रहें तैयार! दिल्ली में ऑटो और काली-पीली टैक्सी में सफर होने वाला है महंगा h3>
नई दिल्ली: दिल्ली में जल्द ही ऑटो और काली-पीली टैक्सी का सफर महंगा होने वाला है। दिल्ली के परिवहन मंत्री कैलाश गेहलोत ने किराए में मामूली बढ़ोतरी करने का फैसला किया है। इस बढ़ोतरी के पीछे दिल्ली में पिछले 6 महीने के दौरान सीएनजी के दामों में बढ़ोतरी और इसके चलते ऑटो-टैक्सी ड्राइवरों की परेशानियां बड़ी वजह हैं। वहीं ऑटो-टैक्सी से जुड़े संगठन भी लगातार सरकार से राहत देने की मांग कर रहे हैं। आने वाले समय में कितनी होगी ऑटो और टैक्सी के किराए में बढ़ोतरी, आइए समझते हैं।
कितना होगा ऑटो का किराया
इसके तहत पहले डेढ़ किमी के लिए ऑटो का मीटर 25 रुपये के बजाय 30 रुपये से डाउन होगा। उसके बाद प्रत्येक किमी के लिए 9.50 रुपये के बजाय 11 रुपये प्रति किमी के हिसाब से किराया देना पड़ेगा। ऐसे में आपकी यात्रा के कुल किराए पर इसका कितना असर पड़ेगा, इसे आप इस उदाहरण से समझ सकते हैं। अभी अगर आप ऑटो लेकर 11 किमी दूर कहीं जाते हैं, तो मीटर में तकरीबन 115 रुपये किराया बनता है। नए फॉर्मूले के आधार पर किराए में बढ़ोतरी लागू होने के बाद आपको इसी राइड के लिए करीब 135 रुपये देने होंगे। यानी 11 किमी की राइड पर करीब 20 रुपये एक्स्ट्रा लगेगा।
’10-15 दिनों में हो जाएगी घोषणा’
दिल्ली सरकार के परिवहन मंत्री कैलाश गहलोत ने बताया कि ऑटो और काली-पीली टैक्सी के किराए में बढ़ोतरी के इस प्रस्ताव को सैद्धांतिक मंजूरी दे दी गई है और जल्द ही कैबिनेट की बैठक में इसे पास करके औपचारिक नोटिफिकेशन भी जारी कर दिया जाएगा। उम्मीद है कि अगले दस-पंद्रह दिनों में इसकी घोषणा हो जाएगी।
टैक्सी में कितना ज्यादा देना होगा
काली-पीली टैक्सी के मामले में पहले डेढ़ किमी के लिए 25 रुपये के बजाय 40 रुपये से मीटर डाउन होगा और उसके बाद नॉन एसी टैक्सी में सफर करने वालों को 14 रुपये के बजाय 17 रुपये प्रति किमी के हिसाब से और एसी टैक्सी में सफर करने वालों को 16 रुपये के बजाय 20 रुपये प्रति किमी के हिसाब से किराए का भुगतान करना होगा। उदाहरण के तौर पर 11 किमी की राइड के लिए नॉन एसी टैक्सी में 179 की जगह 227 रुपये और एसी टैक्सी में 201 की जगह 260 रुपये देने होंगे।
CNG के रेट में हुई जबर्दस्त बढ़ोतरी
जो सीएनजी 1 जनवरी 2022 को 52.04 रुपये प्रति किलो के रेट पर मिल रही थी, उसके दाम 30 जून तक बढ़कर 75.61 रुपये प्रति किलो तक पहुंच चुके हैं। मोबाइल ऐप आधारित कैब मुहैया कराने वाली कंपनियां तो पहले ही अपने किराए में 10 से 12 प्रतिशत तक की बढ़ोतरी कर चुकी हैं, लेकिन ऑटो और काली-पीली टैक्सी के किराए में अभी तक कोई बदलाव नहीं हुआ है, क्योंकि इनका किराया दिल्ली सरकार तय करती है। ड्राइवरों को परेशानी होने के चलते ज्यादातर ने मीटर से चलना बंद कर दिया था या अतिरिक्त किराया लेने लगे थे। इनसे जुड़े संगठन भी लगातार सरकार से राहत देने की मांग कर रहे थे। इसे ध्यान में रखते हुए सरकार ने ट्रांसपोर्ट विभाग के अंतर्गत अधिकारियों की एक कमिटी का गठन किया गया था, जिसने तमाम पहलुओं पर विचार विमर्श करने के बाद मई के अंत में अपनी रिपोर्ट सौंपते हुए किराए में बढ़ोतरी की अनुशंसा की थी और उसका एक फॉर्मूला भी सरकार के समक्ष प्रस्तुत किया था। उसी के आधार पर अब किराए में बढ़ोतरी की तैयारी की जा रही है।
मामूली बढ़ोतरी का दिया था सुझाव
परिवहन मंत्री कैलाश गेहलोत ने कहा कि हमने सभी पहलुओं को ध्यान में रखते हुए किराए में मामूली बढ़ोतरी करने का फैसला किया है, ताकि ऑटो टैक्सी चालकों को भी राहत मिल सके और लोगों की जेब पर भी ज्यादा बोझ न पड़े। उन्होंने बताया कि कमिटी ने सीएनजी के दामों में हुई बढ़ोतरी के अलावा गाड़ी के मेंटेनेंस का खर्च, ऑटो पार्ट्स की कीमतें और कंज्यूमर प्राइस इंडेक्स के आधार पर इनकम और खर्चों का आंकलन करने के साथ-साथ दिल्ली के बनिस्बत अन्य राज्यों में ऑटो-टैक्सी के किराए का अध्ययन करने के बाद ही किराए में मामूली बढ़ोतरी करने का सुझाव दिया था।
