गुड न्यूज़: दिल्ली पुलिस में 10,20 और 30 साल पूरे करने वाले पुलिसकर्मियों को मिलेगा ऑटोमेटिक प्रमोशन!
नई दिल्ली: दिल्ली पुलिस के सिपाही, हवलदार और एएसआई रैंक के पुलिसकर्मियों के लिए यह एक शानदार खबर है। खबर है- इस रैंक के ऐसे हजारों पुलिसकर्मियों के प्रमोशन के बारे में। जो सालों-साल अपनी पदोन्नति के बारे में सोचते रहते हैं। लेकिन कई बार उन्हें समय पर प्रमोशन नहीं मिल पाता। लेकिन अब इस रैंक के पुलिसकर्मियों को समय के साथ प्रमोशन देने की एक बेहतरीन योजना पर काम किया जा रहा है। जिसमें सर्विस के 10, 20 और 30 साल पूरे करने वाले पुलिसकर्मियों को सिपाही से हवलदार, हवलदार से एएसआई और एएसआई से सब-इंस्पेक्टर बनाए जाने पर विचार किया जा रहा है।
दिल्ली पुलिस के सूत्रों ने बताया कि इसके लिए पांच सदस्यों की एक कमिटी का गठन किया गया है। कमिटी के चेयरमैन डीसीपी रैंक के हैं। जबकि अन्य चार सदस्यों में एक इंस्पेक्टर, दो सब-इंस्पेक्टर और एक एएसआई पद के अफसर रखे गए हैं। कमिटी को इसका जिम्मा सौंपा गया है कि वह इसकी स्टडी करे कि क्या यह योजना अमल में लाई जा सकती है, जिसमें दिल्ली पुलिस में 10, 20 और 30 साल पूरे करने वाले इस रैंक के पुलिसकर्मियों की ऑटोमेटिक प्रमोशन हों।
सूत्रों का कहना है कि दिल्ली पुलिस कमिश्नर राकेश अस्थाना दिल्ली पुलिस में इस रैंक के पुलिसकर्मियों को इस समस्या का परमानेंट निदान चाहते हैं। इसी वजह से इस कमिटी का गठन किया गया है। जो पूरी दिल्ली पुलिस में इस रैंक के पुलिसकर्मियों के बारे में यह पता लगाएगी कि इस तरह के कितने पुलिसकर्मी हैं, जिन्हें इस समयावधि में प्रमोशन नहीं मिले। अगर 10,20 और 30 साल की सर्विस पूरी करने वाले पुलिसकर्मियों के लिए प्रमोशन की इस योजना को लागू किया जाता है तो इसके क्या फायदे और नुकसान हो सकते हैं।
जिस तरह से आईपीएस के तय समय के हिसाब से प्रमोशन होते हैं। ठीक इसी तरह से सिपाही, हवलदार और एएसआई के भी प्रमोशन हों तो अच्छा होगा। लेकिन इसमें देखना यह भी होगा कि जिनका प्रमोशन किया जाएगा, क्या उनका सर्विस के दौरान व्यवहार ठीक भी रहा या नहीं। मसलन, कोई पुलिसकर्मी भ्रष्टाचार के किसी मामले में, अपने वरिष्ठ अधिकारियों के आदेशों की अवेहलना करने, ड्यूटी पर गैरमौजूद रहने, काम को गंभीरता से ना करने, तय समय पर काम का निपटारा ना करने जैसे तमाम आरोपों में शामिल तो नहीं रहा।
पुलिस सूत्रों का कहना है कि पहले कमिटी मामले की स्टडी करेगी। इसके बाद ही इस प योजना को अमल में लाने को आगे बढ़ाया जाएगा। लेकिन दूसरी ओर, इस योजना से इस रैंक के पुलिसकर्मियों में खुशी की लहर है। वह चाहते हैं कि यह योजना लागू हो। ताकि जो पुलिसकर्मी मेहनत और ईमानदारी से अपनी ड्यूटी करते हैं, कम से कम उन्हें तो समय के हिसाब से प्रमोशन मिल सके। इसके बाद महकमे में कई तरह की समस्याओं का अपने आप ही समाधान हो जाएगा। जो समय पर प्रमोशन ना होने के कारण कई बार सामने आ जाती हैं।
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दिल्ली पुलिस के सूत्रों ने बताया कि इसके लिए पांच सदस्यों की एक कमिटी का गठन किया गया है। कमिटी के चेयरमैन डीसीपी रैंक के हैं। जबकि अन्य चार सदस्यों में एक इंस्पेक्टर, दो सब-इंस्पेक्टर और एक एएसआई पद के अफसर रखे गए हैं। कमिटी को इसका जिम्मा सौंपा गया है कि वह इसकी स्टडी करे कि क्या यह योजना अमल में लाई जा सकती है, जिसमें दिल्ली पुलिस में 10, 20 और 30 साल पूरे करने वाले इस रैंक के पुलिसकर्मियों की ऑटोमेटिक प्रमोशन हों।
सूत्रों का कहना है कि दिल्ली पुलिस कमिश्नर राकेश अस्थाना दिल्ली पुलिस में इस रैंक के पुलिसकर्मियों को इस समस्या का परमानेंट निदान चाहते हैं। इसी वजह से इस कमिटी का गठन किया गया है। जो पूरी दिल्ली पुलिस में इस रैंक के पुलिसकर्मियों के बारे में यह पता लगाएगी कि इस तरह के कितने पुलिसकर्मी हैं, जिन्हें इस समयावधि में प्रमोशन नहीं मिले। अगर 10,20 और 30 साल की सर्विस पूरी करने वाले पुलिसकर्मियों के लिए प्रमोशन की इस योजना को लागू किया जाता है तो इसके क्या फायदे और नुकसान हो सकते हैं।
जिस तरह से आईपीएस के तय समय के हिसाब से प्रमोशन होते हैं। ठीक इसी तरह से सिपाही, हवलदार और एएसआई के भी प्रमोशन हों तो अच्छा होगा। लेकिन इसमें देखना यह भी होगा कि जिनका प्रमोशन किया जाएगा, क्या उनका सर्विस के दौरान व्यवहार ठीक भी रहा या नहीं। मसलन, कोई पुलिसकर्मी भ्रष्टाचार के किसी मामले में, अपने वरिष्ठ अधिकारियों के आदेशों की अवेहलना करने, ड्यूटी पर गैरमौजूद रहने, काम को गंभीरता से ना करने, तय समय पर काम का निपटारा ना करने जैसे तमाम आरोपों में शामिल तो नहीं रहा।
पुलिस सूत्रों का कहना है कि पहले कमिटी मामले की स्टडी करेगी। इसके बाद ही इस प योजना को अमल में लाने को आगे बढ़ाया जाएगा। लेकिन दूसरी ओर, इस योजना से इस रैंक के पुलिसकर्मियों में खुशी की लहर है। वह चाहते हैं कि यह योजना लागू हो। ताकि जो पुलिसकर्मी मेहनत और ईमानदारी से अपनी ड्यूटी करते हैं, कम से कम उन्हें तो समय के हिसाब से प्रमोशन मिल सके। इसके बाद महकमे में कई तरह की समस्याओं का अपने आप ही समाधान हो जाएगा। जो समय पर प्रमोशन ना होने के कारण कई बार सामने आ जाती हैं।