गुड न्यूज! यमुना एक्सप्रेसवे के टोल प्लाजा पर नहीं थमेगी रफ्तार, जाम को देखते हुए 5-5 लेन बढ़ाने का फैसला

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गुड न्यूज! यमुना एक्सप्रेसवे के टोल प्लाजा पर नहीं थमेगी रफ्तार, जाम को देखते हुए 5-5 लेन बढ़ाने का फैसला

ग्रेटर नोएडा: यमुना एक्सप्रेसवे (Yamuna Express Way) के टोल प्लाजा पर लगने वाले जाम की समस्या जल्द खत्म होने की उम्मीद है। 165 किमी लंबे इस एक्सप्रेसवे के सभी टोल प्लाजा पर पांच-पांच और नए लेन बनने जा रहा है। दरअसल यमुना एक्सप्रेसवे पर रोज 30 हजार से अधिक वाहन गुजरते हैं। वाहनों की संख्या बढ़ने के बाद लोगों की दिक्कत न हो इसलिए टोल प्लाजा पर लेन की संख्या बढ़ाने का निर्णय लिया गया है।

यमुना अथॉरिटी के सीईओ अरुणवीर सिंह ने बताया कि पिछले कुछ दिनों से टोल प्लाजा पर लग रहे जाम को देखते हुए लेन की संख्या बढ़ाने का निर्देश दिया गया था। यमुना एक्सप्रेसवे का संचालन करने वाली जेपी इंफ्राटेक ने इसको लेकर सहमति जताते हुए जेवर टोल प्लाजा पर इस काम को सबसे पहले कराने की बात कही है।

यीडा सीईओ ने बताया कि यमुना एक्सप्रेसवे पर जेवर, मथुरा और आगरा टोल प्लाजा पड़ते हैं। तीनों टोल पर पांच-पांच लेन की बढ़ोतरी होने से वाहन चालकों को काफी मदद मिलेगी। सबसे पहले यह काम जेवर टेल प्लाजा पर 22 जुलाई तक पूरा कर लिया जाएगा। जेवर के बाद हर टोल प्लाजा पर दो-दो महीने के भीतर पांच-पांच अतिरिक्त लेन बढ़ाने का काम किया जाएगा। अभी यमुना एक्सप्रेसवे के तीनों टोल प्लाजा पर दोनों ओर सभ 12 लेन पर फास्टैग की सुविधा उपलब्ध है। इसके बाद भी जाम को देखते हुए लेन की संख्या बढ़ाने का निर्णय लिया गया है।

सभी लेन पर फास्टैग है अनिवार्य
केंद्र सरकार ने सभी एक्सप्रेसवे पर फास्टैग अनिवार्य कर दिया है पर निजी एक्सप्रेसवे होने के कारण यमुना एक्सप्रेसवे पर यह सुविधा इस साल फरवरी से प्रारंभ हुई है। इसी साल 14 फरवरी से यमुना प्राधिकरण ने इस एक्सप्रेसवे की सभी लेन पर यह व्यवस्था कर दी है। त्योहारों और हफ्ते के आखिरी दिन अक्सर टोल प्लाजा पर वाहनों का दबाव बढ़ जाता था। फास्टैग होने से जाम से राहत मिलेगी। वाहन में फास्टैग न होने पर दोगुना टोल वसूला जा रहा है।

क्रैश बीम बैरियर लगाने का काम पूरा
यमुना एक्सप्रेसवे आए दिन हादसे होते देखकर सुप्रीम कोर्ट के निर्देश पर आईआईटी दिल्ली की तरफ से रोड सेफ्टी ऑडिट किया गया था। रोड सेफ्टी ऑडिट के तहत आईआईटी दिल्ली ने कई सिफारिशें लागू करने की बात कही थी। दिल्ली आईआईटी ने अपनी रिपोर्ट में कई सुझाव दिए थे। इसमें मुख्य सुझाव क्रैश बीम बैरियर का था। आईआईटी का कहना था कि तेज रफ्तार वाहन अनियंत्रित होने के बाद दूसरी तरफ पहुंच जाते हैं। इससे हादसा और बड़ा हो जाता है। क्रैश बीम बैरियर लगाने से ऐसा नहीं होगा।

यमुना प्राधिकरण की सख्ती के बाद पिछले साल अगस्त से इस पर शुरू हुआ काम अब पूरा हो गया है। यमुना प्राधिकरण के सीईओ डॉ. अरुणवीर सिंह ने बताया कि एक्सप्रेसवे पर साइनेज को बैरियर से बाहर करने, कंक्रीट के किमी वाले पिलर को हटाने, प्रवेश-निकासी व टोल प्लाजा पर रंबल स्ट्रिप लगाने का काम हो चुका है। इसके अलावा थर्मो प्लास्टिक मार्किंग का काम भी पूरा हो चुका है।

वीकेंड पर बढ़ जाती है वाहनों की संख्या
आगरा को नई दिल्ली से जोड़ने वाले यमुना एक्सप्रेसवे पर वीकेंड या अवकाश के दिनों में वाहनों की संख्या बढ़ने से अक्सर जाम लग जाता है। होली पर अवकाश के चलते पिछले दो दिनों में तीनों टोल प्लाजा पर वाहनों की संख्या बीस फीसदी तक बढ़ गयी। रोजाना 30000 वाहनों की आवाजाही वाले इस एक्सप्रेसवे पर वीकेंड में वाहनों की संख्या चालीस हजार पार जाती है। वाहनों की संख्या बढ़ने के बाद लोगों की दिक्कत न हो इसलिए टोल प्लाजा पर लेन की संख्या बढ़ाने का निर्णय लिया गया है।



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