साले को बचाने के लिए उद्धव ठाकरे ने दी CM पद की कुर्बानी? मातोश्री के खास रहे सुहास कांदे का चौंकाने वाला दावा

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साले को बचाने के लिए उद्धव ठाकरे ने दी CM पद की कुर्बानी? मातोश्री के खास रहे सुहास कांदे का चौंकाने वाला दावा

साले को बचाने के लिए उद्धव ठाकरे ने दी CM पद की कुर्बानी? मातोश्री के खास रहे सुहास कांदे का चौंकाने वाला दावा


नासिक: महाराष्ट्र की सियासत में पिछले साल आपने सबसे बड़ी बगावत देखी थी। जहां कभी उद्धव ठाकरे के बेहद करीबी रहे एकनाथ शिंदे ने ही उन्हें धोखा देते हुए बगावत कर दी थी और बाद में बीजेपी के साथ मिलकर सरकार बनाई थी। अब एकनाथ शिंदे गुट के विधायक सुहास कांदे ने भी उद्धव ठाकरे पर अब तक का सबसे बड़ा आरोप लगाया है। सुहास कांदे ने नवभारत टाइम्स ऑनलाइन से फोन पर हुई बातचीत में बताया, ‘ उद्धव ठाकरे ने जब महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री पद से इस्तीफ़ा दिया तब उन्हें राज्यपाल ने बहुमत साबित करने के लिए नहीं कहा था। इसके अलावा उस समय कोई अधिवेशन भी नहीं चल रहा था। बावजूद इसके उन्होंने सीएम पद से इस्तीफ़ा दिया। दरअसल यह इस्तीफा उन्होंने अपने साले श्रीधर पाटणकर को बचाने के लिए दिया था।’ बता दें कि श्रीधर पाटणकर पर पिछले साल ईडी ने रेड की थी। जिसके बाद यह कहा जा रहा था कि इसकी आंच उद्धव ठाकरे के पास तक आएगी।

रविवार को नासिक के मालेगांव में उद्धव ठाकरे ने एक जनसभा को संबोधित किया था। जहां उन्होंने राहुल गांधी से लेकर एकनाथ शिंदे, बीजेपी और विधायक सुहास कांदे पर जोरदार हमला बोला था। इसी सभा के दौरान उद्धव ठाकरे ने कहा था कि आप कहते हैं कि कांदा (प्याज) को भाव मिला लेकिन मैं कहता हूं कि पीछे साल एक कांदे को भाव मिला। पिछले साल एक कांदा (विधायक सुहास कांदे) पचास करोड़ रूपये में बिके।

सुहास कांदे का पलटवार
उद्धव ठाकरे के इन आरोपों पर विधायक सुहास कांदे ने भी जमकर पलटवार किया। उन्होंने कहा कि इन आरोपों की जांच के लिए मेरा नार्को टेस्ट किया जाये साथ में उद्धव ठाकरे का भी नार्को टेस्ट किया जाये। इसके अलावा मैं जिन कांट्रेक्टर (आईआरबी, महैस्कर) का नाम ले रहा हूँ उनके भी नार्को टेस्ट किये जाएं। सुहास कांदे यहीं नहीं रुके उन्होंने यह भी कहा कि श्रीधर पाटणकर का भी नार्को टेस्ट किया जाना चाहिए। साथ ही उस दौरान उद्धव ठाकरे ने कितने लोगों को फोन किया, कितने लोगों ने मध्यस्तता की। इन सब बातों की भी जांच होनी चाहिए।

इस मुद्दे पर उद्धव ठाकरे गुट के प्रवक्ता आनंद दुबे ने कहा कि सुहास कांदे को राजनीति का स्तर इतना नहीं गिराना चाहिए। केंद्र और राज्य में उनकी ही सरकार है। अगर ऐसा है तो उन्हें जांच करवानी चाहिए न बयानबाजी करके किसी को बदनाम करना चाहिए। जहां तक पचास करोड़ रूपये की बात है तो यह आरोप महाराष्ट्र और देश की जनता लगा रही है।

कौन हैं श्रीधर पाटणकर
श्रीधर पाटणकर उद्धव ठाकरे के सगे साले हैं। पिछले साल मनी लॉन्ड्रिंग के मामले में ईडी ने पाटणकर की करीब 6 करोड़ की संपत्ति भी जब्त की थी। हालांकि, इसी मामले में सीबीआई ने अदालत में क्लोज़र रिपोर्ट सबमिट की थी। जिसका विरोध ईडी ने किया था। लेकिन अदालत ने क्लोज़र रिपोर्ट को मान्य किया था।

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