जिगोलो बनने के अरमान ने इस शख्स को लगा दिया चूना, 18 दिनों के अंतराल में दो बार हुई ठगी

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जिगोलो बनने के अरमान ने इस शख्स को लगा दिया चूना, 18 दिनों के अंतराल में दो बार हुई ठगी

जिगोलो (gigolo) बनने की ख्वाहिश रखने वाले कालाचौकी के 30 वर्षीय शख्स को नहीं पता था कि वो कितनी बड़ी ठगी का शिकार होने जा रहा है। उसे केवल 18 दिनों के अंतराल में दो अलग-अलग साइबर ठगों के गिरोहों ने टारगेट किया और लगभग 1.86 लाख रुपये का चूना लगा दिया।

पुलिस अधिकारी ने बताया कि एक गिरोह ने उस व्यक्ति को न्यूड लड़की के वीडियो कॉल का लालच दिया और “सेक्सटॉर्शन” के जरिए उससे पैसे वसूले, जबकि एक अन्य गिरोह ने उसे एक पुरुष एस्कॉर्ट का काम देने के बहाने उसकी बैंकिंग डिटेल हासिल कर ली। 

ऐसे हुआ ठगी का शिकार, आप भी रहिए होशियार

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शिकायतकर्ता कालाचौकी के अभ्युदय नगर का निवासी है और लोअर परेल स्थित पूंजी बाजार कंपनी में काम करता है। 13 मार्च को उसे फेसबुक पर दो महिलाओं की फ्रेंड रिक्वेस्ट मिली। उसने दोनों रिक्वेस्ट को एक्सेप्ट कर लिया और उनमें से एक नीलम कुमारी के साथ चैट शुरू कर दी।

चैटिंग के दौरान, लड़की ने उसे इंटिमेट यानी अंतरंग वीडियो चैट के लिए इनवाइट किया, जिसके लिए वह सहमत हो गया और उसके साथ एक अंतरंग वीडियो कॉल पर बात की। इसी तरह, उसने दूसरी महिला अंजलि शर्मा के साथ भी अंतरंग वीडियो कॉल की।

एक अधिकारी ने कहा, “दो वीडियो कॉल के बाद शिकायतकर्ता को शर्मा की ओर से एक मैसेज मिला कि उन्होंने उसके साथ की गई वीडियो कॉल को रिकॉर्ड किया है और वीडियो को YouTube पर अपलोड करने की धमकी दी। उसने उस वीडियो को ऑनलाइन शेयर नहीं करने के लिए पैसे की मांग की। डरे हुए, शिकायतकर्ता ने उसे 8,000 रुपये का भुगतान किया, लेकिन महिला और उसके साथी अधिक पैसे की मांग करते रहे, जिसके बाद लड़के ने उनका नंबर ब्लॉक कर दिया।”

अगले दिन उस लड़के को दिल्ली साइबर क्राइम सेल से अरुण सक्सेना नाम के एक व्यक्ति का फोन आया। सक्सेना ने उसे बताया कि उसने उसका वीडियो यूट्यूब पर देखा है और वह वीडियो में दिख रही दो महिलाओं को पकड़ने की कोशिश कर रहा है। सक्सेना ने यह दावा करते हुए शिकायतकर्ता की मदद करने की पेशकश की कि वह YouTube से उसका आपत्तिजनक वीडियो हटा सकता है, लेकिन इसके लिए उसे (शिकायतकर्ता को) कुछ पैसे खर्च करने होंगे। अधिकारी ने कहा कि ऐसे कई झूठे बहाने से सक्सेना ने उससे 60,000 रुपये वसूल लिए। 

इस बीच, शिकायतकर्ता ने पुरुष एस्कॉर्ट की दूसरी नौकरी की तलाश शुरू कर दी। 21 मार्च को उसे एक वेबसाइट एस्कॉर्ट इंडिया लिमिटेड क्लब जिगोलो के बारे में पता चला जिसमें “प्लेबॉय” की नौकरी के लिए अच्छी रकम की पेशकश की गई थी। उसने नौकरी के लिए अप्लाई किया। उसके आवेदन को प्रोसेस करने के वास्ते और कई अन्य झूठे बहाने बनाकर एस्कॉर्ट कंपनी के अधिकारियों ने उस लड़के से पैसे मांगे।

कथित कंपनी के अधिकारियों ने शिकायतकर्ता से उसके डेबिट कार्ड की एक तस्वीर भी ले ली और उसके खाते से पैसे ट्रांसफर कर लिए। उन्होंने लड़के से 1.26 लाख रुपये ठगे। यह महसूस करने के बाद कि उसे साइबर धोखाधड़ी समूहों द्वारा ठगा गया है, शिकायतकर्ता ने आखिरकार मंगलवार को कालाचौकी पुलिस से संपर्क किया।

कालाचौकी के एक अन्य अधिकारी ने कहा, “हमने सूचना प्रौद्योगिकी अधिनियम और भारतीय दंड संहिता की संबंधित धाराओं के तहत पांच व्यक्तियों के खिलाफ 1.86 लाख रुपये की ठगी करने का मामला दर्ज किया है और अपराध में इस्तेमाल किए गए बैंक खातों का विवरण प्राप्त करने की प्रक्रिया में हैं।”  

जिगोलो क्या है?

जिगोलो के धंधे में पैसे लेकर सहमति से किसी महिला के साथ संबंध बनाने का काम होता है। जिगोलो एक प्रकार की एडल्ट मार्केट है। एक ऐसा मार्केट या क्लब है जहां पर औरतें मर्दों की बोली भी लगाती हैं। डील फिक्स होने के बाद वह पुरूष उनके साथ जाता है। डील फिक्स होने के बाद 20% कमीशन इन्हे उस संस्था को देनी पडती है जिसके माध्यम से डील डन की गई।



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