‘महाभारत’ के ‘भीम’ प्रवीण कुमार को आखिरी वक्त में खल रही थी ये बात, जानिए परिवार के बारे में सबकुछ
बीआर चोपड़ा की ‘महाभारत’ (Mahabharat) के ‘भीम’ (Bheem Praveen Kumar) बनकर पॉप्युलर हुए ऐक्टर प्रवीण कुमार सोबती (Praveen Kumar Sobti) के निधन से टीवी जगत में शोक की लहर दौड़ गई है। प्रवीण कुमार का (Praveen Kumar death) 8 फरवरी की सुबह निधन हो गया। परिवार के एक सदस्य ने पीटीआई को बताया कि ऐक्टर को रात 10-10:30 के बीच कार्डियक अरेस्ट (Praveen Kumar death reason) आया था। उन्होंने बेचैनी की शिकायत की थी, जिसके बाद डॉक्टर को घर पर बुलाया गया। लेकिन उन्हें बचाया न जा सका। हर कोई इस खबर से सदमे में है।
प्रवीण कुमार कुछ महीने पहले अपनी आर्थिक तंगी की खबरों को लेकर सुर्खियों में आए थे। ऐसी खबरें आई थीं कि प्रवीण कुमार घोर (Praveen Kumar financial crisis) आर्थिक तंगी झेल रहे थे। उनके पास पेट भरने तक के भी पैसे नहीं थे। लेकिन इन खबरों को देख प्रवीण कुमार गुस्से में आ गए थे और उन्होंने ‘नवभारत टाइम्स’ को दिए इंटरव्यू में इन खबरों को बकवास बताया था। तब प्रवीण कुमार ने कहा था कि उन्हें न तो पैसों की जरूरत है और न ही उन्होंने किसी से मदद की गुहार लगाई है।
मुश्किल वक्त में किसी ने नहीं दिया सहारा
लेकिन इसी इंटरव्यू में प्रवीण कुमार का दर्द साफ झलक कर सामने आया था। उन्होंने कहा था कि कोरोना में पता चल गया है कि रिश्ते किस कदर खोखले हो गए हैं। उनके मन में टीस थी कि मुश्किल वक्त में कोई सहारा देने नहीं आया। प्रवीण कुमार बताया था कि वह काफी वक्त से घर में हैं और तबीयत भी खराब रहती है। इस वजह से डॉक्टर ने भी उन्हें खाने-पीने में कई परहेज बताए हैं।
पत्नी वीना ने की देखभाल, परिवार में हैं ये लोग
प्रवीण के मुताबिक, उनकी पत्नी वीना उनकी देखभाल कर रही थीं। प्रवीण को दुख था कि 90 के दशक में उस ‘भीम’ को सब जानते थे, लेकिन उन्हें अब सब भूल चुके हैं। प्रवीण कुमार की एक बेटी, दो छोटे भाई और एक बहन हैं।
पढ़ें: ‘न मुझे पैसों की जरूरत, न मैंने मदद मांगी’, नाराज ‘भीम’ प्रवीण कुमार का फूटा गुस्सा
पेंशन न मिलने का था दर्द
प्रवीण कुमार ने पंजाब सरकार से पेंशन की भी गुहार लगाई थी। उन्हें शिकायत थी कि एशियन गेम्स में या फिर जितने भी मेडल जीतने वाले खिलाड़ी थे, उन्हें पेंशन दी गई, पर प्रवीण को नहीं मिली। जबकि प्रवीण कुमार ने उस वक्त सबसे ज्यादा गोल्ड मेडल जीते थे और कॉमनवेल्थ गेम्स में भी भारत को रिप्रेजेंट करने वाले अकेले भारतीय खिलाड़ी थे। लेकिन उनकी किसी भी सरकार ने नहीं सुनी और वह पेंशन का इंतजार ही करते रह गए।
पढ़ें: ‘मां के हाथ से दूध और घी खाकर बनाई ठोस बॉडी’, ‘महाभारत’ के ‘भीम’ प्रवीण कुमार सोबती ने बताईं दिलचस्प बातें
रिपोर्ट्स के मुताबिक, प्रवीण कुमार के आखिरी दिन बहुत ही मुश्किल में गुजरे और इसकी एक वजह पैसों की तंगी थी। इसके अलावा वह बीमार भी थे, जिसका जिक्र उन्होंने दिसंबर 2021 में दिए एक इंटरव्यू में किया था।
प्रवीण कुमार ‘भीम’
मुश्किल वक्त में किसी ने नहीं दिया सहारा
लेकिन इसी इंटरव्यू में प्रवीण कुमार का दर्द साफ झलक कर सामने आया था। उन्होंने कहा था कि कोरोना में पता चल गया है कि रिश्ते किस कदर खोखले हो गए हैं। उनके मन में टीस थी कि मुश्किल वक्त में कोई सहारा देने नहीं आया। प्रवीण कुमार बताया था कि वह काफी वक्त से घर में हैं और तबीयत भी खराब रहती है। इस वजह से डॉक्टर ने भी उन्हें खाने-पीने में कई परहेज बताए हैं।
पत्नी वीना ने की देखभाल, परिवार में हैं ये लोग
प्रवीण के मुताबिक, उनकी पत्नी वीना उनकी देखभाल कर रही थीं। प्रवीण को दुख था कि 90 के दशक में उस ‘भीम’ को सब जानते थे, लेकिन उन्हें अब सब भूल चुके हैं। प्रवीण कुमार की एक बेटी, दो छोटे भाई और एक बहन हैं।
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पेंशन न मिलने का था दर्द
प्रवीण कुमार ने पंजाब सरकार से पेंशन की भी गुहार लगाई थी। उन्हें शिकायत थी कि एशियन गेम्स में या फिर जितने भी मेडल जीतने वाले खिलाड़ी थे, उन्हें पेंशन दी गई, पर प्रवीण को नहीं मिली। जबकि प्रवीण कुमार ने उस वक्त सबसे ज्यादा गोल्ड मेडल जीते थे और कॉमनवेल्थ गेम्स में भी भारत को रिप्रेजेंट करने वाले अकेले भारतीय खिलाड़ी थे। लेकिन उनकी किसी भी सरकार ने नहीं सुनी और वह पेंशन का इंतजार ही करते रह गए।
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रिपोर्ट्स के मुताबिक, प्रवीण कुमार के आखिरी दिन बहुत ही मुश्किल में गुजरे और इसकी एक वजह पैसों की तंगी थी। इसके अलावा वह बीमार भी थे, जिसका जिक्र उन्होंने दिसंबर 2021 में दिए एक इंटरव्यू में किया था।
प्रवीण कुमार ‘भीम’