काशी विश्वनाथ कॉरिडोर से महाकाल लोक तक… वाराणसी से उज्जैन तक कैसे पहुंचें? रास्ते से लेकर दूरी तक हर डिटेल

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काशी विश्वनाथ कॉरिडोर से महाकाल लोक तक… वाराणसी से उज्जैन तक कैसे पहुंचें? रास्ते से लेकर दूरी तक हर डिटेल

काशी विश्वनाथ कॉरिडोर से महाकाल लोक तक… वाराणसी से उज्जैन तक कैसे पहुंचें? रास्ते से लेकर दूरी तक हर डिटेल

वाराणसी: उत्तर प्रदेश के वाराणसी में भव्य काशी विश्वनाथ कॉरिडोर के बाद अब मध्य प्रदेश में महाकाल की नगरी उज्जैन में भी भव्य महाकालेश्वर मंदिर लोक की स्थापना भी हो रही है। पीएम मोदी ने परियोजना के पहले चरण का उद्घाटन कर दिया है। प्राचीन मंदिर में आने वाले पर्यटकों की संख्या दोगुनी होने की उम्मीद है। भगवान शिव से जुड़ी दोनों नगरी के बीच आवागमन सुगम है। वाराणसी से उज्जैन के बीच पहुंचने के लिए सड़क, ट्रेन, विमान सेवा के बारे में जानकारी से लेकर किन प्रमुख शहरों से होकर जा सकते हैं, आइए समझते हैं।

पिछले साल दिसंबर में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने काशी विश्वनाथ कॉरिडोर का उद्घाटन किया था। अब उन्होंने महाकालेश्वर मंदिर कॉरिडोर विकास परियोजना के पहले चरण का उद्घाटन कर दिया है। उज्जैन हर साल करीब 1.5 करोड़ लोग मंदिर में दर्शन करने पहुंचते हैं। महाकाल लोक के उद्घाटन के बाद श्रद्धालुओं की सालाना संख्या के दोगुना होकर करीब तीन करोड़ होने की उम्मीद है। वाराणसी से उज्जैन पहुंचने के लिए कई विकल्प मौजूद हैं।

वाराणसी से रोड से कैसे पहुंचें उज्जैन
वाराणसी से उज्जैन के बीच दूरी करीब-करीब एक हजार किलोमीटर है। यूपी के साथ ही दूसरे राज्यों से भी सड़क मार्ग से यहां पहुंचा जा सकता है। वाराणसी से सड़क मार्ग के जरिए उज्जन पहुंचने के 2 मुख्य रास्ते हैं। इस दूरी को तय करने में 17 से 18 घंटे का वक्त लगेगा। वाराणसी से प्रयागराज, बांदा, उरई, झांसी होते हुए फिर एमपी की सीमा में शिवपुरी और गुना होते हुए उज्जैन तक पहुंच सकते हैं। इसके अलावा वाराणसी से प्रयागराज के बाद एमपी में रीवा, कटनी, भोपाल होते हुए उज्जैन पहुंच सकते हैं।

वाराणसी से उज्जैन

वाराणसी से उज्जैन तक 3 ट्रेन
वाराणसी से ट्रेन के जरिए उज्जैन पहुंचना बहुत ही आसान है। काशी विश्वनाथ की नगरी से 3 ट्रेनें सीधे उज्जैन पहुंचती हैं। यहां ट्रेन से पहुंचने 16 घंटे से 17 घंटे तक का वक्त लग सकता है। वाराणसी से अहमदाबाद के बीच चलने वाली 19168 साबरमती एक्सप्रेस, वाराणसी से इंदौर तक चलने वाली 20415 महाकाल एक्सप्रेस, गोरखपुर से वाराणसी होते हुए अहमदाबाद तक जाने वाली 19490 गोरखपुर आदि एक्सप्रेस से पहुंचा जा सकता है।

फ्लाइट से पहुंचना भी आसान
यदि आप महाकाल उज्जैन तक फ्लाइट से जाना चाहते हैं तो यह विकल्प भी मौजूद है। महाकाल कॉरिडोर से निकटतम हवाई अड्डा इंदौर स्थित अहिल्याबाई होलकर है। उज्जैन से इंदौर एयरपोर्ट की दूरी करीब 54 किलोमीटर है। वाराणसी से यहां के लिए डायरेक्ट फ्लाइट तो नहीं है, बल्कि दिल्ली से होते हुए विमान से पहुंचा जा सकता है। मतलब कि वाराणसी से दिल्ली और फिर यहां से इंदौर के लिए फ्लाइट मिल जाएगी। विमान यात्रा की दूरी 3 घंटे पड़ेगी। बाकी दिल्ली एयरपोर्ट पर हाल्ट में जितना समय लग जाए।

महाकाल लोक के नाइट गार्डन में भगवान शिव की लीलाओं पर आधारित 190 मूर्तियां हैं। 108 स्तंभ स्थापित किए गए हैं, जिन पर भगवान शिव और उनके गणों की विभिन्न मुद्राएं बनी हुई हैं। इनमें नटराज, शिव, गणेश, कार्तिकेय, दत्तात्रेय अवतार, पंचमुखी हनुमान, चंद्रशेखर महादेव की कहानी, शिव और सती, समुद्र मंथन दृश्य इसमें शामिल है। शिव अवतार वाटिका में भगवान शिव से जुड़ी कथाएं और विशाल प्रतिमाएं स्थापित की गई है।

यहां 15 फीट की 23 प्रतिमाएं और 11 फीट की 17 प्रतिमाएं बनकर तैयार होंगी। महाकाल लोक में 26 फीट ऊंचा नंदी द्वार मुख्य आकर्षण का केंद्र है। इसके बाद शिवमय संकुल की भी अलग खासियत है। महाकाल प्रांगण में 108 विशाल स्तंभ बनाए गए हैं। इन पर महादेव के परिवार के चित्र उकेरे गए हैं। देश का पहला नाइट गार्डन यहां बनवाया गया है।

इसके साथ ही महाकाल मंदिर रुद्र सागर के तट पर है। यह सरोवर उज्जैन के सात सरोवरों में से प्रमुख है, अब इसमें श्रद्धालु नौका विहार का आनंद भी ले सकेंगे। उज्जैन में महाकाल मंदिर परिसर को विस्तारित किया गया है। इसी के साथ आकर्षक महाकाल लोक का निर्माण किया गया है। हाल में ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने महाकाल लोक को आम जनता को समर्पित किया है।

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