इंदौर के girls हॉस्टल में बनाया बंधक, पीट-पीटकर मांगी 25 लाख की फिरौती | Hostage made in Indore hostel, demanded ransom of 25 lakhs | Patrika News
एडिशनल डीसीपी डॉ. प्रशांत चौबे ने बताया कि चंबल रेस्टोरेंट संचालक अक्षयसिंह जादौन निवासी उरई (उप्र) का प्रतीक्षा ढाबे के समीप कार और बाइक सवार बदमाशों ने पिस्टल और चाकू दिखाकर अपहरण किया था। अक्षय दोस्त आकाश शर्मा निवासी बामौर (मुरैना) के साथ बाइक पर थे। आकाश ने अक्षय को फोन किया तो वह सहमी आवाज में बात करने लगा। आकाश थाने पहुंचा और बताया कि 25 लाख की फिरौती के लिए अक्षय का अपहरण किया गया है। एसीपी दिषेश अग्रवाल, टीआइ शशिकांत चौरसिया ने टीम के साथ तकनीकी जांच शुरू की। जिस कार से बदमाश भागे थे, उसके नंबर से पता चला कि मालिक ने कार सुधारने के लिए गैरेज पर दी थी। वहां से मिली जानकारी के आधार पर टीम गर्ल्स पीजी हॉस्टल पहुंची। हॉस्टल को कृष्णकांत शर्मा निवासी पटना (बिहार) और उसका बेटा भास्कर शर्मा संचालित करते हैं। दोनों वहां के केयर टेकर हैं।
एडिशनल डीसीपी ने बताया, दबिश के वक्त पहली मंजिल पर करीब एक दर्जन युवतियां थीं। किचन में तलघर का रास्ता मिला। यहां अर्धनग्न हालात में अक्षय मिला। 10 बदमाशों को पकड़ा है।
ढाई लाख दिए थे
गिरोह का मास्टरमाइंड हॉस्टल का केयर टेकर भास्कर शर्मा है। उसने बताया, अक्षय को ढाई लाख दिए थे। पैसे नहीं मिले तो ढाई की जगह 25 लाख वसूलने की धमकी दी थी। आरोपी वरुण वाधवानी सर्विस सेंटर से कार किराये पर लेकर आया था। पकड़े गए 2 बदमाशों पर रासुका के तहत कार्रवाई हो चुकी है।
जहां हो रही नशाखोरी वहीं से रखा था रास्ता
हॉस्टल में बीयर के डिब्बे और महंगी शराब की बोतलें मिलीं। बदमाश जिस फ्लोर पर रहते हैं, वहीं से हॉस्टल में जाने का रास्ता है। हॉस्टल का यह बंगला किसी डॉक्टर का है, जिनका निधन हो चुका है।
पुलिस नहीं आती तो जिंदा नहीं बचता
अक्षय ने बताया, बदमाशों ने विरोध करने पर मारकर फेंकने की धमकी दी। वरुण ने 5 लाख देने पर छोड़ने की बात कही। मुझे हॉस्टल के तलघर में ले गए और बेल्ट से पीटने लगे। साउंउ सिस्टम चला दिया ताकि किसी को आवाज न आए। मारपीट से पीठ, कान, चेहरे पर अधिक चोट पहुंची है। यदि पुलिस नहीं आती तो मैं जिंदा नहीं बचता।
ये गिरफ्तार
रामलखन पिता मुन्नालाल रजक निवासी भोलाराम गेट, वरुण पिता संजय वाधवानी निवासी शांतिनाथपुरी हवा बंगला, विशाल पिता किशन यादव निवासी पिपलियाराव, ललित उर्फ लल्ला पिता हीरालाल निवासी बंशीधाम कॉलोनी पिपलियाराव, सौरभ परमार निवासी पिपलियाराव, मनीष निवासी पिपलियाराव, भास्कर पिता कृष्णकांत शर्मा निवासी पटना हाल मुकाम अमितेष नगर, राहुल सोलंकी, अविनाश कुमार, कृष्णकांत शर्मा निवासी बिहार।
