अब 3 दिन पहले जान सकेंगे हवा कितनी खराब रहेगी, इन शहरों में सुविधा; समझें प्रदूषण कंट्रोल बोर्ड का प्लान

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अब 3 दिन पहले जान सकेंगे हवा कितनी खराब रहेगी, इन शहरों में सुविधा; समझें प्रदूषण कंट्रोल बोर्ड का प्लान

अब 3 दिन पहले जान सकेंगे हवा कितनी खराब रहेगी, इन शहरों में सुविधा; समझें प्रदूषण कंट्रोल बोर्ड का प्लान

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प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड वायु प्रदूषण का 72 घंटा पहले हवा की गुणवत्ता के पूर्वानुमान करने की तैयारी में जुटा है। दिसंबर 2024 से पटना, गया और मुजफ्फरपुर में यह सुविधा शुरू होगी। इन शहरों में हवा की गुणवत्ता के बारे में तीन दिन पहले जानकारी मिल जाएगी। पहले पटना में यह सुविधा शुरू होने वाली थी, लेकिन अब गया और मुजफ्फरपुर को भी शामिल कर लिया गया है। बिहार राज्य प्रदूषण नियंत्रण पर्षद मौसम विभाग के साथ मिलकर वायु प्रदूषण के डाटा का अभी से ही आकलन करना शुरू कर दिया है। इंतजार है पाटलिपुत्र औद्योगिक क्षेत्र में बन रहे वायु गुणवत्ता प्रयोगशाला के निर्माण कार्य पूरा होने का।

इस प्रयोगशाला में सभी जरूरी आधुनिक मशीने उपलब्ध रहेंगी। प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड इस प्रयोगशाला को बनाने पर 15 करोड़ खर्च होंगे। यह प्रयोगशाला भवन पांच मंजिला बन रहा है। भवन निर्माण का 40 फीसदी काम पूरा हो चुका है। सूबे के तीनों शहरों के डाटा को प्रयोगशाला में बनाये जाने वाले केन्द्रीयकृत सेंटर से निगरानी और उसका विश्लेषण किया जाएगा। प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड और मौसम विभाग दोनों मिलकर एक एप विकसित करेंगे। जिसके माध्यम से वायु गुणवत्ता का पूर्वानुमान किया जाएगा और लोग जान सकेंगे। प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड अपने वेबसाइट पर भी जानकारी देगा।

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तीन शहर हैं संवेदनशील

पर्यावरण,वन और जलवायु परिवर्तन मंत्रालय ने सूबे के तीन शहरों को नन एटेनमेंट सिटी के रूप में पहले ही घोषित किया है। जिसमें पटना, गया और मुजफ्फरपुर शामिल है। नन एटेनमेंट सिटी का मतलब वैसा शहर जहां पांच साल तक वायु प्रदूषण मानक से अधिक रहा हो। प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड द्वारा कई प्रयास किया गया, जिसका असर भी दिखा। लेकिन वायु गुणवत्ता में कोई सुधार नहीं हुआ। वायु गुणवत्ता प्रयोगशाला बनने से वायु प्रदूषण नियंत्रित करने की दिशा में मदद मिलेगी। स्थानीय प्रशासन और निकायों के जरिए प्रदूषक तत्वों को कम करने में मदद मिलेगी।

ट्रैफिक जंक्शन पर लगाए जाएंगे सेंसर

सूबे के तीनों शहरों में प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड वायु प्रदूषण के श्रोत वाले स्थलों पर सेंसर लगाएगा। इन स्थलों को हॉट स्पॉट का नाम दिया गया है। हॉट स्पॉट के रूप में वैसे सरकारी निर्माण कार्य स्थल जहां दो साल तक कार्य होना है। इसके अलावा शहर के ट्रैफिक जंक्शनों पर सेंसर लगाया जाएगा। इन स्थलों पर निर्माण कार्य के दौरान वायु प्रदूषण की स्थिति क्या है और अगले 3 दिनों तक क्या रहेगा।

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