कलावती की कहानी क्या है

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कलावती की कहानी क्या है

कलावती की कहानी क्या है

यवतमाल: केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने लोकसभा में अविश्वास प्रस्ताव पर बोलते हुए कांग्रेस नेता राहुल गांधी को जमकर घेरा। इस दौरान उन्होंने महाराष्ट्र के विदर्भ की एक महिला कलावती का जिक्र किया जिससे राहुल गांधी ने 2008 में मुलाकात की थी। अमित शाह ने आरोप लगाया कि राहुल गांधी कलावती के घर भोजन करने गए थे और फिर इसके बाद उनका कोई हालचाल नहीं लिया गया। अमित शाह ने दावा किया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सरकार ने कलावती को सबकुछ मुहैया कराया।

अमित शाह ने कलावती की कहानी का जिक्र करते हुए राहुल गांधी पर जोरदार निशाना साधा। अमित शाह ने कहा, ‘एक गरीब मां कलावती के घर वो नेता भोजन करने गए। यहीं पीछे बैठकर गरीबी का दारून वर्णन किया। बाद में इनकी सरकार 6 साल चली मैं पूछना चाहता हूं कि उस कलावती का क्या किया? वो कलावती को घर, बिजली, गैस, शौचालय, अनाज, स्वास्थ्य ये सब देने का काम नरेंद्र मोदी ने किया।’

एक गरीब मां कलावती के घर वो नेता भोजन करने गए। यहीं पीछे बैठकर गरीबी का दारून वर्णन किया। बाद में इनकी सरकार 6 साल चली मैं पूछना चाहता हूं कि उस कलावती का क्या किया? वो कलावती को घर, बिजली, गैस, शौचालय, अनाज, स्वास्थ्य ये सब देने का काम नरेंद्र मोदी ने किया।

लोकसभा में अमित शाह

कौन हैं कलावती?
कलावती बांदुरकर यवतमाल के जालका गांव की रहने वाली हैं। यह क्षेत्र किसानों की आत्महत्या के चलते सुर्खियों में रहा है। राहुल गांधी ने साल 2008 में कलावती से मुलाकात की थी। कर्ज चुकाने के दबाव में कलावती के पति परशुराम ने आत्महत्या कर ली थी। इस मुलाकात के बाद कलावती चर्चा में आ गई थीं और उन्हें देशभर से मदद आनी शुरू हो गई।

किसने की कलावती की मदद?
अमित शाह के दावे से दूर कलावती का कहना है कि राहुल गांधी ने उनकी गरीबी दूर कर दी। पिछले साल बीबीसी को दिए इंटरव्यू में कलावती ने बताया था कि राहुल गांधी मुझसे मिले थे और उन्होंने मेरी गरीबी दूर कर दी। कलावती ने दावा किया कि राहुल ने उन्हें तीन लाख रुपये का चेक दिया, फिर बैंक खाते में 30 लाख रुपये ट्रांसफर किए।

कलावती के पति ने जब आत्महत्या की थी तब उन पर 7 बेटियों और 2 बेटों के पालन-पोषण का जिम्मा था। उन्होंने कभी सोचा नहीं था कि राहुल गांधी आकर उनसे मिलेंगे। कलावती का कहना है कि इस मुलाकात ने उनकी जिंदगी बदलकर रख दी। पहले वह झोपड़ी में रहा करती थीं अब उनके पास अच्छा खासा घर है, बिजली और पानी का कनेक्शन है हालांकि कलावती अब भी बतौर खेतीहर मजदूर काम करती है।

14 साल बाद राहुल से फिर मिलीं
राहुल गांधी ने पिछले साल ही भारत जोड़ो यात्रा के दौरान कलावती से 14 साल बाद मुलाकात की थी। कलावती को कांग्रेस सांसद सुरेश धनोरकर वाशिम में राहुल गांधी की रैली में लेकर गए थे।

कलावती ने व्यक्तिगत परेशानियां भी झेली थीं। उनके एक बेटे की सड़क हादसे में मौत हो गई थी। इसके बाद उनके दूसरे बेटे ने इंजीनियरिंग की पढ़ाई छोड़ दी थी। वह अब पुलिस भर्ती की तैयारी कर रहा है।

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