एडिशनल डीसीपी डॉ. प्रशांत चौबे ने बताया कि चंबल रेस्टोरेंट संचालक अक्षयसिंह जादौन निवासी उरई (उप्र) का प्रतीक्षा ढाबे के समीप कार और बाइक सवार बदमाशों ने पिस्टल और चाकू दिखाकर अपहरण किया था। अक्षय दोस्त आकाश शर्मा निवासी बामौर (मुरैना) के साथ बाइक पर थे। आकाश ने अक्षय को फोन किया तो वह सहमी आवाज में बात करने लगा। आकाश थाने पहुंचा और बताया कि 25 लाख की फिरौती के लिए अक्षय का अपहरण किया गया है। एसीपी दिषेश अग्रवाल, टीआइ शशिकांत चौरसिया ने टीम के साथ तकनीकी जांच शुरू की। जिस कार से बदमाश भागे थे, उसके नंबर से पता चला कि मालिक ने कार सुधारने के लिए गैरेज पर दी थी। वहां से मिली जानकारी के आधार पर टीम गर्ल्स पीजी हॉस्टल पहुंची। हॉस्टल को कृष्णकांत शर्मा निवासी पटना (बिहार) और उसका बेटा भास्कर शर्मा संचालित करते हैं। दोनों वहां के केयर टेकर हैं।
एडिशनल डीसीपी ने बताया, दबिश के वक्त पहली मंजिल पर करीब एक दर्जन युवतियां थीं। किचन में तलघर का रास्ता मिला। यहां अर्धनग्न हालात में अक्षय मिला। 10 बदमाशों को पकड़ा है।
ढाई लाख दिए थे
गिरोह का मास्टरमाइंड हॉस्टल का केयर टेकर भास्कर शर्मा है। उसने बताया, अक्षय को ढाई लाख दिए थे। पैसे नहीं मिले तो ढाई की जगह 25 लाख वसूलने की धमकी दी थी। आरोपी वरुण वाधवानी सर्विस सेंटर से कार किराये पर लेकर आया था। पकड़े गए 2 बदमाशों पर रासुका के तहत कार्रवाई हो चुकी है।
जहां हो रही नशाखोरी वहीं से रखा था रास्ता
हॉस्टल में बीयर के डिब्बे और महंगी शराब की बोतलें मिलीं। बदमाश जिस फ्लोर पर रहते हैं, वहीं से हॉस्टल में जाने का रास्ता है। हॉस्टल का यह बंगला किसी डॉक्टर का है, जिनका निधन हो चुका है।
पुलिस नहीं आती तो जिंदा नहीं बचता
अक्षय ने बताया, बदमाशों ने विरोध करने पर मारकर फेंकने की धमकी दी। वरुण ने 5 लाख देने पर छोड़ने की बात कही। मुझे हॉस्टल के तलघर में ले गए और बेल्ट से पीटने लगे। साउंउ सिस्टम चला दिया ताकि किसी को आवाज न आए। मारपीट से पीठ, कान, चेहरे पर अधिक चोट पहुंची है। यदि पुलिस नहीं आती तो मैं जिंदा नहीं बचता।
ये गिरफ्तार
रामलखन पिता मुन्नालाल रजक निवासी भोलाराम गेट, वरुण पिता संजय वाधवानी निवासी शांतिनाथपुरी हवा बंगला, विशाल पिता किशन यादव निवासी पिपलियाराव, ललित उर्फ लल्ला पिता हीरालाल निवासी बंशीधाम कॉलोनी पिपलियाराव, सौरभ परमार निवासी पिपलियाराव, मनीष निवासी पिपलियाराव, भास्कर पिता कृष्णकांत शर्मा निवासी पटना हाल मुकाम अमितेष नगर, राहुल सोलंकी, अविनाश कुमार, कृष्णकांत शर्मा निवासी बिहार।