‘पोषण आहार घोटाला कांग्रेस और कमलनाथ की देन’ | ‘Nutrition food scam Congress and Kamal Nath’ | Patrika News

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‘पोषण आहार घोटाला कांग्रेस और कमलनाथ की देन’ | ‘Nutrition food scam Congress and Kamal Nath’ | Patrika News

‘पोषण आहार घोटाला कांग्रेस और कमलनाथ की देन’ | ‘Nutrition food scam Congress and Kamal Nath’ | Patrika News

भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि उल्टा चोर कोतवाल को डांटे वाली बात हाे रही है, कमलनाथ जी द्वारा 2018-19 और 2019-20 में पोषण के लिए क्या किया गया है। इस पर वह बात करने को तैयार ही नहीं हैं। कांग्रेस केवल हाे-हल्ला करना चाहती है।

इतना ही नहीं पोषण आहार मामले मेंसीएजी (CAG) की रिपोर्ट के बाद बोलते हुए वीडी शर्मा (VD Sharma) ने कहा कि सीएम शिवराज ने कड़ाई से इस बात को कहा है कि जो भी इस गड़बड़ी में शामिल है, ऐसे लोगों को बख्शा नहीं जाएगा।

इसी के तहत इसके लिए एक कनिका बनाई जा रही है, अनियमितता के चलते 104 लोगों के खिलाफ कार्रवाई की गई है, जबकि 22 से अधिक अधिकारियों को निलंबित कर दिया गया है। इतना ही नहीं 6 अधिकारियों को नौकरी से बाहर किया गया है जबकि तीन अधिकारियों की पेंशन और दो की वेतन वृद्धि रोकी गई है। 40 अधिकारियों पर विभागीय जांच जारी है और अन्य अधिकारी कर्मचारियों पर भी राज्य शासन द्वारा एक्शन लिया गया है। गड़बड़ी पाए जाने पर हर तथ्य की बारीकी से जांच की जा रही है और इसकी संलिप्तता वाले हर व्यक्तियों पर सख्त कार्रवाई की जाएगी।

घोटाला कांग्रेस और कमलनाथ की देन
वीडी शर्मा ने कहा कि यह पोषण आहार में हुए घोटाले कांग्रेस और कमलनाथ की ही देन है। वहीं वीडी शर्मा ने कहा है कि बीजेपी की सरकार द्वारा मध्यप्रदेश में घोटाले और गड़बड़ी को रोकने का काम किया गया है। इससे पहले पोषण आहार मामले में सदन में किए जा रहे हंगामे पर बोलते हुए सीएम शिवराज ने कहा था कि अगर कोई घटना होती है और जिस पर भ्रम फैलाया जाता है तो सरकार को अपनी बात रखने का हक है।

सीएम शिवराज ने स्पष्ट किया है कि सीएजी की जो ड्राफ्ट सामने आई है। वह रिपोर्ट 2018 से लेकर 2021 तक की है। यह अंतिम रिपोर्ट नहीं है। इस रिपोर्ट को वापस सीएजी को भेजा जाएगा।

वहीं रिपोर्ट पर बोलते हुए सीएम शिवराज ने कहा कि इस रिपोर्ट में कांग्रेस के कार्यकाल में भी हुए घोटाले शामिल है। जिसकी जांच की जा रही है। इस रिपोर्ट में 237 करोड़ के 30,304 मीट्रिक टेक होम राशन की गुणवत्ता को अमानक स्तर दिया गया है। यह आंकड़े कांग्रेस के शासनकाल के हैं। राज्य शासन द्वारा इस पर भी कार्रवाई की जा रही है।

वही पोषण आहार और टेक होम राशन मामले में गड़बड़ी को लेकर सीएम शिवराज ने भी कांग्रेस पर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि 2018 में टेक होम राशन की व्यवस्था शुरू की गई थी लेकिन बीजेपी की सरकार चली जाने के बाद कांग्रेस सत्ता में आई और एक बार फिर से पोषण आहार का ठेका ठेकेदारों को सौंप दिया। वहीँ भाजपा (BJP) सरकार की वापसी के साथ ही एक बार फिर से महिला स्व सहायता समूह को सौंपा गया है।



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