अब मेडिकल कॉलेजों के छात्रों की हाजिरी लेगा स्वास्थ्य विश्वविद्यालय

6
अब मेडिकल कॉलेजों के छात्रों की हाजिरी लेगा स्वास्थ्य विश्वविद्यालय

अब मेडिकल कॉलेजों के छात्रों की हाजिरी लेगा स्वास्थ्य विश्वविद्यालय


ऐप पर पढ़ें

बिहार स्वास्थ्य विश्वविद्यालय अब राज्य के सभी मेडिकल कॉलेजों के छात्र की हाजिरी रिपोर्ट लेगा। जनवरी से इसकी शुरुआत हो रही है। मेडिकल कॉलेजों को हर माह में छात्र की उपस्थिति रिपोर्ट अगले माह की 5 तारीख को भेजनी है। क्लास बंक करने वाले छात्र की पहचान कर उनके अभिभावक से विश्वविद्यालय प्रशासन शिकायत करेगा। विश्वविद्यालय ने लक्ष्य तय किया है कि सभी मेडिकल कॉलेजों में छात्र की न्यूनतम 85 प्रतिशत उपस्थिति हो। हाजिरी रिपोर्ट भेजने के संबंध में बिहार स्वास्थ्य विश्वविद्यालय ने सभी सरकारी और गैर सरकारी मेडिकल कॉलेजों के प्राचार्य को पत्र भेजा है। हाजिरी रिपोर्ट की सॉफ्ट कॉपी एक्सेल सीट में ई मेल [email protected] पर भेजने के लिए कहा है।
विवि प्रशासन ने मेडिकल कॉलेजों के प्राचार्य से कहा है कि छात्र कक्षा में उपस्थिति विवरणी के आधार पर ही परीक्षा में बैठने की अनुमति दी जाएगी। इसकी सूचना संस्थान के सभी विभागाध्यक्ष और छात्र-छात्राओं को तुरंत देने के लिए कहा गया है। नेशनल मेडिकल काउंसिल (एनएमसी) का प्रावधान है कि 75 प्रतिशत से कक्षा में कम उपस्थिति रहने पर संबंधित छात्र को परीक्षा में शामिल होने का मौका नहीं दिया जाएगा। विश्वविद्यालय प्रशासन कक्षा में 95 प्रतिशत से अधिक उपस्थिति दर्ज कराने वाले छात्र को प्रोत्साहित करने का विचार कर रहा है। विवि सीनेट की बैठक में कुलाधिपति व सीएम नीतीश कुमार ने विवि को कॉलेजों में पढ़ाई की अच्छे तरीके से मॉनिटरिंग के लिए कहा था। मेडिकल कॉलेज अस्पताल में मेडिकल छात्र की पढ़ाई से लेकर यहां आने वाले मरीजों के इलाज की व्यवस्था भी चेक करने के लिए कहा था। मुख्यमंत्री के निर्देश के बाद विश्वविद्यालय प्रशासन ने प्रत्येक मेडिकल कॉलेजों छात्र की कक्षावार रिपोर्ट मांगी है। अलग-अलग विषयों और प्रैक्टिकल कक्ष में छात्र की उपस्थिति की की अलग-अलग रिपोर्ट देने के लिए कहा है।

पीएमसीएच सहित राज्य के 16 मेडिकल कॉलेजों में एमबीबीएस कोर्स में 2020 सीट हैं। इसमें पीएमसीएम में 200 सीट हैं। बिहार स्वास्थ्य विश्वविद्यालय से होमियोपैथ और आयुर्वेद कॉलेज जुड़े हैं।

कोट

सभी मेडिकल कॉलेजों से हर कक्षा में हर दिन छात्र की उपस्थिति रिपोर्ट मांगी गई है। कक्षा में अनुपस्थित रहने वाले छात्र को चिह्नित कर उनके अभिभावक से हमलोग बात करेंगे। इसी माह से यह प्रावधान लागू किया जा रहा है। इससे कक्षा में छात्र की उपस्थिति बढ़ने के साथ ही पढ़ाई का माहौल भी बेहतर होगा।

– डॉ. एसएन सिन्हा, कुलपति, बिहार स्वास्थ्य विवि

यह हिन्दुस्तान अखबार की ऑटेमेटेड न्यूज फीड है, इसे लाइव हिन्दुस्तान की टीम ने संपादित नहीं किया है।

बिहार की और खबर देखने के लिए यहाँ क्लिक करे – Delhi News