राजस्थान में अचानक चर्चा में क्यों है अवैध खनन? साधु के आत्मदाह से लेकर बीजेपी के हंगामे तक पढ़ें पूरी डिटेल

103
राजस्थान में अचानक चर्चा में क्यों है अवैध खनन? साधु के आत्मदाह से लेकर बीजेपी के हंगामे तक पढ़ें पूरी डिटेल

राजस्थान में अचानक चर्चा में क्यों है अवैध खनन? साधु के आत्मदाह से लेकर बीजेपी के हंगामे तक पढ़ें पूरी डिटेल

जयपुर : राजस्थान के भरतपुर में अवैध खनन (illegal mining in bharatpur) के विरोध में लंबे समय तक साधु संतों ने आंदोलन किया। सरकार ने नजरअंदाज किया तो एक साधु विजयदास बाबा को आत्मदाह तक का कदम उठाना पड़ा। राजस्थान में अवैध खनन पर सुप्रीम कोर्ट की फटकार तक से जो सरकार हरकत में नहीं आई, वो रातों-रात एक्शन लेने लगी। कनकांचल और आदिबद्री खनन क्षेत्र को वन क्षेत्र घोषित करने का निर्णय ले लिया। सरकार ने इन इलाकों में 2 महीने में सभी लीज को शिफ्ट करने का आश्वासन दिया तो साधु संतों को धरना भी खत्म हो गया। लेकिन अवैध खनन पर सियासत लगातार जारी है। एक तरफ भारतीय जनता पार्टी (BJP) सरकार पर हमलावर हो रही है, वहीं दूसरी ओर सरकार में शामिल कई विधायक भी अपनी ही सरकार को कोसते नजर आ रहे हैं। आगे पढ़ें, आंदोलन से सरकारी कार्रवाई के अंजाम तक की पूरी सिलसिलेवार कहानी…

2020 में साधु संतों ने शुरू किया आंदोलन
प्रदेश के अलग अलग जिलों में हो रहे अवैध खनन के खिलाफ कई आन्दोलन हुए। इसके बावजूद भी सरकार ने खनन माफियाओं के खिलाफ कोई सख्त एक्शन नहीं लिया। भरतपुर जिले में वैध की आड़ में हो रहे अवैध खनन के खिलाफ संतों ने लम्बा आन्दोलन किया। करीब डेढ़ साल से ज्यादा समय तक साधु संतों ने अवैध खनन के खिलाफ धरना प्रदर्शन करते हुए आन्दोलन किया लेकिन सरकार आंखें मूंदे बैठी रही।
राजस्थान: अवैध खनन के विरोध में आत्मदाह करने वाले संत विजयदास का निधन, दिल्ली के अस्पताल में दम तोड़ा
19 जुलाई 2022 को उग्र हुआ आंदोलन, मोबाइल टावर पर चढ़े संत

मंगलवार 19 जुलाई को संतों ने आन्दोलन को उग्र कर दिया। डीग क्षेत्र में स्थित पसोपा गांव में पुलिस की मौजूदगी में संत नारायण दास मोबाइल टॉवर पर चढ़ गए। इससे पुलिस और प्रशासन में हड़कंप मच गया। अगले ही दिन सरकार ने मंत्री विश्वेन्द्र सिंह और वरिष्ठ अधिकारियों को मौके पर भेजा। काफी मिन्नतें करने के बाद भी संत नारायण दास मोबाइल टॉवर से नीचे नहीं उतरे। बाद में सरकार की ओर से अवैध खनन रोकने और ब्रज के खनन क्षेत्र को वन भूमि में हस्तांतरित करने के आश्वासन के बाद 20 जुलाई को दोपहर बाद नारायण दास मोबाइल टॉवर से नीचे उतरे।
navbharat times -साधु विजयदास जयपुर से दिल्ली रेफर, आत्मदाह मामले में बीजेपी ने गहलोत को घेरा, वसुंधरा ने कहा- सरकार जिम्मेदार
20 जुलाई 2022- साधु विजयदास बाबा ने किया आत्मदाह

20 जुलाई को एक तरफ संत नारायण दास मोबाइल टॉवर पर चढ़े थे। उन्हें समझाइश कर नीचे उतार लिया गया था। वहीं दूसरी ओर से इसी दौरान साधु विजयदास ने खुद पर पेट्रोल छिड़क कर आग लगा ली। दरअसल, उस दौरान 14 संतों ने आत्मदाह की चेतावनी दी थी। कई संतों ने अवैध खनन का विरोध करते हुए मूंडन करवाते हुए पिंडदान भी करवाया। संतों ने आत्मदाह की धमकी के बावजूद मौके पर सुरक्षा इंतजाम पुख्ता नहीं किए गए। बुधवार 20 जुलाई की दोपहर को पुलिस की मौजूदगी में संत विजयदास ने खुद पर पेट्रोल छिड़क कर आग लगाते हुए राधे राधे बोलते हुए दौड़ लगा दी। पुलिसकर्मियों ने संत के पीछे पीछे दौड़ लगाकर कपड़े डालते हुए आग बुझाई लेकिन तब तक संत विजयदास 80 फीसदी झुलस गए थे।
navbharat times -संत ने प्राणों की आहूति दे दी, बाबा विजयदास के निधन पर गर्माई सियासत,अवैध खनन पर BJP नेताओं ने शुरू की गहलोत सरकार की घेराबंदी
21 जुलाई 2022- विजयदास बाबा को पहले भरतपुर से जयपुर फिर दिल्ली रेफर किया गया