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कितना होगा ऑटो का किराया
इसके तहत पहले डेढ़ किमी के लिए ऑटो का मीटर 25 रुपये के बजाय 30 रुपये से डाउन होगा। उसके बाद प्रत्येक किमी के लिए 9.50 रुपये के बजाय 11 रुपये प्रति किमी के हिसाब से किराया देना पड़ेगा। ऐसे में आपकी यात्रा के कुल किराए पर इसका कितना असर पड़ेगा, इसे आप इस उदाहरण से समझ सकते हैं। अभी अगर आप ऑटो लेकर 11 किमी दूर कहीं जाते हैं, तो मीटर में तकरीबन 115 रुपये किराया बनता है। नए फॉर्मूले के आधार पर किराए में बढ़ोतरी लागू होने के बाद आपको इसी राइड के लिए करीब 135 रुपये देने होंगे। यानी 11 किमी की राइड पर करीब 20 रुपये एक्स्ट्रा लगेगा।
’10-15 दिनों में हो जाएगी घोषणा’
दिल्ली सरकार के परिवहन मंत्री कैलाश गहलोत ने बताया कि ऑटो और काली-पीली टैक्सी के किराए में बढ़ोतरी के इस प्रस्ताव को सैद्धांतिक मंजूरी दे दी गई है और जल्द ही कैबिनेट की बैठक में इसे पास करके औपचारिक नोटिफिकेशन भी जारी कर दिया जाएगा। उम्मीद है कि अगले दस-पंद्रह दिनों में इसकी घोषणा हो जाएगी।
टैक्सी में कितना ज्यादा देना होगा
काली-पीली टैक्सी के मामले में पहले डेढ़ किमी के लिए 25 रुपये के बजाय 40 रुपये से मीटर डाउन होगा और उसके बाद नॉन एसी टैक्सी में सफर करने वालों को 14 रुपये के बजाय 17 रुपये प्रति किमी के हिसाब से और एसी टैक्सी में सफर करने वालों को 16 रुपये के बजाय 20 रुपये प्रति किमी के हिसाब से किराए का भुगतान करना होगा। उदाहरण के तौर पर 11 किमी की राइड के लिए नॉन एसी टैक्सी में 179 की जगह 227 रुपये और एसी टैक्सी में 201 की जगह 260 रुपये देने होंगे।
CNG के रेट में हुई जबर्दस्त बढ़ोतरी
जो सीएनजी 1 जनवरी 2022 को 52.04 रुपये प्रति किलो के रेट पर मिल रही थी, उसके दाम 30 जून तक बढ़कर 75.61 रुपये प्रति किलो तक पहुंच चुके हैं। मोबाइल ऐप आधारित कैब मुहैया कराने वाली कंपनियां तो पहले ही अपने किराए में 10 से 12 प्रतिशत तक की बढ़ोतरी कर चुकी हैं, लेकिन ऑटो और काली-पीली टैक्सी के किराए में अभी तक कोई बदलाव नहीं हुआ है, क्योंकि इनका किराया दिल्ली सरकार तय करती है। ड्राइवरों को परेशानी होने के चलते ज्यादातर ने मीटर से चलना बंद कर दिया था या अतिरिक्त किराया लेने लगे थे। इनसे जुड़े संगठन भी लगातार सरकार से राहत देने की मांग कर रहे थे। इसे ध्यान में रखते हुए सरकार ने ट्रांसपोर्ट विभाग के अंतर्गत अधिकारियों की एक कमिटी का गठन किया गया था, जिसने तमाम पहलुओं पर विचार विमर्श करने के बाद मई के अंत में अपनी रिपोर्ट सौंपते हुए किराए में बढ़ोतरी की अनुशंसा की थी और उसका एक फॉर्मूला भी सरकार के समक्ष प्रस्तुत किया था। उसी के आधार पर अब किराए में बढ़ोतरी की तैयारी की जा रही है।
मामूली बढ़ोतरी का दिया था सुझाव
परिवहन मंत्री कैलाश गेहलोत ने कहा कि हमने सभी पहलुओं को ध्यान में रखते हुए किराए में मामूली बढ़ोतरी करने का फैसला किया है, ताकि ऑटो टैक्सी चालकों को भी राहत मिल सके और लोगों की जेब पर भी ज्यादा बोझ न पड़े। उन्होंने बताया कि कमिटी ने सीएनजी के दामों में हुई बढ़ोतरी के अलावा गाड़ी के मेंटेनेंस का खर्च, ऑटो पार्ट्स की कीमतें और कंज्यूमर प्राइस इंडेक्स के आधार पर इनकम और खर्चों का आंकलन करने के साथ-साथ दिल्ली के बनिस्बत अन्य राज्यों में ऑटो-टैक्सी के किराए का अध्ययन करने के बाद ही किराए में मामूली बढ़ोतरी करने का सुझाव दिया था।