घणा चौधरी बने फिर रहे थे साजिद खान, पत्ते खोलने से पहले बिखर गया कुनबा, भारी पड़ गई ये 5 गलतियां
रिएलिटी शो बिग बॉस 16। साजिद खान ने बीते वीकेंड का वार में कहा था कि उन्होंने अभी पत्ते अपनी तरफ मुंह करके रखे हैं। बाहर की तरफ नहीं किए हैं। यानी अब तक शो में अपना गेम खेला नहीं है। लेकिन, साजिद आप किसे बेवकूफ बना रहे हैं! आपने न सिर्फ अपने पत्ते दिखा दिए हैं, बल्कि आपके पत्ते ताश की तरह बिखर भी गए हैं। शो में आने से पहले ही उनसे काफी विवाद जुड़े थे, जिसकी वजह से लोग उन्हें पहले से ही पसंद नहीं करते थे। जब वो शो में आए थे, तब कहा कि अपनी इमेज बनाने आए हैं। खुद को सुधारने आए हैं। लेकिन बीते एपिसोड में शिव ने ही कहा था कि ‘पूंछ कभी सीधी नहीं होती है।’ ये बात उन्होंने अर्चना के लिए कही थी, लेकिन ये अर्चना पर नहीं, साजिद पर ही सटीक बैठती है। शुरु में भले ही ऐसा लगा कि वो इतने भी बुरे नहीं हैं, लेकिन एक-एक कर उनकी पोल खुलती चली गई। असलियत बाहर आती चली गई। पहले ‘सरपंच’ बनकर गेम खेला। हांजी, सरपंच। अब्दू रोजिक, शिव ठाकरे, गोरी नागोरी और एमसी स्टैन के ग्रुप के ‘मुखिया’। जो बाकी के सदस्य बचे, उनसे अलग-अलग तरीकों से बनाकर रखने की कोशिश की। लेकिन हर पल उनका दांव उन पर ही भारी पड़ता दिखाई दिया। पहले उनके ही ग्रुप के लोगों ने बगावत छेड़ दी। फिर बाकी के कंटेस्टेंट्स के ‘गुड बुक्स’ में रहने चक्कर में ‘दोगले’ कहलाए। ऐसा कैसे हुआ, आइये आपको सबकुछ बताते हैं।
1. गुड बुक्स में रहने के चक्कर में बने दोगले
साजिद खान जब बिग बॉस में आए थे, तब सबकी गुड बुक्स में रहने के लिए सबसे अच्छी-अच्छी बातें करते थे। झगड़ा होने पर दूर खड़े हो जाते थे और बाद में लड़ाई करने वालों को समझाते थे कि खाने के लिए कौन लड़ता है या छोटी-छोटी बातों के लिए क्यों झगड़ा करते हो? इसको लेकर साजिद की खूब क्लास भी लगी थी। वीकेंड का वार में सलमान खान ने उन्हें अच्छे से समझाया था कि वो सबकी गुड बुक्स में रहने के चक्कर में बाहर दोगले लग रहे हैं। उन्होंने ये भी कहा था कि बिग बॉस के घर में खाने या टास्क के अलावा और किन चीजों पर झगड़ा होगा। क्या जमीन-जायदाद को लेकर झगड़ा करेंगे या किसी नेशनल इश्यू पर विवाद होगा!
