आपके इलाके में कोई आतंकी हो तो उसकी हत्‍या नहीं करेंगे? जनरल रावत बोले- कश्‍मीरी कह रहे हम खुद ही मारेंगे

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आपके इलाके में कोई आतंकी हो तो उसकी हत्‍या नहीं करेंगे? जनरल रावत बोले- कश्‍मीरी कह रहे हम खुद ही मारेंगे

हाइलाइट्स

  • टाइम्‍स नाउ समिट 2021 में शरीक हुए सीडीएस जनरल बिपिन रावत
  • जम्‍मू और कश्‍मीर में गैर-स्‍थानीय लोगों पर हमलों पर CDS की दो टूक
  • किसी को खतरा महसूस हो तो हमारे पास आए, हम सुरक्षा देंगे: CDS
  • आतंकी ऑपरेट कर रहा है तो उसकी हत्‍या क्‍यों नहीं करेंगे? : जनरल रावत

नई दिल्‍ली
चीफ ऑफ डिफेंस स्‍टाफ जनरल बिपिन रावत का कहना है कि स्‍थानीय कश्‍मीरी नागरिकों में आतंकवादियों के प्रति खासा गुस्‍सा है। टाइम्‍स नाउ समिट 2021 में जनरल रावत ने कहा क‍ि आतंकी क्‍यों पकड़े जा रहे हैं, क्‍योंकि लोकल्‍स उनके बारे में सूचना दे रहे हैं। उन्‍होंने कहा, ‘अब हमें यह बताया जा रहा है कि लोकल्‍स कह रहे हैं कि हम आतंकियों को लिंच करेंगे। यह एक पॉजिटिव साइन है।’ जनरल रावत ने कहा कि ‘सोशल मीडिया पर ऐसे बयान आ रहे हैं कि अगर आप चाहते हैं तो हम आतंकियों की हत्‍या करना शुरू कर देंगे।’

‘लोकल्‍स खुद कह रहे, आतंकियों की हत्‍या कर देंगे’
टाइम्‍स नाउ के एडिटर-इन-चीफ राहुल शिवशंकर के साथ बातचीत में जनरल रावत ने कहा, ‘अभी तक यह होता रहा कि बड़ी संख्‍या में लोकल्‍स आतंकियों को जानते हैं, वे कहां से ऑपरेट करते हैं ये जानते हैं। सिर्फ बंदूक के डर से वे सूचनाएं नहीं देते थे। लेकिन अब वे अलग सोच के साथ आगे आ रहे हैं कि या तो हम उनकी (आतंकियों की) हत्‍या कर देंगे या ऐसा इंतजाम करेंगे कि वे मारे जाएं।’ उन्‍होंने कहा कि ‘अब यह आतंकियों के लिए संदेश है या यह खुफिया एजेंसियों का कोई दांव है, पता नहीं मगर ऐसा है तो मैं कहूंगा कि बड़ा अच्‍छा दांव है।’ सीडीएस के अनुसार, आपको आतंकियों के मन में डर बैठाना होगा कि इससे पहले आप हमारी हत्‍या करो, हम आपकी हत्‍या कर देंगे।

आतंकी की हत्‍या मानवाधिकार उल्‍लंघन कैसे हो सकता है? अगर आपके इलाके में कोई आतंकी ऑपरेट कर रहा है तो आप उसकी हत्‍या क्‍यों नहीं करेंगे?

जनरल बिपिन रावत

‘J&K से पलायन हर साल होता है’
जम्‍मू और कश्‍मीर में कश्‍मीरी पंडितों को निशाना बनाए जाने से जुड़े सवाल पर सीडीएस ने कहा क‍ि सीडीएस ने कहा कि परिवार के किसी सदस्‍य को निशाना बनाया जाता है तो बाकी सदस्‍य डर जाते हैं। उन्‍होंने कहा क‍ि पलायन हर साल होता है। जब भी सेब का सीजन खत्‍म होता है, पलायन होता है। अभी वही हो रहा है। वे फिर मार्च-अप्रैल में लौटेंगे। उन्‍होंने कहा क‍ि ‘अगर किसी को खतरा महसूस होता है तो हमारे पास आए।’

जनरल रावत ने कहा क‍ि पहले यह हुआ कि लोग अपना बेस छोड़कर चले गए जिसपर कश्‍मीरी आतंकियों ने कब्‍जा कर लिया। हम वैसा नहीं चाहते। अगर किसी को यह लगता है कि उसके पास कहीं और सेफ जगह जाने को नहीं है तो हमारे पास आए, हम आपकी रक्षा करेंगे। यह एक अस्‍थायी समस्‍या है।’ बार-बार हमलों के सवाल पर कहा, ‘दुश्‍मन यही चाहता है कि पलायन हो। हमारा मकसद है कि पलायन को रोका जाए। एक-दो हत्‍याएं होती हैं और पलायन शुरू हो जाता है। हमें इसे रोक रहे हैं। और हम कैसे रोक रहे हैं। कोई आतंकी हमला होता है, 48-72 घंटों के भीतर उन आतंकियों को खत्‍म कर दिया जाता है। आतंकियों को भी यह बात समझ में आ रही है।’

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‘LAC पर पहले जैसी स्थिति आने में लंबा वक्‍त’
CDS जनरल रावत ने पूर्वी लद्दाख में चीन से लगती सीमा पर तनाव के बारे में भी बात की। उन्‍होंने कहा कि ‘LAC पर डिसइंगेजमेंट हो सकता है लेकिन डी-एस्‍केलेशन, यथास्थिति बहाल होने में लंबा समय लगेगा।’ जनरल रावत के अनुसार, देपसांग और देमचोक सेक्‍टर में भारत और चीन की सेनाएं एक-दूसरे के काफी करीब हैं। उन्‍होंने अरुणाचल प्रदेश में चीन के गांव बसाने की रिपोर्ट्स पर कहा कि ‘जहां तक भारत की बात है, गांव में निर्माण हमारी सीमा के भीतर नहीं हुआ है।’ उन्‍होंने यह भी साफ कि चीन हमारा दुश्‍मन नंबर एक है।



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