फेसलेस ट्रांसपोर्ट सर्विस का एक महीना पूरा, दिल्ली में सबसे ज्यादा लर्निंग लाइसेंस बन रहे हैं ऑनलाइन
हाइलाइट्स
- परिवहन विभाग की फेसलेस सर्विसे को शुरू हुए एक महीना पूरा
- ई लर्निंग लाइसेंस के लिए सबसे ज्यादा आवेदन, 28115 का बना
- 91.54% ऑनलाइन आवेदन हुए मंजूर, अभी 3.80% पेंडिंग हैं
नई दिल्ली: ठीक एक महीने पहले 11 अगस्त को परिवहन विभाग की ज्यादातर सेवाओं को फेसलेस किया गया था। ट्रायल से लेकर लॉन्च किए जाने के बाद अब तक 91.54 प्रतिशत आवेदन मंजूर किए गए हैं। इसमें ई लर्निंग लाइसेंस का विकल्प दिया गया और इसके लिए बड़ी संख्या में आवेदन मिले हैं।
परिवहन मंत्री कैलाश गहलोत का कहना है कि केजरीवाल सरकार ने परिवहन सेवाओं के लिए वर्क फ्रॉम होम की शुरुआत करके एक बड़ा प्रयोग किया और एक महीने में काफी अच्छे नतीजे आए हैं। ज्यादा आवेदनों की वजह से टेस्ट के लिए थोड़ा इंतजार करना पड़ रहा है। ई लर्निंग लाइसेंस बनने की एक समय सीमा के बाद परमानेंट लाइसेंस के लिए टेस्ट होगा और टेस्ट के लिए लोगों को ज्यादा इंतजार ना करना पड़े। इसे ध्यान में रखते हुए भी ई लर्निंग लाइसेंस जारी किए जा रहे हैं।
पिछले एक महीने में 28,115 ई लर्निंग लाइसेंस बने हैं जबकि 2,207 कैंडिडेट टेस्ट पास नहीं कर सके। कलर ब्लाइंडनेस के कारण फेल होने वालो की संख्या 328 रही है। विभाग के मुताबिक ई लर्निंग लाइसेंस के लिए 37,784 आवेदन मिले हैं, जिसमें से 9,669 आवेदन ही लंबित हैं।
परिवहन विभाग ने 19 फरवरी 2021 से परिवहन सेवाओं के लिए फेसलेस सिस्टम का ट्रायल शुरू किया था और 11 अगस्त 2021 को इसे लॉन्च कर दिया गया। इस अवधि में आए आवेदनों में से 91.54 आवेदन मंजूर किए जा चुके हैं। 1,80,567 आवेदनों में से 1,65,283 आवेदन मंजूर किए जा चुके है। 6,859 यानी 3.80 पर्सेंट आवेदन पेंडिंग है। जबकि आवेदनों में कमी के कारण 4.29 प्रतिशत आवेदन लौटाए गए हैं। परमानेंट ड्राइविंग टेस्ट और गाड़ी के फिटनेस टेस्ट को छोड़कर बाकी सर्विसेज फेसलेस सिस्टम के दायरे में आ गई हैं। सीएम अरविंद केजरीवाल ने पिछले महीने परिवहन विभाग के आईपी एस्टेट दफ़्तर पर ताला लगाकर फ़ेसलेस सेवाओं की शुरुआत की थी।
दिल्ली सरकार ने ‘डोर स्टेप डिलीवरी’ सर्विस के हेल्पलाइन नंबर 1076 को टोल फ़्री करने का फैसला भी लिया है और इसको लेकर जरूरी प्रक्रिया शुरू हो गई है। इस समय दिल्ली सरकार की करीब 150 ऐसी सेवाएं हैं, जो 1076 फोन नंबर पर कॉल करके घर बैठे हासिल की जा सकती है। 1076 नंबर को भी टोल फ्री किया जाएगा। दिल्ली में घर बैठे सरकारी सेवाओं के लिए हेल्पलाइन नंबर 1076 पर कॉल करना होता है और अब परिवहन विभाग की काफी सर्विसेज भी डोर स्टेप डिलीवरी योजना के दायरे में आई है। सोशल मीडिया पर कई लोगों ने दिल्ली सरकार से मांग की है कि डोर स्टेप डिलीवरी योजना के इस नंबर को टोल फ्री नंबर में बदला जाए क्योंकि यह नंबर मिलने में कई बार परेशानियों का सामना करना पड़ता है।