2. अब्दू रोजिक को समझा था ऐड़ा, लेकिन…
चूंकि अब्दू रोजिक तजाकिस्तान से हैं और उन्हें हिंदी या इंग्लिश दोनों ही अच्छी तरह से नहीं आती है। इसलिए बिग बॉस में एंट्री करने के बाद ही साजिद खान को जिम्मेदारी सौंपी थी कि वो अब्दू के ट्रांसलेटर बनें और उनका साथ दें। शुरु में साजिद ने अब्दू को हल्के में लिया। वो ट्रांसलेटर तो बने ही, साथ ही अब्दू को अपने हिसाब से चलाने के चक्कर में थे, लेकिन उनका ये दांव भी उनपर भारी पड़ गया। अब्दू ने पहले ही दिन से ऑडियंस का दिल जीत लिया। वो कई मुद्दों में अपना दिमाग लगाकर काम करने लगे। ये सब साजिद ने नोटिस किया और अब उन्हें अब्दू से इनसिक्योरिटी होने लगी। इनसिक्योरिटी इसलिए क्योंकि जब अब्दू को कैप्टन बनाने की बात आई थी, तब साजिद ने ही मना किया था। यहां तक कि निमृत कौर अहलूवालिया और शिव ठाकरे तक को साजिद को समझाना पड़ा था। सिर्फ यही नहीं, जब अब्दू घर में आए थे, तब सिर्फ उनकी क्यूटनेस और अच्छे बर्ताव के चर्चे हो रहे थे, लेकिन साजिद ही वो पहले शख्स थे, जिन्होंने अब्दू के लिए कहा था कि ये ‘येड़ा बनकर पेड़ा खा रहा है’ और ‘ये शाणा है।’
3. गोरी नागोरी को बना दिया था ‘नौकर’, पर छिड़ गई बगावत
साजिद खान ने गोरी नागोरी को अपना ‘नौकर’ बनाकर रखा था। ऐसा हम नहीं कह रहे, बल्कि खुद गोरी ने कई बार शो में दूसरे कंटेस्टेंट्स के साथ बातचीत करने के दौरान इसका खुलासा किया था। उन्होंने बताया था कि साजिद अपने कपड़े धुलवाते थे। हर समय काम और खाने को लेकर ऑर्डर करते रहते थे, लेकिन एक वक्त आता है, जब घड़ा भर जाता है। गोरी के साथ भी कुछ ऐसा ही हुआ। वैसे तो निमृत कौर अहलूवालिया के ग्रुप में ‘सेंधमारी’ करने के बाद उनका मन उखड़ा था, लेकिन जैसे ही वो ग्रुप से अलग हुईं, उन्होंने ज्यादातर साजिद खान की बुराई की। जब साजिद ने गोरी पर ‘चोरी’ का इल्जाम लगा दिया, तब गोरी एकदम बगावत पर उतर आईं। बीते एपिसोड में भी गोरी साजिद की बुराई करती दिखाई दीं कि वो रूम में सबको कहानी सुना रहे हैं। यानी ये भी बात सामने आ गई कि साजिद घर में सबके फेवरेट बने रहने के लिए अपने ‘डायरेक्टर’ होने का भी फायदा उठाते हैं।
4. शिव ठाकरे को बना दिया अपना पोपट?
