जब 15 फुट की दूरी से हुआ था मौत से सामना, आज भी उस मंजर को भूल नहीं पाते गौतम अडानी

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जब 15 फुट की दूरी से हुआ था मौत से सामना, आज भी उस मंजर को भूल नहीं पाते गौतम अडानी

जब 15 फुट की दूरी से हुआ था मौत से सामना, आज भी उस मंजर को भूल नहीं पाते गौतम अडानी


​नई दिल्ली: अडानी समूह (Adani Group) पिछले कुछ दिनों से मुश्किल दौर से गुजर रहे हैं। कंपनी से शेयर्स लगातार गिर रहे है। मार्केट कैप गिरता जा रहा है। खुद गौतम अडानी की संपत्ति गिरती जा रही है। पिछले 7 दिनों में अडानी की जिंदगी में बहुत कुछ बदल गया है। कभी 127 अरब डॉलर की संपत्ति के साथ दुनिया के तीसरे अमीर रहने वाले गौतम अडानी अब 64 अरब डॉलर के नेटवर्थ के साथ 16वें नंबर पर पहुंच गए है। अडानी ग्रुप की कंपनियों का वैल्युएशन 100 अरब डॉलर घट चुका है। हालांकि गौतम अडानी मुश्किलों से डरने वाले लोगों में से नहीं है। साइकिल पर घर-घर साड़ियां बेचने वाले इस शख्स ने अपने दम पर अरबों की कंपनी खड़ी कर दी। एक दौर वो भी था, जब फिरौती के लिए उन्हें किडनैप कर दिया। बुरा वक्त यहीं पर खत्म नहीं हुआ। अडानी ने अपनी जिंदगी में मौत को बहुत करीब से देखा है।

जब 15 फुट की दूरी पर खड़ी थी मौत

एक टीवी इंटरव्यू के दौरान गौतम अडानी ने उस घटना का जिक्र किया, जिसका मंजर वो कभी नहीं भूल पाते है। 26 नवंबर, 2008 एक बिजनस मीटिंग के लिए गौतम अडानी मुंबई के होटल ताज पहुंचे थे। दुबई पोर्ट के सीईओ मोहम्मद शराफ के साथ उनकी मीटिंग थी। मीटिंग खत्म कर वो लौटने वाले ही थे, कि क्लाइंट ने कॉफी के लिए रोक लिया। ताज के लॉन्ज में वो कॉफी का इंतजार ही कर रहे थे कि धांय-धांय की आवाज आने लगी। चारों तरफ गोलियां ताबड़तोड़ बसर रही थी। लोगों के चीखने-चिल्लाने की आवाज गूंज रही थी। वो कुछ समझ पाते उससे पहले होटल स्टाफ ने उन्हें मेज के नीचे छिप जाने को कहा। उन्हें बताया गया कि होटल पर आंतकवादियों ने हमला कर दिया है।

आतंकियों से हुआ सामना

आतंकियों से हुआ सामना

गौतम अडानी कई घंटे तक मेज के नीचे छिपे रहे। उन्होंने देखा कि आतंकवादी हाथों में बंदूकें लेकर अंधाधुन गोलियां बरसा रहे हैं। लोगों को निशाना बनाया जा रहा है। कॉरिडोर में बम धमाका भी किया गया। गौतम अडानी सबतुछ अपनी आंखों से देख रहे थे। होटल स्टाफ ने अडानी और वहां मौजूद बाकी गेस्ट को वहां से निकालकर बेसमेंट किचन में पहुंचाया। उन्हें वहां घंटों तक छिपाकर रखा गया। 27 नवंबर को एटीएस और पुलिस जवानों ने अडानी समेत वहां मौजूद बाकी गेस्ट को सुरक्षित रेस्क्यू किया। गौतम अडानी आज तक इस मंजर को भूल नहीं पात हैं।

फिरौती के लिए कर लिया था किडनैप

फिरौती के लिए कर लिया था किडनैप

आतंकी हमले से पहले भी उनकी जान जोखिम में पड़ चुकी थी। साल 1997 में फिरौती के लिए उन्हें किडनैप कर लिया था। किडनैपर्स ने 15 लाख करोड़ रुपये की फिरौती मांगी थी। फाइनेंशियल टाइम्स के साथ एक इंटरव्यू में उन्होंने इस घटना का जिक्र किया था। पुलिस की चार्जशीट के मुताबिक बदमाशों ने उनकी कार को जबरम रोककर उन्हें किडनैप कर लिया था। हालांकि अडानी खुद किडनैपर्स के चंगुल से भागने निकलने में कामियाब हुए थे। अडानी ने एक इंटरव्यू में कहा था कि वो आज भी मैं इस बारे में बात करते हुए थोड़ा शर्मिंदा हो जाता हूं।

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