अब पेट्रोल-डीजल पर चुकाने होंगे ज्यादा पैसे

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अब पेट्रोल-डीजल पर चुकाने होंगे ज्यादा पैसे
अब पेट्रोल-डीजल पर चुकाने होंगे ज्यादा पैसे

अगर आप पेट्रोल-डीजल खरीदने जा रहे है, तो यह खबर आपके लिए है। जी हाँ, आज से पेट्रोल-डीजल पर ग्राहकों को ज्यादा भुगतान करना पड़ेगा। दरअसल, ऑयल कंपनियों ने यह फैसला लिया है कि अब से पेट्रोल पंप के मालिकों को ज्यादा कमीशन दिया जाएगा। आपको बता दें कि डीजल-पेट्रोल पर दिया जाने वाला कमीशन डीजल-पेट्रोल की कीमत का ही हिस्सा है, जिसका भुगतान ग्राहकों को ही करना होता है।

पिछले कुछ महीनों से पेट्रोलियम डीलर्स एसोसिएशन मांग कर रही थी कि पेट्रोल के लिए 1 रुपए प्रति लीटर और डीजल के लिए 0.72 रुपए प्रति लीटर कमीशन बढ़ाया जाए, इसी मांग को ध्यान में रखते हुए तेल कंपनियों ने कमीशन में इजाफा करने का फैसला लिया।

कितना बढ़ा है डीलरो का कमीशन

आपको बता दें कि पेट्रोल पर डीलर्स कमीशन पहले 2.55 रुपए प्रति लीटर और डीजल के लिए 1.65 रुपए प्रति लीटर था, लेकिन आज से यह बढ़ गया। ऑल इंडिया पेट्रोलियम डीलर्स एसोसिएशन के मागं के अनुसार ही पेट्रोल के लिए 1 रुपए प्रति लीटर और डीजल के लिए 0.72 रुपए प्रति लीटर कमीशन बढ़ाया गया। एसोसिएशन के अध्यक्ष ने बताया कि कमीशन की नई दरें 1 अगस्त से लागू हो गई हैं।

क्यों बढ़ाया गया कमीशन

दरअसल, डीलर एसोसिएशन ने 16 जून से खुदरा कीमतों में दैनिक परिवर्तन किए जाने के बाद से ही हड़ताल पर जाने की धमकी दे रहे थे, उनका दावा था कि नई प्रणाली से जब क्रूड और रिटेल प्राइस कम होने से उनका मार्जिन कम हो रहा है। साथ ही उन्होंने यह भी कहा था कि यदि उनकी मांगें पूरी नहीं की जाएंगी, तो वह हड़ताल करेंगे। इसी को मद्देनजर रखते हुए तेल कंपनियों ने कमीशन बढ़ाने का फैसला लिया। साथ ही डीलर्स ने दावा किया था कि खर्च को पूरा करने और फायदा कमाने के लिए दिया जाने वाला कमीशन बहुत कम है। इसीलिए उनकी मांग थी कि कमीशन में इजाफा किया जाए, जो आज पूरी हो गई।

डीलर्स ने कहा कि इस बिक्री को संभालने के लिए एक डीलर को केवल 14 पैसे प्रति लीटर बचता है, जो प्रति माह करीब 25,000 रुपए का लाभ देता है। यह रकम मजदूरी, बिजली बिल जैसी ऑपरेशनल कॉस्ट और ईंधन के वाष्पीकरण के कारण होने वाले नुकसान के बाद बचती है। उन्होंने कहा कि पिछले छह से आठ महीनों में विभिन्न राज्यों में मजदूरी की लागत करीब 42 फीसदी बढ़ गई है। इन्ही तमाम बातों पर गौर करते हुए तेल कंपनियों ने कमीशन में इजाफा कर दिया।

बहरहाल, कमीशन बढ़ने पर जहाँ एक तरफ डीलर्स को फायदा हुआ, तो वहीं दूसरी तरफ आम आदमी की जेब ढीली होगी।