शिव ठाकरे इन दिनों घर में अंकित गुप्ता को ‘पोपट पोपट’ कहते नजर आते हैं, लेकिन उन्हें बिल्कुल भी अंदाजा नहीं है कि वो खुद साजिद खान के ‘पोपट’ बन चुके हैं। शिव 2 एपिसोड तक अच्छा गेम खेल रहे थे, लेकिन इसके बाद वो सिर्फ ‘सर सर सर’ कहते नजर आ रहे हैं। लोगों को एक बात और अखर रही है कि अगर घर में कोई सदस्य बुरा या गलत करता था तो शिव स्टैंड लेते थे, लेकिन जब खुद साजिद भद्दी-भद्दी गालियां देते हैं, दूसरों को भरा-बुला कहते हैं या तंज कसते हैं, तब शिव की हिम्मत नहीं होती कि वो साजिद को गलत और सही में फर्क समझा सकें। कुछ लोग ये भी कह रहे हैं कि अगर शिव ऐसे ही चलते रहे तो साजिद की शह में वो भी अपना गेम खराब कर लेंगे।
5. एमसी स्टैन की जगह निमृत को दे दी
साजिद खान ने अब्दू रोजिक और शिव ठाकरे को अपने से फिर भी ज्यादा चिपकाकर रखा, लेकिन गोरी नागोरी और एमसी स्टैन को सिर्फ अपने काम और ‘वोट’ के लिए ‘दोस्त’ बनाया। या ये भी कह सकते हैं कि वो शिव और अब्दू को ही अपने ग्रुप में चाहते थे, अब चूंकि शिव को एमसी स्टैन से लगाव था और स्टैन को गोरी से, इसलिए मजबूरन उन्हें ग्रुप का हिस्सा बनाना पड़ा। साजिद ने अब्दू और शिव को तो हमेशा नसीहत दी, लेकिन स्टैन के साथ सिर्फ फॉरमैलिटी की। ऐसा कई मौकों पर देखने को मिला। यही वजह थी कि साजिद ने बहुत ही आसानी से निमृत को स्टैन की जगह दे दी। वो जानते थे कि निमृत स्ट्रॉन्ग कंटेस्टेंट्स में से एक है। इसलिए जब वो ग्रुप में आने लगी तो साजिद ने उसे पूरी छूट दे दी। यहां तक कि स्टैन को कई बार समझाया कि निमृत दिल की अच्छी है। लेकिन स्टैन ने अपने दिल की सुनी। वो जानता है कि निमृत का असली चेहरा क्या है, इसलिए वो भी गोरी के साथ कट लिया था, लेकिन ‘न घर के रहे और न घाट के’ वाली हालत होने पर वो मजबूर इसी ग्रुप में वापस आ गए।
बाकी घरवालों के साथ भी ‘चिकनी चुपड़ी’
साजिद खान बाकी के घरवालों के साथ भी ‘चिकनी चुपड़ी’ बातें करते दिखते हैं। उनकी शुरुआत में शालीन भनोट से तगड़ी लड़ाई हुई थी, लेकिन अब उसी शालीन को वो रात में कमरे में बैठकर कहानियां सुनाते हैं। गौतम को भी अपनी साइड किया है, सौंदर्या से भी मीठी-मीठी बातें कर पटा रखा है। क्योंकि सौंदर्या खाना भी बनाती है ना। उनके लिए। अब शालीन के साथ सब अच्छा है तो टीना दत्ता को भी उनसे अभी कोई शिकायत नहीं है। जबकि जब साजिद और शालीन का झगड़ा हुआ था, तब टीना ने आवाज उठाई थी कि इतने गुस्से वाले आदमी के साथ घर में कैसे रह सकते हैं। सुम्बुल को भी 25 लाख रुपये देकर (विनर प्राइज मनी से काटकर) अपनी साइड खींच लिया। अंकित से तो वो डायरेक्शन और कैमरे एंगल को लेकर बातें करते हैं। इसलिए प्रियंका भी साजिद के कभी खिलाफ नहीं जा पाती हैं। अब बस बचीं अर्चना गौतम। तो साजिद भी अच्छे से जानते हैं कि यहां उनकी ‘अच्छाई की दाल’ गलने वाली नहीं है!
1. गुड बुक्स में रहने के चक्कर में बने दोगले
साजिद खान जब बिग बॉस में आए थे, तब सबकी गुड बुक्स में रहने के लिए सबसे अच्छी-अच्छी बातें करते थे। झगड़ा होने पर दूर खड़े हो जाते थे और बाद में लड़ाई करने वालों को समझाते थे कि खाने के लिए कौन लड़ता है या छोटी-छोटी बातों के लिए क्यों झगड़ा करते हो? इसको लेकर साजिद की खूब क्लास भी लगी थी। वीकेंड का वार में सलमान खान ने उन्हें अच्छे से समझाया था कि वो सबकी गुड बुक्स में रहने के चक्कर में बाहर दोगले लग रहे हैं। उन्होंने ये भी कहा था कि बिग बॉस के घर में खाने या टास्क के अलावा और किन चीजों पर झगड़ा होगा। क्या जमीन-जायदाद को लेकर झगड़ा करेंगे या किसी नेशनल इश्यू पर विवाद होगा!
