गो वे कंपनी के निदेशक और मास्टमाइंड गिरफ्तार, इलेक्ट्रिक स्कूटी के नाम 10 हजार लोगों से करोड़ों की ठगी | Director of Go Way Company arrested for duping 10000 people | Patrika News

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गो वे कंपनी के निदेशक और मास्टमाइंड गिरफ्तार, इलेक्ट्रिक स्कूटी के नाम 10 हजार लोगों से करोड़ों की ठगी | Director of Go Way Company arrested for duping 10000 people | Patrika News

ग्रेटर नोएडा पुलिस ने बाइक बोट कंपनी की तर्ज पर इलेक्ट्रिक स्कूटी चलवाने के नाम 10 हजार से अधिक लोगों से करोड़ों की ठगी करने के मुख्य आरोपी कुणाल सेन को गिरफ्तार कर लिया है। जिसने गो वे कंपनी बनाकर लोगों से 62-62 हजार रुपये ठगे थे।

नोएडा

Published: April 24, 2022 11:55:03 am

ग्रेटर नोएडा की बीटा-2 कोतवाली पुलिस ने करीब 10 हजार लोगों से करोड़ों की ठगी करने वाले गो वे कंपनी के निदेशक और मास्टमाइंड कुणाल सेन को एच्छर गांव के पास से गिरफ्तार किया है। इस केस में आरोपी दंपती अनिल सेन और मीनू सेन को पुलिस पहले ही गिरफ्तार चुकी है। आरोपियों ने लोगों को एक साल में धन दोगुना करने का लालच देकर ठगी का शिकार बनाया था। आरोपी वर्ष 2019 में दफ्तर बंद कर फरार हो गए थे। अब ठगी के तीनों आरोपी सलाखों के पीछे पहुंच चुके हैं। उनकी संपत्ति चिह्नित की जा रही है। जल्द ही आगे की कार्रवाई की जाएगी।

बता दें कि बाइक बोट की तर्ज पर इलेक्ट्रिक स्कूटी चलवाने के नाम पर वर्ष 2019 में गो वे कंपनी का ऑफिस दंपती अनिल सेन व मीनू सेन ने खोला था। दंपती का बेटा कुणाल कंपनी में निदेशक बना। जबकि दंपती सीएमडी के पद पर थे। कुणाल ने ही माता-पिता को इस तरह से स्कीम चलाने का आइडिया दिया था। इस स्कीम में निवेशकों से 62 हजार रुपये इलेक्ट्रिक स्कूटी के नाम पर निवेश करवाए। एक साल में रकम दोगुना वापस करने का झांसा दिया गया। नोएडा, गाजियाबाद, ग्रेटर नोएडा, दिल्ली, हरियाणा के लोगों ने कई-कई स्कूटी के नाम पर कंपनी में रकम निवेश कर दी। एक साल तक करीब दस हजार लोगों से करोड़ों की ठगी करने के बाद आरोपित आफिस पर ताला लगाकर फरार हो गए। निवेशक ने ऑफिस पर धरना देने और हंगामा करने पर पुलिस मुकदमा दर्ज कर करीब एक साल बाद 2021 में दंपती अनिल-मीनू गिरफ्तार किया। वहीं अब उनका बेटा कुणाल भी पुलिस के हत्थे चढ़ा है।

यह भी पढ़ें- श्रम और कल्याण परिषद के अध्यक्ष के समक्ष फूटा उद्यमियों का दर्द, भराला ने दिए जांच के आदेश पुलिस को गुमराह करने के लिए मुंबई में ही छोड़ा मोबाइल एडिशनल डीसीपी विशाल पांडे ने बताया कि पुलिस को गुमराह करने के लिए कुणाल अपना मोबाइल मुंबई छोड़ कर आया था, ताकि पुलिस उसकी मोबाइल लोकेशन निकाले तो वह मुंबई की आए। पुलिस ने कुणाल की फ्लाइट टिकट की फोटो व ग्रेटर नोएडा पहुंचने की सूचना मुखबिर से प्राप्त कर कुणाल को धर दबोचा।
यह भी पढ़ें- यूपी में अभी गर्मी से राहत के आसार नहीं, भीषण लू पड़ने का अलर्ट जारी आरोपियों की संपत्ति को किया जा रहा चिन्हित एडिशनल डीसीपी न बताया कि गिरफ्तार किए जा चुके अनिल व मीनू सेन ने हरियाणा के गुरुग्राम में ई रिक्शा का काम शुरू किया था। ठगी को अंजाम देने के बाद से ही कुणाल मुंबई में पुलिस से छिपकर रह रहा था। जबकि दंपती गुरुग्राम में फार्म हाउस में शरण लिए हुए थे। वहां ई रिक्शा मैनुफैक्चरिग का काम शुरू किया था। गैंगस्टर एक्ट के तहत आरोपियों की संपत्ति जब्त की जाएगी।
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