पीएम मोदी के साथ मंच साझा करने जा रहे हैं शरद पवार, विपक्षी एकता से एक बार फिर अलग राह पर NCP प्रमुख!

1
पीएम मोदी के साथ मंच साझा करने जा रहे हैं शरद पवार, विपक्षी एकता से एक बार फिर अलग राह पर NCP प्रमुख!

पीएम मोदी के साथ मंच साझा करने जा रहे हैं शरद पवार, विपक्षी एकता से एक बार फिर अलग राह पर NCP प्रमुख!

मुंबई: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 1 अगस्त को पुणे में रहेंगे। यहां उन्हें तिलक स्मारक मंदिर ट्रस्ट की ओर से लोकमान्य तिलक राष्ट्रीय पुरस्कार से सम्मानित किया जाएगा। इस समारोह में अब एनसीपी मुखिया शरद पवार भी शामिल होंगे। इसकी पुष्टि ट्रस्ट से जुड़े रोहित तिलक ने की है। महाराष्ट्र में इस नए सियासी घटनाक्रम को लेकर हलचल तेज है। वहीं विपक्षी गठबंधन INDIA में भी इसे लेकर बैचेनी है। हालांकि पीएम मोदी को पुरस्कर मुख्य ट्रस्टी दीपक तिलक की ओर से दिया जाएगा।

अजित पवार की एनसीपी से बगावत के बाद यह पहला मौका जब शरद पवार और पीएम मोदी एक साथ किसी मंच पर दिखाई देंगे। ट्रस्ट के सदस्य रोहित तिलक ने बताया कि शरद पवार इस समारोह में उपस्थित रहेंगे लेकिन यह पुरस्कार ट्रस्ट के मुख्य ट्रस्टी दीपक तिलक के हाथों दिया जाता है।

मुख्य ट्रस्टी करेंगे पीएम मोदी को सम्मानित
परंपरा के अनुसार, इस साल भी लोकमान्य तिलक राष्ट्रीय पुरस्कार प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को तिलक स्मारक ट्रस्ट के मुख्य ट्रस्टी दीपक तिलक के हाथों प्रदान किया जाएगा। समारोह 1 अगस्त को पुणे के एसपी कॉलेज मैदान में आयोजित किया जाएगा।

कांग्रेस नेताओं में बैचेनी
शरद पवार के पीएम मोदी के साथ न सिर्फ मंच साझा करना बल्कि उन्हें सम्मानित करना विपक्षी पार्टियों के गठबंधन I.N.D.I.A. के नेताओं को रास नहीं आ रहा। खासकर कांग्रेस के नेताओं में इस बात को लेकर बैचेनी है कि मुंबई में होने वाली विपक्ष की आगामी बैठक से पहले शरद पवार का मोदी के साथ दिखना गलत संदेश देगा। विपक्ष को यह भी अंदेशा है कि BJP जानबूझकर ऐसा कर रही है, ताकि विपक्ष बंटा हुआ दिखाई दे।

दूसरी तरफ, दिल्ली सरकार में अधिकारियों की पोस्टिंग करने का अधिकार केंद्र सरकार के हाथों में न चला जाए, इसके लिए संसद में केंद्र सरकार की ओर से लाए जा रहे विधेयक का विरोध करने के लिए विपक्ष एकजुट हुआ है।

संसद में विपक्ष का देंगे साथ या पुणे में करेंगे मोदी का सम्मान!
दिल्ली के मुख्यमंत्री और आम आदमी पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल इस विधेयक के खिलाफ विपक्ष की सभी राजनीतिक पार्टियों को लामबंद कर चुके हैं। जो पार्टियां, बीजेपी के नेतृत्व वाले एनडीए में शामिल नहीं हैं, वह भी संसद में इस विधेयक का विरोध करने का भरोसा केजरीवाल को दे चुकी हैं। इनमें एनसीपी भी शामिल है। लोकसभा में सरकार के पास बहुमत है, लेकिन राज्यसभा में विपक्ष अगर एकजुट होकर इस विधेयक का विरोध करता है, तो इस विधेयक का पारित होना मुश्किल होगा।

शरद पवार राज्यसभा के सदस्य हैं। उनका एक वोट काफी मायने रखता है। ऐसे में यह देखने वाली बात होगी कि वह विधेयक का विरोध करने के लिए राज्यसभा में उपस्थित रहते हैं या फिर मोदी का सम्मान करने के लिए पुणे में मौजूद रहेंगे। कहा जा रहा है कि सोमवार या मंगलवार को यह विधेयक संसद में रखा जा सकता है।

सितंबर में हो सकती है मीटिंग
विपक्ष के 26 दलों के गठबंधन ‘इंडियन नैशनल डेवलपमेंटल इन्क्लूसिव अलायंस’ (इंडिया) की अगली बैठक मुंबई में अब 25 और 26 अगस्त की बजाय सितंबर के पहले हफ्ते में हो सकती है। पहले की निर्धारित तिथियों पर कुछ नेताओं ने अपने व्यस्त कार्यक्रमों का हवाला देते हुए उपलब्ध होने में असमर्थता जताई है। सूत्रों ने शनिवार को यह जानकारी दी।

सूत्रों का कहना है कि एनसीपी प्रमुख शरद पवार अगस्त के मध्य से महाराष्ट्र के दौरे पर निकलेंगे और उन नेताओं में से हैं जो अगले महीने अनुपलब्ध रहेंगे। एनसीपी हाल ही में दो गुटों में बंट गई। दूसरे गुट का नेतृत्व पवार के भतीजे अजित पवार कर रहे हैं।

राजनीति की और खबर देखने के लिए यहाँ क्लिक करे – राजनीति
News