2. अब्दू रोजिक को समझा था ऐड़ा, लेकिन…
चूंकि अब्दू रोजिक तजाकिस्तान से हैं और उन्हें हिंदी या इंग्लिश दोनों ही अच्छी तरह से नहीं आती है। इसलिए बिग बॉस में एंट्री करने के बाद ही साजिद खान को जिम्मेदारी सौंपी थी कि वो अब्दू के ट्रांसलेटर बनें और उनका साथ दें। शुरु में साजिद ने अब्दू को हल्के में लिया। वो ट्रांसलेटर तो बने ही, साथ ही अब्दू को अपने हिसाब से चलाने के चक्कर में थे, लेकिन उनका ये दांव भी उनपर भारी पड़ गया। अब्दू ने पहले ही दिन से ऑडियंस का दिल जीत लिया। वो कई मुद्दों में अपना दिमाग लगाकर काम करने लगे। ये सब साजिद ने नोटिस किया और अब उन्हें अब्दू से इनसिक्योरिटी होने लगी। इनसिक्योरिटी इसलिए क्योंकि जब अब्दू को कैप्टन बनाने की बात आई थी, तब साजिद ने ही मना किया था। यहां तक कि निमृत कौर अहलूवालिया और शिव ठाकरे तक को साजिद को समझाना पड़ा था। सिर्फ यही नहीं, जब अब्दू घर में आए थे, तब सिर्फ उनकी क्यूटनेस और अच्छे बर्ताव के चर्चे हो रहे थे, लेकिन साजिद ही वो पहले शख्स थे, जिन्होंने अब्दू के लिए कहा था कि ये ‘येड़ा बनकर पेड़ा खा रहा है’ और ‘ये शाणा है।’
3. गोरी नागोरी को बना दिया था ‘नौकर’, पर छिड़ गई बगावत
साजिद खान ने गोरी नागोरी को अपना ‘नौकर’ बनाकर रखा था। ऐसा हम नहीं कह रहे, बल्कि खुद गोरी ने कई बार शो में दूसरे कंटेस्टेंट्स के साथ बातचीत करने के दौरान इसका खुलासा किया था। उन्होंने बताया था कि साजिद अपने कपड़े धुलवाते थे। हर समय काम और खाने को लेकर ऑर्डर करते रहते थे, लेकिन एक वक्त आता है, जब घड़ा भर जाता है। गोरी के साथ भी कुछ ऐसा ही हुआ। वैसे तो निमृत कौर अहलूवालिया के ग्रुप में ‘सेंधमारी’ करने के बाद उनका मन उखड़ा था, लेकिन जैसे ही वो ग्रुप से अलग हुईं, उन्होंने ज्यादातर साजिद खान की बुराई की। जब साजिद ने गोरी पर ‘चोरी’ का इल्जाम लगा दिया, तब गोरी एकदम बगावत पर उतर आईं। बीते एपिसोड में भी गोरी साजिद की बुराई करती दिखाई दीं कि वो रूम में सबको कहानी सुना रहे हैं। यानी ये भी बात सामने आ गई कि साजिद घर में सबके फेवरेट बने रहने के लिए अपने ‘डायरेक्टर’ होने का भी फायदा उठाते हैं।
4. शिव ठाकरे को बना दिया अपना पोपट?
