क्रूड ऑयल से बाजार तक के डरावने संकेत, IPO से कमाई के लिए कितना सही है माहौल?

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क्रूड ऑयल से बाजार तक के डरावने संकेत, IPO से कमाई के लिए कितना सही है माहौल?

भारत हो या अमेरिका, लगभग हर देश के शेयर बाजार का माहौल बदल रहा है। कोरोना के नए वेरिएंट और लॉकडाउन की आहट ने निवेशकों की चिंताएं बढ़ा दी है। कच्चे तेल की कीमतें भी लगातार गिर रही हैं। इन परिस्थितयों में इनीशियल पब्लिक ऑफरिंग यानी आईपीओ के जरिए कमाई करने की सोच रहे हैं तो थोड़ा अलर्ट हो जाइए।

क्यों जरूरी है अलर्ट रहना: आमतौर पर आईपीओ के जरिए कमाई करने वाले निवेशक शेयर बाजार में लिस्टिंग के दिन ही मुनाफा कमाना चाहते हैं। ऐसे निवेशक ज्यादा दिन तक अपनी रकम को बाजार के हवाले नहीं करना चाहते हैं या ऐसा करने के लिए सक्षम नहीं होते हैं। जानकारों के मुताबिक शेयर बाजार के बिगड़ते माहौल की वजह से कंपनियों के आईपीओ की लिस्टिंग पर असर पड़ सकता है। बता दें कि पेटीएम के आईपीओ ने निवेशकों को बड़ा नुकसान पहुंचाया है।

इन कंपनियों का आ रहा आईपीओ: दिसंबर महीने में कई कंपनियों के आईपीओ लॉन्च हो रहे हैं। मिनरल और माइनिंग इंडस्ट्री में सेवाएं देने वाली कंपनी टेगा इंडस्ट्रीज लिमिटेड का आईपीओ 1 दिसंबर को लॉन्च होने वाला है। इसके अलावा VLCC Health Care और स्टार हेल्थ इंश्योरेंस का आईपीओ भी मार्केट में आने वाला है। अडानी विल्मर समेत अन्य कंपनियों के आईपीओ के भी दिसंबर में आने की संभावना है। 

किन बातों का रखें ध्यान: अगर आप आईपीओ पर दांव लगाना चाहते हैं तो कुछ बातों पर जरूर गौर करें। मसलन, कंपनी का वैल्यूएशन या फ्यूचर क्या है। रिटेल निवेशकों के लिए कंपनी ने कितना स्पेस रखा है। वहीं, फंड मैनेजर, प्रमोटर्स समेत कंपनी के परफॉर्मेंस पर भी गौर करने की जरूरत है। ये जानकारी भी जरूरी है कि कंपनी फंड का कहां इस्तेमाल करने वाली है। क्या कंपनी आईपीओ से जुटाए गए फंड को कारोबार विस्तार में लगाएगी या फिर कहीं और खर्च करेगी। एक्सपर्ट के मुताबिक ग्रे मार्केट प्रीमियम यानी जीएमपी का हिसाब भी एक बार चेक कर लें। एक्सपर्ट सलाह देते हैं कि आईपीओ में अप्लाई के लिए आखिरी दिन तक का इंतजार करें। ये सभी फैक्टर देख और समझ लेने के बाद ही आईपीओ पर दांव लगाना सही होगा। 

कच्चे तेल की क्या है हालात: कोरोना के नए वेरिएंट के सामने आने के बाद से कच्चे तेल के भाव में करीब 11 फीसदी की गिरावट आई है। ये अप्रैल 2020 के बाद से एक दिन की सबसे बड़ी गिरावट है।  

शेयर बाजार का क्या हाल: नए वेरिएंट का असर भारत से अमेरिका तक के शेयर बाजार पर पड़ा है। भारतीय शेयर बाजार में शुक्रवार को सेंसेक्स 2.87 फीसदी टूट गया तो वहीं, निफ्टी में 2.91 फीसदी तक की गिरावट आई है। इसी तरह, अमेरिका का शेयर बाजार डाउ जोन्स 2.53 फीसदी लुढ़क कर बंद हुआ। एसएंडपी 500 इंडेक्स की बात करें तो 2.27 फीसदी गिर गया। 

आगे कैसे होंगे हालात: अगर कोरोना के नए वेरिएंट का विस्तार होता है तो दुनिया एक बार फिर लॉकडाउन की चपेट में जा सकती है। इस वजह से रिकवर कर रही इकोनॉमी को झटका लगेगा। वहीं, भारतीय शेयर बाजार में एक बार फिर कोरोना की पहली लहर जैसा माहौल दिख सकता है। ये वो वक्त था, जब कंपनियों ने अपने आईपीओ को टाल दिया था। वहीं, एसबीआई कार्ड्स के आईपीओ पर भी कोरोना की पहली लहर का असर दिखा था।



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