बिहार के ये चायवाले: नाम से लेकर दाम तक खास है, पीना है तो यहां जाइए… फ्लेवर के साथ कलेवर भी मिलेगा

158

बिहार के ये चायवाले: नाम से लेकर दाम तक खास है, पीना है तो यहां जाइए… फ्लेवर के साथ कलेवर भी मिलेगा

पटना: राज्य की राजधानी में कई स्नातकों के बीच चाय की दुकान खोलना आज के दौर में एक ट्रेंड बनता जा रहा है। उनमें से कई, बड़े विश्वविद्यालयों से पढ़ने के बाद और प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी से प्रेरित होकर, पैसा कमाने और आत्मनिर्भर बनने के लिए चाय बेचने का विकल्प चुन रहे हैं। छात्र अपनी दुकानों और स्टालों के फैशनेबल नाम लेकर आए हैं, और उनके पास आने वाले ग्राहक भी बढ़ रहे हैं जो खास चाय के शौकीन हैं। ऊपर से स्टालों और उनके नामों के पीछे उनकी कहानियों को जानना भी उनके लिए एक दिलचस्प चीज बन गई है। प्यार में धोखा खाने वाले संदीप कुमार ने तो अपनी चाय की दुकान का नाम ‘बेवफा चायवाला’ रखा है। बोरिंग रोड चौराहा स्थित इस स्टॉल की खासियत यह है कि यह टूटे दिल के आकार के कप वाले लोगों को महज 10 रुपये में और लव-बर्ड्स को 15 रुपये में चाय परोसता है। संदीप ने अपने पहले प्यार में ब्रेकअप के बाद चाय की दुकान खोली। पांच साल के रिश्ते में। वह चाय बेचने के अलावा एक कंपनी के फाइनेंस डिपार्टमेंट में भी काम करता है।

बेवफा चाय वाले की कहानी
संदीप ने अपने तीन अन्य दोस्तों के साथ इस व्यवसाय को शुरू किया और अब तक दो शाखाएं खोल चुके हैं, एक पटना में और दूसरी वाराणसी में। उन्होंने टाइम्स न्यूज नेटवर्क को बताया कि जब उनका दिल टूट गया तो वे यूपीएससी क्लियर करने के लिए नहीं गए, क्योंकि बहुत से लोग ऐसा करते हैं, खासकर बिहार में। संदीप के मुताबिक ‘मैंने चाय व्यवसाय को अपने पेशे के रूप में चुना। प्रत्येक युवा को अपनी पसंद का पेशा चुनने की स्वतंत्रता है, इसलिए अन्य छात्रों को भी नए दिलचस्प विचारों के साथ आते देखना अच्छा लगता है।’

Bihar News : बिहार में गजब की दुकान! एक कप चाय के साथ फिजिक्स, केमिस्ट्री और मैथ फ्री

आत्मनिर्भर चाय वाली भी
इसके बाद नंबर आता है, मोना पटेल, ‘द आत्मानिर्भर चायवाली’ का जो ग्रेजुएट चायवाली प्रियंका गुप्ता से प्रेरित हैं। मोना का स्टॉल गांधी मैदान के पास अशोक कन्वेंशन सेंटर के सामने स्थित है। वह पटना के जेडी वीमेंस महिला कॉलेज से 21 वर्षीय बीसीए स्नातक हैं। उनकी दुकान की टैगलाइन कहती है ‘वो चिराग ही क्या जो रौशनी करेंगे, बेटी उजाला करने के लिए काफी है।’ मोना ने लोगों को यह बताने के लिए लिखा था कि अगर लड़के चाय बेच सकते हैं, तो लड़कियां भी कर सकती हैं। मोना ने कहा, ‘मैंने दुकान का यह नाम इसलिए रखा क्योंकि मैं दूसरों के लिए काम करने के बजाय खुद का नौकर बनना चाहती हूं।’
बेरोजगार बिहार! 15 हजार रुपए दरमाहा से बेहतर चाय की दुकान, पटना में एक और आत्‍मनिर्भर चाय वाली
पटना का रैपर चाय वाला
इन्हीं प्रेरणाओं के बीच ‘मैरियो रैपर चायवाला’ की एक और प्रेरक कहानी आती है। दुकान मुसलापुर हाट रोड पर स्थित है। मारियो समाज में लोगों की पीड़ा पर आधारित रैप गीत गाकर चाय बेचते हैं। उनकी चाय का आनंद लेने के लिए लोगों को 6 से 10 रुपये खर्च करने होते हैं। लोग उनके अनोखे अंदाज और प्यार से प्रभावित हैं, जिसके साथ वह अपनी चाय बेचते हैं। मारियो सिविल इंजीनियरिंग की तैयारी कर रहे थे लेकिन आर्थिक समस्या के कारण ऐसा हो नहीं पाया। अब वो अपनी बहन को शिक्षित करने और अपने माता-पिता की देखभाल करने के लिए सुबह 5 बजे से रात 10:30 बजे तक चाय बेचते हैं।
navbharat times -कमांडो चाय अड्डा : गोपालगंज में NSG कमांडो मोहित पांडेय क्यों बेच रहे चाय, जानें
गोपालगंज का कमांडो चाय वाला
इसी कड़ी में चाय बेचने वाले एक एनएसजी कमांडो भी हैं। मोहित पांडे का ‘कमांडो चायवाला’ दुकान अड्डा गोपालगंज के मौर्य चौक पर स्थित है। फिलहाल वह दिल्ली में तैनात हैं। लेकिन छुट्टियों में घर आने के बाद वो पिछले 8 दिन से अपनी स्पेशल चाय बेच रहे हैं। मोहित के मुताबिक ‘कोई काम छोटा नहीं होता। लोगों को यह बताने के लिए मैंने अपनी 49 दिनों की छुट्टियों के दौरान चाय की दुकान शुरू की है। मैं चाहता हूं कि समाज को पता चले कि कोई भी काम शर्मनाक नहीं है। आमदनी के लिए आप कुछ भी कर सकते हैं। इसी वजह से मैंने इसी नाम से दुकान शुरू की है।’ इतना ही नहीं बिहार में आपको ‘कपल टी पॉइन्ट’, ‘चाय ठंडा’, ‘आशिक चायवाला’, ‘आईआईटियन चायवाला’ भी मिलेंगे। बस शौक बड़ा होना चाहिए।

बिहार की और खबर देखने के लिए यहाँ क्लिक करे – Delhi News