महिला क्रिकेट के लिए ICC का ऐतिहासिक फैसला, सभी टूर्नामेंट में परुषों के समान मिलेगी प्राइज मनी
नई दिल्ली: अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (आईसीसी) ने घोषणा की है कि आईसीसी टूर्नामेंट में अब पुरुष और महिला दोनों टीमों के लिए समान पुरस्कार राशि होगी। इसकी शुरुआत आगामी टी20 विश्व कप से हो सकता है। महिला क्रिकेट लिए यह आईसीसी का यह ऐतिहासिक फैसला बताया जा रहा है। बीसीसीआई के अध्यक्ष जय शाह ने भी ट्वीट कर आईसीसी के इस फैसले पर खुशी जताई है।आईसीसी टूर्नामेंट में समान प्राइज मनी को लेकर लंबे समय से बातचीत चल रही थी। ऐसे में साउथ अफ्रीका के डरबन में आयोजित आईसीसी वार्षिक सम्मेलन में इस पर मुहर लगा दी गई। आईसीसी के चेयरमैन ग्रेग बार्कले ने एक बयान जारी कर कहा, ‘यह हमारे खेल के इतिहास में एक महत्वपूर्ण क्षण है और मुझे खुशी है कि आईसीसी टूर्नामेंट में प्रतिस्पर्धा करने वाले पुरुष और महिला क्रिकेटरों को अब समान रूप से पुरस्कृत किया जाएगा।’
बार्कले ने कहा, ‘2017 के बाद से ही हम महिला क्रिकेट को मजबूत करने की दिशा में काम कर रह रहे थे। हमने समान पुरस्कार राशि के लिए हर साल महिलाओं की प्रतियोगिताओं में राशि बढ़ाई और अब से, आईसीसी महिला क्रिकेट विश्व कप जीतने पर आईसीसी पुरुष क्रिकेट विश्व कप जीतने के समान ही पुरस्कार राशि मिलेगी और टी20 विश्व कप और अंडर19 के लिए भी यही बात लागू होगी।’
आईसीसी इवेंट में पुरुष और महिला प्राइज मनी में अंतर
इस फैसले से पहले आईसीसी इवेंट में महिला और पुरुषों को मिलने वाली प्राइज मनी में काफी बड़ा अंतर था। अगर बात करें 50 ओवरों के विश्व कप की तो 2019 में इंग्लैंड को चैंपियन बनने पर 28.4 करोड़ की प्राइज मनी मिली थी। वहीं न्यूजीलैंड की टीम रनरअप रही थी जिसके कारण उसे 14.2 करोड़ मिले थे।
वहीं महिलाओं के वनडे विश्व कप की बात जाए तो 2022 में चैंपियन बनने वाली टीम को सिर्फ 9.98 करोड़ की राशि मिली थी जबकि उपविजेता को 4.53 करोड़ मिले थे। ऐसे में आईसीसी ने जो फैसला लिया वह महिला क्रिकेट के लिए काफी ऐतिहासिक है।
टी20 विश्व कप के प्राइज में मनी कितना अंतर
सिर्फ वनडे विश्व कप में ही नहीं, टी20 में भी महिला और पुरुष टीमों के प्राइज मनी में काफी बड़ा अंतर था। इसी साल के शुरुआत में टी 20 विश्व कप में चैंपियन बनने वाली ऑस्ट्रेलिया को प्राइज मनी के तौर पर 8.27 करोड़ मिले थे। वहीं रनरअप रही साउथ अफ्रीका को सिर्फ 4.13 करोड़ मिले थे जबकि सेमीफाइनल में पहुंचने वाली टीमों को 1.73 करोड़ की राशि मिली थी। इस तरह पूरे टूर्नामेंट के लिए आईसीसी की तरफ से 20.28 करोड़ की रकम निर्धारित की गई थी।
वहीं अगर पुरुषों के टी20 विश्व कप की बात करें तो 2022 में इंग्लैंड की टीम चैंपियन बनी थी और 13 करोड़ की बड़ी रकम मिली थी। इसके अलावा उप विजेता को 6.5 करोड़ मिले थे। वहीं सेमीफाइनल में पहुंचने वाली टीमों को 3.25 करोड़ दिए गए थे। इस तरह पूरे टूर्नामेंट के लिए आईसीसी ने 45..4 करोड़ की रकम निर्धारित की थी।
बार्कले ने कहा, ‘2017 के बाद से ही हम महिला क्रिकेट को मजबूत करने की दिशा में काम कर रह रहे थे। हमने समान पुरस्कार राशि के लिए हर साल महिलाओं की प्रतियोगिताओं में राशि बढ़ाई और अब से, आईसीसी महिला क्रिकेट विश्व कप जीतने पर आईसीसी पुरुष क्रिकेट विश्व कप जीतने के समान ही पुरस्कार राशि मिलेगी और टी20 विश्व कप और अंडर19 के लिए भी यही बात लागू होगी।’
आईसीसी इवेंट में पुरुष और महिला प्राइज मनी में अंतर
इस फैसले से पहले आईसीसी इवेंट में महिला और पुरुषों को मिलने वाली प्राइज मनी में काफी बड़ा अंतर था। अगर बात करें 50 ओवरों के विश्व कप की तो 2019 में इंग्लैंड को चैंपियन बनने पर 28.4 करोड़ की प्राइज मनी मिली थी। वहीं न्यूजीलैंड की टीम रनरअप रही थी जिसके कारण उसे 14.2 करोड़ मिले थे।
वहीं महिलाओं के वनडे विश्व कप की बात जाए तो 2022 में चैंपियन बनने वाली टीम को सिर्फ 9.98 करोड़ की राशि मिली थी जबकि उपविजेता को 4.53 करोड़ मिले थे। ऐसे में आईसीसी ने जो फैसला लिया वह महिला क्रिकेट के लिए काफी ऐतिहासिक है।
टी20 विश्व कप के प्राइज में मनी कितना अंतर
सिर्फ वनडे विश्व कप में ही नहीं, टी20 में भी महिला और पुरुष टीमों के प्राइज मनी में काफी बड़ा अंतर था। इसी साल के शुरुआत में टी 20 विश्व कप में चैंपियन बनने वाली ऑस्ट्रेलिया को प्राइज मनी के तौर पर 8.27 करोड़ मिले थे। वहीं रनरअप रही साउथ अफ्रीका को सिर्फ 4.13 करोड़ मिले थे जबकि सेमीफाइनल में पहुंचने वाली टीमों को 1.73 करोड़ की राशि मिली थी। इस तरह पूरे टूर्नामेंट के लिए आईसीसी की तरफ से 20.28 करोड़ की रकम निर्धारित की गई थी।
वहीं अगर पुरुषों के टी20 विश्व कप की बात करें तो 2022 में इंग्लैंड की टीम चैंपियन बनी थी और 13 करोड़ की बड़ी रकम मिली थी। इसके अलावा उप विजेता को 6.5 करोड़ मिले थे। वहीं सेमीफाइनल में पहुंचने वाली टीमों को 3.25 करोड़ दिए गए थे। इस तरह पूरे टूर्नामेंट के लिए आईसीसी ने 45..4 करोड़ की रकम निर्धारित की थी।