ऑनलाइन ठगी के लिए कुख्यात जामताड़ा के महिला कॉलेज का प्रोफसर करता था लाखों का बंटवारा | professor of Jamtara’s women’s college arrest in cyber fraud | Patrika News
8वीं पास युवक बैंक अफसर बन करता था ठगी, साइबर सेल ने दोनों को किया गिरफ्तार
इंदौर
Published: September 02, 2022 08:01:45 pm
इंंदौर. साइबर सेल की टीम ने ऑनलाइन ठगी के मामले में जामताड़ा, झारखंड के महिला कॉलेज के प्रोफेसर को गिरफ्तार किया। आरोपी बैंक खाते में जमा ठगी की राशि निकालकर बंटवारा करता था। जामताड़ा के 8वीं पास युवक को भी जामताड़ा से पकड़ा। वह बैंक अधिकारी बनकर लोगों को कॉल करने के बाद लाखों की ठगी कर चुका है।
एसपी जितेंद्रसिंह के मुताबिक, बैंक में राशि जमा करने पर पुरस्कार के लिए चुने जाने का लोगों को झांसा देकर रजिस्ट्रेशन शुल्क के नाम पर ठगी करने वाले गिरोह से जुड़े शासकीय महिला इंटरकालेज जामताड़ा में प्रोफेसर शिक्षक के पद पर पदस्थ है आरोपी कालीकुमार घोष (५६) निवासी न्यु टाउन जमातरा झारखंड को गिरफ्तार किया। निरीक्षक रामसुमेर तिवारी की टीम ने लंबी तलाश के बाद आरोपी को पपकड़ा। तिवारी के मुताबिक, फरियादी प्रमोद वाकणकर से आरोपी राजीव सक्सेना , प्रमोद शुक्ला , प्रदीप प्रसाद, सिमरन अरोरा निवासी दिल्ली, प्रिया अग्रवाल सभी निवासी दिल्ली, , कालीकुमार घोष निवासी जामताड़ा ने करीब 23 लाख 62 हजार की ठगी की थी। पुलिस टीम आरोपियों की तलाश में रलगी रही। पता चला कि काली कुमार घोष, जामताड़ा के कॉलेज में प्रोफेसर है लेकिन पुलिस तलाश की जानकारी मिलने पर वह भूमिगत हो गया था। करीब 3 साल से चल रही जांंच के बाद अब उसे गिरफ्तार किया गया। पता चला कि आरोपी ऑनलाइन ठगी करने वाले गिरोह को बैंक खाते उपलब्ध कराता था। इन बैंक खातों में जमा होने वाली राशि निकालने के बाद करीब 30 प्रतिशत खुद रख लेता और शेष राशि अन्य लोगों को देता था। विभिन्न ठगी के आरोपी के पास करीब पौने पांच लाख रुपए आए थे।
दूसरे मामले में क्रेडिट कार्ड के ट्रांजेक्शन में समस्या बताकर उसके निराकरण का झांसा देकर ओटीपी हासिल करने के बाद दो लाख की ठगी करने के मामले में अर्जून राणा (26) पिता छोटेलाल मूल निवासी जामताड़ा को पकड़ा। निरीक्षक तिवारी के मुताबिक, बैंक अधिकारी बनकर लोगों को झांसा देकर ओटीपी हासिल करने के बाद बैंक खाते से राशि निकालनेे के मामले में एक साल पहले दर्ज हुए केस में आरोपी की तलाश थी। आरोपी को झारखंड में एक बार पुलिस ने घेरा तो परिवार के लोगों ने उसे भगा दिया था। आरोपी अभी बेंगलुरु में रहकर गिरोह के साथ ठगी कर रहा था। जामताड़ा लौटा था और पुलिस के हत्थे चढ़ गया। गौरतलब है कि ऑनलाइन ठगी के मामले में जामताड़ा पूरे देश में कुख्यात है।
ऑनलाइन ठगी के लिए कुख्यात जामताड़ा के महिला कॉलेज का प्रोफसर करता था लाखों का बंटवारा