शिव ठाकरे इन दिनों घर में अंकित गुप्ता को ‘पोपट पोपट’ कहते नजर आते हैं, लेकिन उन्हें बिल्कुल भी अंदाजा नहीं है कि वो खुद साजिद खान के ‘पोपट’ बन चुके हैं। शिव 2 एपिसोड तक अच्छा गेम खेल रहे थे, लेकिन इसके बाद वो सिर्फ ‘सर सर सर’ कहते नजर आ रहे हैं। लोगों को एक बात और अखर रही है कि अगर घर में कोई सदस्य बुरा या गलत करता था तो शिव स्टैंड लेते थे, लेकिन जब खुद साजिद भद्दी-भद्दी गालियां देते हैं, दूसरों को भरा-बुला कहते हैं या तंज कसते हैं, तब शिव की हिम्मत नहीं होती कि वो साजिद को गलत और सही में फर्क समझा सकें। कुछ लोग ये भी कह रहे हैं कि अगर शिव ऐसे ही चलते रहे तो साजिद की शह में वो भी अपना गेम खराब कर लेंगे।
5. एमसी स्टैन की जगह निमृत को दे दी
साजिद खान ने अब्दू रोजिक और शिव ठाकरे को अपने से फिर भी ज्यादा चिपकाकर रखा, लेकिन गोरी नागोरी और एमसी स्टैन को सिर्फ अपने काम और ‘वोट’ के लिए ‘दोस्त’ बनाया। या ये भी कह सकते हैं कि वो शिव और अब्दू को ही अपने ग्रुप में चाहते थे, अब चूंकि शिव को एमसी स्टैन से लगाव था और स्टैन को गोरी से, इसलिए मजबूरन उन्हें ग्रुप का हिस्सा बनाना पड़ा। साजिद ने अब्दू और शिव को तो हमेशा नसीहत दी, लेकिन स्टैन के साथ सिर्फ फॉरमैलिटी की। ऐसा कई मौकों पर देखने को मिला। यही वजह थी कि साजिद ने बहुत ही आसानी से निमृत को स्टैन की जगह दे दी। वो जानते थे कि निमृत स्ट्रॉन्ग कंटेस्टेंट्स में से एक है। इसलिए जब वो ग्रुप में आने लगी तो साजिद ने उसे पूरी छूट दे दी। यहां तक कि स्टैन को कई बार समझाया कि निमृत दिल की अच्छी है। लेकिन स्टैन ने अपने दिल की सुनी। वो जानता है कि निमृत का असली चेहरा क्या है, इसलिए वो भी गोरी के साथ कट लिया था, लेकिन ‘न घर के रहे और न घाट के’ वाली हालत होने पर वो मजबूर इसी ग्रुप में वापस आ गए।
बाकी घरवालों के साथ भी ‘चिकनी चुपड़ी’
साजिद खान बाकी के घरवालों के साथ भी ‘चिकनी चुपड़ी’ बातें करते दिखते हैं। उनकी शुरुआत में शालीन भनोट से तगड़ी लड़ाई हुई थी, लेकिन अब उसी शालीन को वो रात में कमरे में बैठकर कहानियां सुनाते हैं। गौतम को भी अपनी साइड किया है, सौंदर्या से भी मीठी-मीठी बातें कर पटा रखा है। क्योंकि सौंदर्या खाना भी बनाती है ना। उनके लिए। अब शालीन के साथ सब अच्छा है तो टीना दत्ता को भी उनसे अभी कोई शिकायत नहीं है। जबकि जब साजिद और शालीन का झगड़ा हुआ था, तब टीना ने आवाज उठाई थी कि इतने गुस्से वाले आदमी के साथ घर में कैसे रह सकते हैं। सुम्बुल को भी 25 लाख रुपये देकर (विनर प्राइज मनी से काटकर) अपनी साइड खींच लिया। अंकित से तो वो डायरेक्शन और कैमरे एंगल को लेकर बातें करते हैं। इसलिए प्रियंका भी साजिद के कभी खिलाफ नहीं जा पाती हैं। अब बस बचीं अर्चना गौतम। तो साजिद भी अच्छे से जानते हैं कि यहां उनकी ‘अच्छाई की दाल’ गलने वाली नहीं है!