फेसलेस ट्रांसपोर्ट सर्विस का एक महीना हुआ पूरा
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हाइलाइट्स
- परिवहन विभाग की फेसलेस सर्विसे को शुरू हुए एक महीना पूरा
- ई लर्निंग लाइसेंस के लिए सबसे ज्यादा आवेदन, 28115 का बना
- 91.54% ऑनलाइन आवेदन हुए मंजूर, अभी 3.80% पेंडिंग हैं
परिवहन मंत्री कैलाश गहलोत का कहना है कि केजरीवाल सरकार ने परिवहन सेवाओं के लिए वर्क फ्रॉम होम की शुरुआत करके एक बड़ा प्रयोग किया और एक महीने में काफी अच्छे नतीजे आए हैं। ज्यादा आवेदनों की वजह से टेस्ट के लिए थोड़ा इंतजार करना पड़ रहा है। ई लर्निंग लाइसेंस बनने की एक समय सीमा के बाद परमानेंट लाइसेंस के लिए टेस्ट होगा और टेस्ट के लिए लोगों को ज्यादा इंतजार ना करना पड़े। इसे ध्यान में रखते हुए भी ई लर्निंग लाइसेंस जारी किए जा रहे हैं।
पिछले एक महीने में 28,115 ई लर्निंग लाइसेंस बने हैं जबकि 2,207 कैंडिडेट टेस्ट पास नहीं कर सके। कलर ब्लाइंडनेस के कारण फेल होने वालो की संख्या 328 रही है। विभाग के मुताबिक ई लर्निंग लाइसेंस के लिए 37,784 आवेदन मिले हैं, जिसमें से 9,669 आवेदन ही लंबित हैं।
परिवहन विभाग ने 19 फरवरी 2021 से परिवहन सेवाओं के लिए फेसलेस सिस्टम का ट्रायल शुरू किया था और 11 अगस्त 2021 को इसे लॉन्च कर दिया गया। इस अवधि में आए आवेदनों में से 91.54 आवेदन मंजूर किए जा चुके हैं। 1,80,567 आवेदनों में से 1,65,283 आवेदन मंजूर किए जा चुके है। 6,859 यानी 3.80 पर्सेंट आवेदन पेंडिंग है। जबकि आवेदनों में कमी के कारण 4.29 प्रतिशत आवेदन लौटाए गए हैं। परमानेंट ड्राइविंग टेस्ट और गाड़ी के फिटनेस टेस्ट को छोड़कर बाकी सर्विसेज फेसलेस सिस्टम के दायरे में आ गई हैं। सीएम अरविंद केजरीवाल ने पिछले महीने परिवहन विभाग के आईपी एस्टेट दफ़्तर पर ताला लगाकर फ़ेसलेस सेवाओं की शुरुआत की थी।
दिल्ली सरकार ने ‘डोर स्टेप डिलीवरी’ सर्विस के हेल्पलाइन नंबर 1076 को टोल फ़्री करने का फैसला भी लिया है और इसको लेकर जरूरी प्रक्रिया शुरू हो गई है। इस समय दिल्ली सरकार की करीब 150 ऐसी सेवाएं हैं, जो 1076 फोन नंबर पर कॉल करके घर बैठे हासिल की जा सकती है। 1076 नंबर को भी टोल फ्री किया जाएगा। दिल्ली में घर बैठे सरकारी सेवाओं के लिए हेल्पलाइन नंबर 1076 पर कॉल करना होता है और अब परिवहन विभाग की काफी सर्विसेज भी डोर स्टेप डिलीवरी योजना के दायरे में आई है। सोशल मीडिया पर कई लोगों ने दिल्ली सरकार से मांग की है कि डोर स्टेप डिलीवरी योजना के इस नंबर को टोल फ्री नंबर में बदला जाए क्योंकि यह नंबर मिलने में कई बार परेशानियों का सामना करना पड़ता है।
फेसलेस ट्रांसपोर्ट सर्विस का एक महीना हुआ पूरा