महू-ओंकोरश्वर ट्रैक बंद | Railway | Patrika News

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महू-ओंकोरश्वर ट्रैक बंद | Railway | Patrika News

महू-ओंकोरश्वर ट्रैक बंद | Railway | Patrika News


महू-ओंकोरश्वर का काम 55 किमी के आसपास है। इसके बनने से मुंबई की दूरी कम होने के साथ महाराष्ट्र और साउथ से इंदौर का सीधा जुड़ाव होगा।

मीटरगेज को ब्रॉडगेज में तब्दील किया जाना है।

इंदौर. रेलवे ने महू-ओंकोरश्वर ट्रैक बंद कर दिया है। मीटरगेज को ब्रॉडगेज में तब्दील किया जाना है। ट्रैक बंद करने से इंदौर के डेड एंड खत्म होने की आस जगी है। हालांकि काम की कछुआ चाल को हाइस्पीड ट्रेन की तरह हाइस्पीड करना होगा, तभी प्रोजेक्ट समय पर पूरा हो सकेगा। जब तक प्रोजेक्ट पूरा नहीं होता, हेरिटेज ट्रेन बंद रहेगी। रेलवे इस रूट पर दोहरीकरण पर भी काम करने वाला है।
रेलवे का यह प्रोजेक्ट रतलाम-इंदौर-अकोला है, जो 472 किमी का है। महू-ओंकोरश्वर का काम 55 किमी के आसपास है। इसके बनने से मुंबई की दूरी कम होने के साथ महाराष्ट्र और साउथ से इंदौर का सीधा जुड़ाव होगा। रेलवे एक्सपर्ट और सलाहकार समिति के सदस्य अजीतङ्क्षसह नारंग ने बताया कि अभी इस प्रोजेक्ट में बहुत कुछ होना बाकी है। रूट अलानमेंट की सर्वे रिपोर्ट के बाद पता चलेगा कि ट्रैक कैसा होगा, रूट पर कितनी टनल्स, पुल-पुलियाएं होंगी और भूमि अधिग्रहण, एस्टीमेट, स्वीकृतियां व टेंडर जैसे काम किस तरह होंगे? इसके बाद ही काम शुरू हो सकेगा। रेलवे के काम करने की गति से 5 साल में भी प्रोजेक्ट पूरा होता नहीं दिख रहा है। रेलवे को स्पीड बढ़ानी चाहिए।
घाट सेक्शन पर ढलान देना चुनौती
महू से बलवाड़ा के बीच भेरूघाट-चोरल घाट पर ट्रैक डाला जाना है। यहां ट्रेन को उतरना-चढऩा है। इसके लिए ट्रैक को ढाल देना होगा, ताकि ट्रेन को चढऩे-उतरने में दिक्कत न आए। रेलवे के लिए यही काम सबसे चुनौतीपूर्ण है। वर्तमान में ट्रेन को दोनों समय दिक्कत होती है। होलकर काल में अंग्रेजों ने घाट सेक्शन में ढाल देकर ट्रैक बनाया था। इसके लिए हर 40 मीटर ट्रैक पर एक मीटर का ढाल दिया था। रेलवे पहले डिजाइन में 100 किमी प्रति घंटे की स्पीड के अनुसार ट्रैक तैयार कर रहा था, जिसके लिए 100 मीटर पर एक मीटर का ढाल प्रस्तावित था। लेकिन, सुपर फास्ट और वंदे भारत ट्रेन के लिए 130 किमी तक की तेज स्पीड ट्रेनों के हिसाब से 150 मीटर पर एक मीटर का ढाल देने का निर्णय लिया है। यह पूरा घाट सेक्शन होने से रेलवे के पसीने छूटेंगे।
लंबे समय तक बंद रहेगी हेरिटेज ट्रेन
रेलवे ने 1 फरवरी से महू-ओंकारेश्वर रेल खंड बंद करने का निर्णय लिया है। इसमें हेरिटेज ट्रेन भी शामिल है। हेरिटेज ट्रेन में खूबसूरत वादियों का आनंद लेने के लिए लोगों को लंबा इंतजार करना पड़ेगा, क्योंकि आगामी बारिश सीजन में भी ट्रेन नहीं चल पाएगी। महू-ओंकारेश्वर रेल खंड का काम पूरा होने के बाद ही ट्रेन चलेगी, जिसमें कुछ वर्ष लग सकते हैं।
दोहरीकरण का खाका भी खींचेंगे
ट्रैक बनने के बाद इंदौर से डेड एंड खत्म हो जाएगा। इंदौर को नई ट्रेनें मिलेंगी तो कई गाडिय़ों के रूट का विस्तार इंदौर तक होगा। यह रूट महत्वपूर्ण है, इसलिए भविष्य में दोहरीकरण की जरूरत भी होगी। रेलवे ओंकारेश्वर तक दोहरीकरण करने की योजना पर भी काम कर रहा है।

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