‘द कश्मीर फाइल्स’ पर जारी विवाद के बीच सुब्रमण्यम स्वामी का बड़ा बयान, कहा- कश्मीरी पंडितों के पलायन के लिए वीपी सिंह, मुफ्ती सईद जिम्मेदार

144

‘द कश्मीर फाइल्स’ पर जारी विवाद के बीच सुब्रमण्यम स्वामी का बड़ा बयान, कहा- कश्मीरी पंडितों के पलायन के लिए वीपी सिंह, मुफ्ती सईद जिम्मेदार

श्रीनगर: बॉलीवुड फिल्म ‘द कश्मीर फाइल्स’ पर जारी विवाद के बीच भारतीय जनता पार्टी (BJP) के नेता सुब्रमण्यम स्वामी (Subramanian Swamy) ने बड़ा बयान द‍िया है। सुब्रमण्यम स्वामी ने शनिवार को कहा कि कश्मीर घाटी से कश्मीरी पंडितों के पलायन के लिए तत्कालीन प्रधानमंत्री विश्वनाथ प्रताप सिंह और उस समय के केंद्रीय गृह मंत्री मुफ्ती मोहम्मद सईद जिम्मेदार थे, न कि जम्मू-कश्मीर के तत्कालीन मुख्यमंत्री फारूक अब्दुल्ला। दरअसल स्वामी का बयान फिल्म ‘द कश्मीर फाइल्स’ पर जारी विवाद के बीच आया है। इस फिल्म में घाटी से कश्मीरी पंडितों के पलायन को दिखाया गया है। ऐसे में बीजेपी शासित कई राज्यों ने इस फिल्म को टैक्‍स फ्री कर दिया है।

स्वामी ने यहां जम्मू-कश्मीर पीस फोरम की ओर से आयोजित अंतर-सामुदायिक सांस्कृतिक उत्सव ‘नवरेह मिलन’ के अवसर पर कहा क‍ि मुसलमान और पंडित एक जैसे हैं। उनमें एक सा खून है। यदि डीएनए जांच की जाए तो परिणाम एक जैसा ही आएगा। (कश्मीरी पंडितों के साथ) अन्याय हुआ है, ऐसा आप ही खुद कह रहे हैं। पूरा दोष फारूक अब्दुल्ला पर डाला जा रहा है, लेकिन यह वी. पी. सिंह और मुफ्ती (मोहम्मद) सईद का किया धरा था। राज्यसभा सदस्य ने, हालांकि कहा कि उन्होंने अभी तक फिल्म नहीं देखी है।

सईद की बेटी रूबिया सईद के ‘अपहरण’ की घटना को क‍िया याद
भाजपा नेता ने सईद की बेटी रूबिया सईद के ‘अपहरण’ की घटना को याद करते हुए कहा कि आज तक यह साफ नहीं हुआ है कि उसका (रूबिया का) अपहरण कैसे हुआ? उन्होंने कहा कि रूबिया की रिहाई के लिए सरकार को जेकेएलएफ के कुछ गिरफ्तार आतंकवादियों को रिहा करना पड़ा था। उन्होंने कहा क‍ि मुझे नहीं समझ आया कि यह सब कैसे हुआ? क्योंकि जब मैं चंद्रशेखर की सरकार में मंत्री था, तब भी जेकेएलएफ के आतंकवादियों ने नेशनल कॉन्फ्रेंस (नेकां) के तत्कालीन सांसद सैफुद्दीन सोज की बेटी को भी अगवा कर लिया था, लेकिन हमने एक भी व्यक्ति को रिहा नहीं किया था। बाद में सोज की बेटी को जेकेएलएफ की ओर से एक ऑटो-रिक्शा में उसके घर छोड़ दिया गया था।

केरल के राज्यपाल आरिफ मोहम्मद खान ने क‍िया था समर्थन

इससे पहले नेशनल कॉन्फ्रेंस के संस्थापक को केरल के राज्यपाल आरिफ मोहम्मद खान का समर्थन मिला था, जिन्होंने यह कहते हुए अब्दुल्ला का बचाव किया कि उन्होंने सईद की बेटी की रिहाई के बदले आतंकवादियों को रिहा किए जाने के निर्णय का विरोध किया था। हालांकि इस सवाल के जवाब में कि क्या ‘द कश्मीर फाइल्स’ जैसी फिल्मों को प्रतिबंधित कर दिया जाना चाहिए, उन्होंने कहा क‍ि लोकतंत्र में किसी फिल्म को कैसे रोका जा सकता है? (यदि नहीं पसंद है तो) आप बहिष्कार कीजिए। अनुच्छेद 370 के प्रावधानों को निरस्त किए जाने के बारे में पूछे गए एक सवाल में स्वामी ने कहा कि जम्मू-कश्मीर की जनता को यह ‘भूल’ जाना चाहिए कि विशेष प्रावधानों वाला यह अनुच्छेद फिर से लौटेगा।

सफेदपोश दहशतगर्द कौन हैं जिनसे समाज को सबसे ज्‍यादा खतरा, चिनार कोर के कमांडर ने कश्‍मीर में बताया

कश्मीरी पंडितों की सुरक्षा के लिए पूर्व सैनिकों के विशेष बल का गठन हो: स्वामी
सुब्रमण्यम स्वामी ने शनिवार को कहा कि कश्मीरी पंडितों की सुरक्षा के लिये पूर्व सैनिकों के एक विशेष बल का गठन किया जाना चाहिए ताकि वे बिना किसी डर के घाटी में जाकर रह सकें। स्वामी ने ‘जम्मू-कश्मीर पीस फोरम’ की ओर से आयोजित ‘नवरेह मिलन’ कार्यक्रम से इतर पत्रकारों से कहा कि कश्मीरी पंडित 1990 के दशक में एक भयानक अनुभव से गुजरे हैं और वे लौटने के बाद वैसी स्थिति का सामना नहीं कर सकते। भाजपा नेता ने कहा क‍ि इसलिए, हम उन्हें केवल तभी लौटने के लिए कह सकते हैं जब स्थिति अच्छी हो। मेरा सुझाव है कि एक लाख सैनिक, जो अब सेवानिवृत्त हो चुके हैं, उन्हें उनके परिवार के साथ पांच साल तक कश्मीर में रहने के लिए कहा जाए। इसके लिए उन्हें वेतन आदि दिया जाए।



Source link