इयान चैपल ने भी टीम इंडिया की बैंच स्ट्रैंथ की तारीफ, बोले कोविड काल में भारत और इंग्लैंड बेहतर स्थिति में

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इयान चैपल ने भी टीम इंडिया की बैंच स्ट्रैंथ की तारीफ, बोले कोविड काल में भारत और इंग्लैंड बेहतर स्थिति में

नई दिल्ली
ऑस्ट्रेलिया के पूर्व कप्तान इयान चैपल (Ian Chappell) का मानना है कि कोविड-19 महामारी के दौरान किसी भी टीम के लिए सबसे बड़ी पूंजी उसकी गहराई यानी हर विभाग में कई कुशल क्रिकेटरों की मौजूदगी है तथा भारत और इंग्लैंड इस मामले में ऑस्ट्रेलिया की तुलना में बहुत अच्छी स्थिति में हैं।

चैपल ने ईएसपीएनक्रिकइन्फो में अपने कॉलम में लिखा, ‘महामारी के इस युग में यह स्पष्ट हो गया है कि किसी एक क्रिकेट टीम का सबसे बेशकीमती पहलू उसके पास बल्लेबाजी और गेंदबाजी दोनों विभागों में कई अच्छे क्रिकेटरों की मौजूदगी है।’

उन्होंने कहा, ‘भारत ने ऑस्ट्रेलिया के हाल के दौरे में अपनी जीत के दौरान विशेषकर तेज गेंदबाजी विभाग में अपनी इस मजबूती को दिखाया था। न्यूजीलैंड ने पहले टेस्ट के बाद दूसरे टेस्ट के लिए छह बदलाव करके एजबेस्टन में आसानी से इंग्लैंड को हराकर अपनी प्रतिभा से सबको चौंका दिया था।’

चैपल ने कहा कि इंग्लैंड ने भी पाकिस्तान के खिलाफ वनडे सीरीज में अपनी टीम की गहराई का अच्छा नमूना पेश किया था और इसका उसे एशेज में फायदा मिल सकता है।

उन्होंने लिखा, ‘इंग्लैंड ने पाकिस्तान को तीन वनडे मैचों की सीरीज में आसानी से हराकर अपनी टीम की गहराई और लचीलापन दिखाया था। साकिब महमूद और ब्राइडन कार्स जैसे तेज गेंदबाजों के कौशल को देखकर उनकी ऑस्ट्रेलिया में एशेज की संभावनाओं को भी मजबूती मिली है।’

इस 77 वर्षीय पूर्व बल्लेबाज ने कहा कि जहां तक बल्लेबाजी का सवाल है भारत की स्थिति क्रिकेट खेलने वाले अन्य देशों की तुलना में अच्छी है।

चैपल ने कहा, ‘जब बल्लेबाजी कौशल की बात आती है तो सभी टीमों में भारत सबसे अच्छी स्थिति में है। उनकी विकास प्रणाली में पारंपरिक तकनीकी के साथ खिलाड़ियों को तैयार किया जाता है और प्रथम श्रेणी स्तर पर पर्याप्त मौके दिए जाते हैं। इसे देखकर कोई भी ईर्ष्या कर सकता है।’

चैपल ने हालांकि ऑस्ट्रेलिया को आगाह किया जिसका बल्लेबाजी विभाग स्टीव स्मिथ और डेविड वॉर्नर की अनुपस्थिति में कमजोर पड़ जाता है।

उन्होंने लिखा, ‘एक टीम जिसमें हाल के प्रदर्शन से पर्याप्त गहराई नहीं दिखी वह ऑस्ट्रेलिया है। बल्लेबाजी उसके लिए सबसे बड़ी चिंता है और उसके बल्लेबाज वेस्टइंडीज में नहीं चल पाये। केवल मिशेल मार्श ने अपनी छाप छोड़ी। लेकिन मार्श को टेस्ट टीम में बल्लेबाजी ऑलराउंडर के रूप में कैमरन ग्रीन की जगह छठे नंबर पर रखे जाने की संभावना नहीं है।’

चैपल ने कहा, ‘एक बार फिर साफ हो गया कि डेविड वॉर्नर और स्टीव स्मिथ की अनुपस्थिति में ऑस्ट्रेलियाई बल्लेबाजी कितनी कमजोर है।’



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