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8वीं पास युवक बैंक अफसर बन करता था ठगी, साइबर सेल ने दोनों को किया गिरफ्तार
इंदौर
Published: September 02, 2022 08:01:45 pm
इंंदौर. साइबर सेल की टीम ने ऑनलाइन ठगी के मामले में जामताड़ा, झारखंड के महिला कॉलेज के प्रोफेसर को गिरफ्तार किया। आरोपी बैंक खाते में जमा ठगी की राशि निकालकर बंटवारा करता था। जामताड़ा के 8वीं पास युवक को भी जामताड़ा से पकड़ा। वह बैंक अधिकारी बनकर लोगों को कॉल करने के बाद लाखों की ठगी कर चुका है।
एसपी जितेंद्रसिंह के मुताबिक, बैंक में राशि जमा करने पर पुरस्कार के लिए चुने जाने का लोगों को झांसा देकर रजिस्ट्रेशन शुल्क के नाम पर ठगी करने वाले गिरोह से जुड़े शासकीय महिला इंटरकालेज जामताड़ा में प्रोफेसर शिक्षक के पद पर पदस्थ है आरोपी कालीकुमार घोष (५६) निवासी न्यु टाउन जमातरा झारखंड को गिरफ्तार किया। निरीक्षक रामसुमेर तिवारी की टीम ने लंबी तलाश के बाद आरोपी को पपकड़ा। तिवारी के मुताबिक, फरियादी प्रमोद वाकणकर से आरोपी राजीव सक्सेना , प्रमोद शुक्ला , प्रदीप प्रसाद, सिमरन अरोरा निवासी दिल्ली, प्रिया अग्रवाल सभी निवासी दिल्ली, , कालीकुमार घोष निवासी जामताड़ा ने करीब 23 लाख 62 हजार की ठगी की थी। पुलिस टीम आरोपियों की तलाश में रलगी रही। पता चला कि काली कुमार घोष, जामताड़ा के कॉलेज में प्रोफेसर है लेकिन पुलिस तलाश की जानकारी मिलने पर वह भूमिगत हो गया था। करीब 3 साल से चल रही जांंच के बाद अब उसे गिरफ्तार किया गया। पता चला कि आरोपी ऑनलाइन ठगी करने वाले गिरोह को बैंक खाते उपलब्ध कराता था। इन बैंक खातों में जमा होने वाली राशि निकालने के बाद करीब 30 प्रतिशत खुद रख लेता और शेष राशि अन्य लोगों को देता था। विभिन्न ठगी के आरोपी के पास करीब पौने पांच लाख रुपए आए थे।
दूसरे मामले में क्रेडिट कार्ड के ट्रांजेक्शन में समस्या बताकर उसके निराकरण का झांसा देकर ओटीपी हासिल करने के बाद दो लाख की ठगी करने के मामले में अर्जून राणा (26) पिता छोटेलाल मूल निवासी जामताड़ा को पकड़ा। निरीक्षक तिवारी के मुताबिक, बैंक अधिकारी बनकर लोगों को झांसा देकर ओटीपी हासिल करने के बाद बैंक खाते से राशि निकालनेे के मामले में एक साल पहले दर्ज हुए केस में आरोपी की तलाश थी। आरोपी को झारखंड में एक बार पुलिस ने घेरा तो परिवार के लोगों ने उसे भगा दिया था। आरोपी अभी बेंगलुरु में रहकर गिरोह के साथ ठगी कर रहा था। जामताड़ा लौटा था और पुलिस के हत्थे चढ़ गया। गौरतलब है कि ऑनलाइन ठगी के मामले में जामताड़ा पूरे देश में कुख्यात है।
ऑनलाइन ठगी के लिए कुख्यात जामताड़ा के महिला कॉलेज का प्रोफसर करता था लाखों का बंटवारा
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