गम्भीर हालत में झुलसे भरतपुर से जयपुर रैफर किया गया और बाद में बेहतर इलाज के लिए दिल्ली के सफदरगंज अस्पताल भेजा गया लेकिन 21 जुलाई की देर रात को उनका निधन हो गया। संतों की धमकी के बावजूद पुलिस और प्रशासन की ओर से सुरक्षा नहीं बढ़ाई गई। सामुहिक आत्मदाह की धमकी के बावजूद घटना स्थल पेट्रोल की बोतलें पहुंच गई और पुलिस को भनक तक नहीं लगी। मौके पर दमकल और एम्बुलेंस भी तैनात नहीं की गई थी।

navbharat times -भरतपुर अवैध खनन :कौन हैं बाबा विजय दास, बेटे- बहू, पत्नी की मौत के बाद बन गए थे साधु, पीछे रह गई सिर्फ पोती
22 जुलाई 2022- विजयदास का निधन, सरकार ने पर्वत की 749.44 हैक्टेयर भूमि वन विभाग को सौंपी
आत्मदाह करने वाले साधु विजयदास की शुक्रवार देर रात इलाज के दौरान मौत हो गई। वहीं राजस्थान सरकार ने 21 जुलाई को सीकरी के 7 और पहाड़ी क्षेत्र के दो गांवों की जमीन को वन विभाग के हस्तांतरित कर दिया। अब यहां अवैध खनन को रोकने के साथ ही पेड़ पौधे लगाए जाएंगे ताकि जमीन को बचाया जा सके। भरतपुर कलेक्टर की ओर से भेजे गए 748.44 हैक्टेयर भूमि का वर्गीकरण बदलकर वन विभाग सौंपने की स्वीकृति दे दी गई। अब सीकरी के 7 गांवों की 662.25 हैक्टेयर सिवायचक भूमि और पहाड़ी क्षेत्र के दो गांवों की 87.19 हैक्टेयर भूमि पर होने वाले खनन पर रोक लग जाएगी। इस जमीन पर अब वन विभाग की ओर से पौधरोपण कराया जाएगा।

संत के आत्मदाह के बाद भाजपा ने सरकार को घेरा
अवैध खनन के विरोध में संत विजयदास द्वारा आत्मदाह करने के बाद भाजपा ने प्रदेश की कांग्रेस सरकार और मुख्यमंत्री अशोक गहलोत को आड़े हाथों लिया है। बीजेपी नेताओं ने प्रदेश की कांग्रेस सरकार को संत की मौत का जिम्मेदार ठहराया। बीजेपी का आरोप है कि अगर सरकार संतों के आन्दोलन को गम्भीरता से लेती और अवैध खनन पर रोक लगाती तो संत विजयदास को आत्मदाह के लिए मजबूर नहीं होना पड़ता। अवैध खनन सरकार की शह पर हो रहा था।
navbharat times -संत विजयदास आत्मदाह मामले में BJP हुई आक्रामक, बनाई 5 सदस्यीय कमेटी, CM गहलोत का घेराव शुरू
22 जुलाई 2022-‘सबसे बड़े खनन माफिया तो खनिज मंत्री, तत्काल बर्खास्त करें’
कांग्रेस विधायक भरत सिंह (Congress MLA Bharat Singh) ने सीएम अशोक गहलोत (Ashok Gehlot) को पत्र लिखकर सूबे के खनिज मंत्री प्रमोद जैन भाया पर निशाना साधा है। यही नहीं उन्होंने भरतपुर की घटना पर मुख्यमंत्री अशोक गहलोत को खरी-खरी सुनाई है। उन्होंने पत्र में लिखा, ‘प्रदेश का सबसे बड़ा खनन माफिया तो खनिज मंत्री हैं। अगर खनन माफिया पर नियंत्रण करना चाहते हैं तो तत्काल उन्हें बर्खास्त करें।’

23 जुलाई 2022- बीजेपी ने जांच समिति बनाई, मौके पर जाकर करेगी पड़ताल

भरतपुर के डीग में आत्मदाह का प्रयास करने वाले साधु विजय दास की मृत्यु को लेकर राजस्थान में विपक्षी दल भारतीय जनता पार्टी ने राज्य की कांग्रेस नीत सरकार पर निशाना साधा और इसके लिए राज्य सरकार को जिम्मेदार बताया। वहीं, भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जगत प्रकाश नड्डा ने पार्टी की एक जांच समिति गठित की है जो मौके पर जाकर इसकी छानबीन करके उन्हें रिपोर्ट सौंपेगी। समिति में पार्टी के राष्ट्रीय महामंत्री व प्रदेश प्रभारी अरुण सिंह, सांसद स्वामी सुमेधानंद सरस्वती, पूर्व केंद्रीय मंत्री व सांसद सत्यपाल सिंह, उत्तर प्रदेश के पूर्व पुलिस महानिदेशक एवं सांसद बृजलाल यादव को शामिल किया गया है।

भरतपुर में बाबा नारायण दास चढ़े मोबाइल टॉवर पर , इंटरनेट बंद, क्या है क्या वजह?

राजस्थान की और समाचार देखने के लिए यहाँ क्लिक करे – Rajasthan News