ऋषभ पंत ही नहीं दिल्ली के सामने कई बड़ी-बड़ी परेशानियां, टूट जाएगा चैंपियन बनने का सपना?
दिल्ली कैपिटल्स की टीम: डेविड वार्नर (कप्तान), पृथ्वी शॉ, रिपल पटेल, रोवमैन पॉवेल, सरफराज खान, यश ढुल, मिचेल मार्श, ललित यादव, अक्षर पटेल, एनरिक नॉर्किया, चेतन सकारिया, कमलेश नागरकोटी, खलील अहमद, लुंगी एनगिडी, मुस्तफिजुर रहमान , अमन खान, कुलदीप यादव, प्रवीण दुबे, विक्की ओस्तवाल, ईशांत शर्मा, फिल सॉल्ट, मुकेश कुमार, मनीष पांडे, राइली रुसो।
दिल्ली कैपिटल्स की ताकत (Delhi Capitals Strength)
दिल्ली कैपिटल्स का टॉप ऑर्डर काफी मजबूत है। सलामी बल्लेबाजी में उनके पास डेविड वॉर्नर और पृथ्वी शॉ हैं। भारतीय टीम के लिए करीब 2 साल पहले अपना आखिरी मैच खेलने वाले पृथ्वी के पास खुद को साबित करने का बड़ा मौका है। इसके बाद मिचेल मार्श का नंबर आता है। पावरप्ले में अपनी आक्रामक बल्लेबाजी से मैच का पासा कभी भी पलट सकते हैं। इसके साथ ही विदेशी तेज गेंदबाज के रूप में उनके पास एनरिक नॉर्किया जैसा नाम है। वह 150 किमी प्रति घंटा की रफ्तार से गेंदबाजी कर सकते हैं। इसके अलावा एंगिटी और मुस्तफिजुर रहमान भी उनके पास हैं। इसके अलावा अक्षर पटेल बैट और बॉल दोनों से कमाल कर रहे हैं। कुलदीप यादव भी अच्छी लय में हैं।
दिल्ली कैपिटल्स की कमजोरी (Delhi Capitals Weakness)
दिल्ली उसकी टीम में मौजूद भारतीय तेज गेंदबाजों में मारक क्षमता का अभाव भी उसके लिए चिंता का विषय है। सच्चाई तो यह है कि दिल्ली की टीम अपने विदेशी खिलाड़ियों पर अधिक निर्भर रहेगी। दिल्ली के लिए ‘ इंपैक्ट प्लेयर’ का नियम उल्टा साबित हो सकता है क्योंकि उसके अनुभवी खिलाड़ियों में कोई भी ऐसा खिलाड़ी नहीं है जो तुरुप का इक्का साबित हो सके। दिल्ली के पास भारतीय तेज गेंदबाज के रूप में कोई बड़ा नाम नहीं है। खलील अहमद ने अक्टूबर के बाद कोई मैच नहीं खेला है। वह सर्जरी से वापस लौट रहे हैं।मध्यक्रम में भी उनकी बैटिंग कमजोर दिख रही। मनीष पांडे काफी समय से रन नहीं बना पा रहे।
ऋषभ पंत की भरपाई नहीं की जा सकती और मुख्य कोच पोंटिंग इस बात को पहले ही स्वीकार कर चुके हैं। पंत की अनुपस्थिति में टीम के पास दूसरा भारतीय विकेटकीपर नहीं है। नीलामी के समय इस बात पर ध्यान नहीं दिया गया। दिल्ली के पास फिल सॉल्ट के रूप में उपयोगी टी20 क्रिकेटर है लेकिन उनके पास परिस्थितियों का अनुभव नहीं है। लेकिन विदेशी विकेटकीपर को रखने का मतलब होगा कि दिल्ली को एक कम विदेशी तेज गेंदबाज के साथ उतरना पड़ेगा।।
किनके पास होगा अवसर
दिल्ली कैपिटल्स के दो खिलाड़ी पृथ्वी शॉ और सरफराज खान के पास सबसे बड़ा अवसर है। सरफराज लगातार घरेलू क्रिकेट में रन बना रहे हैं। एक अच्छा आईपीएल सीजन उन्हें सीधे टीम इंडिया में एंट्री दिला देगा। कुछ ऐसा ही पृथ्वी शॉ के साथ भी है। अगर ये दोनों खिलाड़ी चलते हैं तो दिल्ली न सिर्फ पहली बार आईपीएल खिताब जीत सकता है, बल्कि भारतीय टीम में भी आ सकते हैं।
दिल्ली कैपिटल्स का पूरा शेड्यूल:
1 अप्रैल – लखनऊ सुपर जायंट्स बनाम दिल्ली कैपिटल्स, लखनऊ (शाम 7.30 बजे)
4 अप्रैल – दिल्ली कैपिटल्स बनाम गुजरात टाइटंस, दिल्ली (शाम 7.30 बजे)
8 अप्रैल – राजस्थान रॉयल्स बनाम दिल्ली कैपिटल्स, गुवाहाटी (दोपहर 3:30 बजे)
11 अप्रैल – दिल्ली कैपिटल्स बनाम मुंबई इंडियंस, दिल्ली (शाम 7.30 बजे)
15 अप्रैल – रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर बनाम दिल्ली कैपिटल्स, बेंगलुरु (दोपहर 3:30 बजे)
20 अप्रैल- दिल्ली कैपिटल्स बनाम कोलकाता नाइट राइडर्स, दिल्ली (शाम 7.30 बजे)
24 अप्रैल – सनराइजर्स हैदराबाद बनाम दिल्ली कैपिटल्स, हैदराबाद (शाम 7.30 बजे)
29 अप्रैल – दिल्ली कैपिटल्स बनाम सनराइजर्स हैदराबाद, दिल्ली (शाम 7.30 बजे)
2 मई – गुजरात टाइटंस बनाम दिल्ली कैपिटल्स, अहमदाबाद (शाम 7.30 बजे)
6 मई – दिल्ली कैपिटल्स बनाम रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर, दिल्ली (शाम 7.30 बजे)
10 मई – चेन्नई सुपर किंग्स बनाम दिल्ली कैपिटल्स, चेन्नई (शाम 7.30 बजे)
13 मई – दिल्ली कैपिटल्स बनाम पंजाब किंग्स, दिल्ली (शाम 7.30 बजे)
17 मई – पंजाब किंग्स बनाम दिल्ली कैपिटल्स, धर्मशाला (शाम 7.30 बजे)
20 मई – दिल्ली कैपिटल्स बनाम चेन्नई सुपर किंग्स, दिल्ली (दोपहर 3:30 बजे)