह है कि शाम 7 बजे तक के बाद से ऑनलाइन बुकिंग में इजाफा होता है और दिन में तुलना में दो से तीन गुना तक की वृद्धि तीन से चार घंटे में हो जाती है।
दिन में सामान्य से कम ग्राहकी
चित्रकूट स्थित एक रेस्टोरेंट के संचालक विकास यादव की मानें तो कोरोना की वजह से शाम की ग्राहकी 15 से 20 फीसदी ही रह गई है। क्योंकि एक तो सरकार ने 50 फीसदी क्षमता निर्धारित कर दी और दूसरी ओर बाजार आठ बजे बंद हो जाते हैं। ऐसे में ऑनलाइन पर भी शाम का व्यापार रह गया है। दिन में सामान्य से कम ग्राहक आ रहे हैं।
परिवार के साथ नहीं आ रहे लोग
सीकर रोड स्थित एक रेस्टोरेंट के संचालक मदन सिंह राजपुरा की मानें तो अभी रेस्टोरेंट के लिए समय अनुकूल नहीं है। पूरी तरह से ऑनलाइन बुकिंग पर ही निर्भर होकर रह गए हैं। फैमिली पिछले एक सप्ताह से रेस्टोरेंट पर नहीं आ रही हैं। यह शहर के अधिकतर रेस्टोरेंट की स्थिति है।
ऑनलाइन से ही उम्मीद
कोरोना की वजह से रेस्टोरेंट व्यवसाय पर बुरा असर पड़ा है। शाम को लोग घरों से नहीं निकलते हैं। रेस्टोरेंट की रौनक गायब है। अब ऑनलाइन बुकिंग से ही उम्मीद है। हालांकि, उससे भी नुकसान भी भरपाई संभव नहीं है।
-कुलदीप चंदेला, अध्यक्ष, होटल एंड रेस्टोरेंट एसोसिएशन ऑफ राजस्थान
बड़े शहरों में ड्रोन से होम डिलीवरी की तैयारी
बंगलूरु, हैदराबाद, पुणे, मुंबई और दिल्ली जैसे शहरों में ड्रोन से डिलीवरी की शुरुआत जल्द होगी। यह डिलेवरी पासवर्ड आधारित होगी। ऑर्डर करने वाले को मोबाइल पर एक पासवर्ड मिलेगा। यह पासवर्ड डालने पर ही ड्रोन का स्मार्ट लॉकर खुलेगा। सीधे घर पर खाना पहुंचाएगा। पांच किलो तक सामान ले जाने की क्षमता होगी।
खास-खास
-रेस्टोरेंट संचालकों का नियमित रूप से आने वलो ग्राहकों से खास लगाव हो जाता है, उसकी कमी खल रही है।
-पूरे समय रेस्टोरेंट नहीं खुलेंगे तो किराया व कर्मचारियों को वेतन कैसे देंगे।
देश भर की ये स्थिति
-पिछले 2 वर्षों में 35% रेस्टोरेंट बंद हो गए।
-पहली दो कोविड लहरों के दौरान खाद्य व्यवसाय में 2.4 मिलियन नौकरियां चली गईं
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